IPO अनालेसिस

Tolins Tyres IPO: क्या आपके लिए निवेश का मौक़ा है?

निवेश का फ़ैसला लेने से पहले Tolins Tyres के IPO की हर ज़रूरी जानकारी यहां पढ़ें

Tolins Tyres IPO कैसा है निवेश के लिए?AI-generated image

Tolins Tyres IPO: टॉलिन्स टायर्स का IPO (इनिशियल पब्लिक ऑफ़रिंग) 9 सितंबर 2024 को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा. इसकी आख़िरी तारीख़ 11 सितंबर 2024 है.

निवेश का फ़ैसला लेने में निवेशकों की मदद के लिए, यहां हम टायर और ट्रेड रबर बनाने वाली इस कंपनी की ताक़त, कमज़ोरियों और ग्रोथ की संभावनाओं के बारे में बता रहे हैं.

Tolins Tyres IPO: संक्षेप में

  • क्वालिटी: FY22-24 के बीच, कंपनी का 3 साल का एवरेज रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) और रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (ROCE) क्रमशः 19.1 और 19.6 फ़ीसदी रहा.
  • ग्रोथ: FY22-24 के दौरान, कंपनी का रेवेन्यू और नेट प्रॉफ़िट क्रमशः 41.6 और 542 फ़ीसदी सालाना बढ़ा.
  • वैल्यूएशन: IPO के बाद, कंपनी का स्टॉक क्रमशः 34.3 और 3 गुना के P/E (प्राइस -टू-अर्निंग रेशियो) और P/B (प्राइस-टू-बुक रेशियो) पर कारोबार करेगा.
  • मार्केट में कंपनी की स्थिति: ऑटोमोटिव सेक्टर और इंडस्ट्री के रिप्लेसमेंट मार्केट में लगातार तेज़ी देखी जा रही है. इसलिए ऑटो टायरों की डिमांड में तेज़ी बनी रहने की उम्मीद है, जिससे टॉलिन्स टायर्स को फ़ायदा होगा. इसके अलावा, मिडिल-ईस्ट और अफ्रीका में इसके एक्सपोर्ट मार्केट की ग्रोथ भी अच्छी स्थिति में है. हालांकि, कंपनी एक प्रतिस्पर्धी और बहुत ज़्यादा साइक्लिक इंडस्ट्री में काम करती है, जिसमें नए खिलाड़ियों के लिए शुरुआत करना आसान है.

Tolins Tyres के बारे में

टॉलिन्स टायर्स मुख्य रूप से एक B2B खिलाड़ी है, जो टायर और ट्रेड रबर बनाती है. ट्रेड रबर (टायर का वो हिस्सा जो सड़क को छूता है) इसका ज़्यादातर रेवेन्यू जनरेट करता है. ट्रेड रबर ने कंपनी के FY24 रेवेन्यू में 76 फ़ीसदी योगदान दिया. इस सेगमेंट के तहत, कंपनी मुख्य रूप से रिट्रेड रबर बनाती है, जिसका मतलब है कि ये टायर के सबसे बाहरी घिसे हुए रबर को नए रबर से बदल देती है. ये कंपनी तीन मैन्युफ़ैक्चरिंग फ़ैसिलिटी ऑपरेट करती है, जिनमें से दो केरल में और एक UAE में स्थित है. इसका ज़्यादातर रेवेन्यू घरेलू मार्केट से आता है. एक्सपोर्ट ने इसके FY24 रेवेन्यू में सिर्फ़ 5.4 फ़ीसदी योगदान दिया.

