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अमीर बनने के 10 मंत्र

अपने आर्थिक लक्ष्य को आसान बनाने के लिए नीचे बताई गई 10 बातों पर ज़रूर ग़ौर करना चाहिए.

financial goals  को आसान बनाने के 10 मंत्र

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how to Get rich: अपने निवेश का सही मैनेजमेंट आपके जीवन को आसान बना सकता है. पर कई लोग इस बारे में ठीक तरह से विचार नहीं करते हैं और अक़्सर वो बढ़ते हुए कर्ज़, आर्थिक परेशानियां, बेलगाम ख़र्च जैसे मसलों से जूझते रहते हैं. इससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता कि आप आर्थिक मामलों के एक्सपर्ट हैं या नहीं, लेकिन अगर आप पैसों को मैनेज करने के लिए इन 10 बातों (10 ways to get rich) को अपना लेते हैं, तो रोज़मर्रा की समस्याओं और आर्थिक तंगी से बेफ़िक्र हो सकते हैं.

1. बजट प्लान करना बेहद ज़रूरी है

हर महीने का बजट बनाना और उस पर अमल करना अच्छी फ़ाइनेंशियल हेल्थ का एक बेहतर तरीक़ा है. इससे पक्का हो जाता है कि आपके सभी बिल सही समय पर दिए जाएंगे और बचत भी ठीक से होती रहेगी. इससे भी बड़ी बात है कि ऐसा करने से आपके फ़ाइनेंशियल गोल हासिल करने के रास्ते खुल जाते हैं और आप काफ़ी हद तक फ़िज़ूलख़र्ची से बच जाते हैं.

2. क्रेडिट-कार्ड पर बक़ाया कुछ मत रखें

क्रेडिट-कार्ड की देनदारी आपकी फ़ाइनेंशियल हेल्थ में एक बड़ी रुकावट है. आपको पक्का कर लेना चाहिए कि हर महीने आप पूरी बक़ाया रक़म कार्ड में वापस जमा करा दें. इसी तरह, अगर कोई ऊंची ब्याज-दर का कंज़्यूमर लोन है तो उसे नियम से चुकाते रहें, जिसमें स्टूडेंट लोन भी शामिल है. इससे आपका क्रेडिट रिकॉर्ड बेहतर बना रहेगा.

3. इमरजेंसी फ़ंड ज़रूर बनाएं

इमरजेंसी फ़ंड का मतलब है, वो पैसा जो आप अचानक आए किसी भी ख़र्च के लिए अलग रखा जाता है. इमरजेंसी फ़ंड आपके छह महीने के ख़र्च के बराबर होना चाहिए. इससे आप ख़ुद को सुरक्षित महसूस करेंगे और साथ ही अचानक पड़ने वाली पैसों की ज़रूरत के वक़्त क्रेडिट-कार्ड के इस्तेमाल से बच जाएंगे.

4. 'ज़रूरतों' और 'इच्छाओं' के फ़र्क़ को समझें

आपकी ज़रूरतें क्या हैं और आपकी इच्छाएं क्या हैं, इस फ़र्क़ को लेकर हमेशा सचेत रहें. ऐसा करने से आपको सही तरीक़े से ख़र्च के फ़ैसले लेने में मदद मिलेगी. यहां ज़रूरतों का मतलब, वो चीज़ें जो आपके जीवन जीने के लिए ज़रूरी है. वहीं, इच्छाओं का मतलब है, वो चीज़ें जिन्हें आप हासिल तो करना चाहते हैं, मगर जीवन जीने के लिए वो ज़रूरी नहीं हैं. अपने बजट में ज़रूरतों को ही अहमियत दें. एक बार आपकी ज़रूरतें पूरी हो जाती हैं, तो अपनी पसंद की चीज़ों के लिए आप थोड़ा सा फ़ंड अलग रख सकते हैं.

5. हेल्थ इंश्योरेंस अहम है

एक कहावत है, 'इलाज से बेहतर है रोकथाम' ये बात आपकी फ़ाइनेंशियल हेल्थ के मामले में अहम रोल अदा करती है. आख़िर आप बीमारियों को आने से तो नहीं रोक सकते. साथ ही, इलाज के बढ़ते ख़र्च ने भी हेल्थ इंश्योरेंस को बेहद ज़रूरी बना दिया है.

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6. टर्म इंश्योरेंस भी ज़रूरी है

अगर कोई आर्थिक तौर पर आप पर निर्भर है, तो आपको लाइफ़ इंश्योरेंस लेना ही चाहिए. इंश्योरेंस लेते हुए ध्यान देने वाली बात है कि आपके इंश्योरेंस की रक़म, आपकी ग़ैरमौजूदगी में परिवार के ख़र्चों और दूसरी अहम ज़रूरतों के लिए काफ़ी हो. और जब बात लाइफ़-इंश्योरेंस ख़रीदने की आती है, तो आपको प्योर टर्म प्लान ही चुनना चाहिए. याद रखें कि ULIP या ऐसी ही दूसरी स्कीमें, इंश्योरेंस और निवेश को जोड़ कर बनाई जाती हैं, मगर इनसे दोनों में से किसी का भी पूरा फ़ायदा नहीं मिलता.

7. अभी से बचत की शुरुआत करें

कहा जाता है कि रिटायरमेंट के लिए बचत शुरू करने के लिए कभी भी बहुत देर नहीं होती, मगर जितना हो सके, उतनी जल्दी बचत की शुरुआत करना फ़ायदेमंद रहता है. जितनी जल्दी शुरू करेंगे, रिटायरमेंट के दिन उतने ही सुनहरे बीतेंगे.

8. निवेश को नज़र-अंदाज़ न करें

स्टॉक मार्केट के उतार-चढ़ाव आपको डरा सकते हैं, मगर पूंजी बढ़ाने का एकमात्र तरीक़ा है - निवेश. इसका स्पष्ट कारण है - कंपाउंडिंग की ताक़त. कंपाउंडिंग का जादू आपके पैसे को एक अर्से के दौरान बढ़ाता जाता है. हालांकि, इसके लिए आपको लंबे निवेश की ज़रूरत होगी. तो, ठान लें कि आप स्टॉक मार्केट के उतार-चढ़ाव के दौरान भी अपना निवेश जारी रखेंगे.

9. जहां मन रमे, घर वहीं है

अक्सर होम-लोन ले कर घर ख़रीदना हमारा सबसे बड़ा आर्थिक फ़ैसला होता है. तो, लोन लेते हुए ये पक्का कर लें कि आप कर्ज़ चुका सकते हैं. इसे जानने के लिए एक आसान सा नियम है कि आपके होम लोन की EMI महीने की आमदनी के 30 फ़ीसदी से ज़्यादा नहीं होनी चाहिए.

10. SIP - निवेश के सफ़र का भरोसेमंद हमसफ़र

सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP), एक तयशुदा तरीक़े से निवेश का ज़रिया है. SIP में छोटी रक़म लंबे समय तक निवेश कर के कॉर्पस तैयार कर सकते हैं. इस तरीक़े से किया गया निवेश, लंबे समय तक बढ़ता रहता है, और आपके निवेश का ख़र्च कम रहता है. मार्केट के उतार-चढ़ाव के दौर में भी आप निवेश जारी रख सकते हैं.

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