ताक़त

  • कैपेसिटी एक्सपेंशन: कंपनी पिछले कुछ समय से एक्विज़िशन कर रही है, जिससे ऑटोमोटिव सेगमेंट की डिमांड को पूरा करने के लिए इसकी मैन्यूफैक्चरिंग कैपेसिटी 0.3 मिलियन टायर से बढ़कर 1.51 मिलियन टायर हो गई है. इस समय इसका कुल कैपेसिटी यूटिलाइज़ेशन (टायर, ट्रेड रबर और दूसरे रबर कंपाउंड सहित) लगभग 33.4 फ़ीसदी है, जिसे ये 75 फ़ीसदी तक बढ़ाने का लक्ष्य लेकर चल रही है. चूंकि इसके एक्सपेंशन के लिए ज़्यादातर ख़र्च पहले ही किया जा चुका है, इसलिए कंपनी को आगे चलकर अपने ऑपरेटिंग लेवरेज़ से फ़ायदा होने की संभावना है.
  • सबसे ज़्यादा इंडस्ट्री मार्जिन: FY22-24 के दौरान, कंपनी का औसत ऑपरेटिंग मार्जिन 10.5 फ़ीसदी था, जो इसके बाक़ी साथियों से तुलना करने पर सबसे ज़्यादा है. ये क़र्ज़ को समय से पहले चुकाने की योजना बना रही है, जिससे भविष्य में मार्जिन बढ़ाने में मदद मिल सकती है.

कमज़ोरियां

  • क्लाइंट कॉन्सेंट्रेशन: ऑटो डीलर और डिस्ट्रीब्यूटर कंपनी के रेवेन्यू का 70 फ़ीसदी से ज़्यादा हिस्सा बनाते हैं. फिर भी, ये उनके साथ किसी लॉन्ग-टर्म कॉन्ट्रैक्ट में नहीं जाती है. ये एक बड़ा जोख़िम है क्योंकि डिस्ट्रीब्यूटर, टायर जैसे कमोडिटी वाले बिज़नस में आसानी से वेंडर बदल लेते हैं. इससे कंपनी की सेल और ऑपरेशन में बड़ा उतार-चढ़ाव आ सकता है. इसके अलावा, डिस्ट्रीब्यूटरों के ज़रिए सेल करने पर ग्रॉस प्रॉफ़िट मार्जिन अक्सर कम हो जाता है; और एन्ड कस्टमर के साथ सीधा संपर्क भी सीमित रह जाता है.

Tolins Tyres IPO IPO की डिटेल

IPO का कुल साइज़ (करोड़ ₹) 230
ऑफर फॉर सेल (करोड़ ₹) 30
नए इशू (करोड़ ₹) 200
प्राइस बैंड (₹) 215-226
सब्सक्रिप्शन की तारीख़ 9-11 सितंबर, 2024
उद्देश्य क़र्ज़ चुकाना और वर्किंग कैपिटल की ज़रूरतों के लिए फ़ंडिंग

IPO के बाद

मार्केट कैप (करोड़ ₹) 893
नेट वर्थ (करोड़ ₹) 301
प्रमोटर होल्डिंग (%) 68.5
प्राइस/अर्निंग रेशियो (P/E) 34.3
प्राइस/बुक रेशियो (P/B) 3

फ़ाइनेंशियल हिस्ट्री

फ़ाइनेंशियल्स (करोड़ ₹) 2 साल का CAGR (%) FY24 FY23 FY22
रेवेन्यू 41.6 227 118 113
EBIT 222.7 43 11 4
PAT 542 26 5 1
नेट वर्थ 204.7 101 19 11
कुल डेट 27 79 47 49
EBIT-- अर्निंग बिफ़ोर इंटरेस्ट एंड
टैक्स PAT -- प्रॉफ़िट आफ्टर टैक्स

प्रमुख रेशियो

रेशियो 3 साल का औसत (%) FY24 FY23 FY22
ROE (%) 19.1 25.9 25.7 5.8
ROCE (%) 19.6 35 16.9 6.9
EBIT मार्जिन (%) 10.5 18.9 9 3.6
डेट-टू-इक्विटी 0.8 2.4 4.5
ROE -- रिटर्न ऑन इक्विटी
ROCE -- रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड

ये भी पढ़िए - आपके इन्वेस्टमेंट पोर्टफ़ोलियो में शामिल बैंक में दम है?

Tolins Tyres की रिस्क रिपोर्ट

कंपनी और बिज़नस

  • क्या पिछले 12 महीनों में टॉलिन टायर्स की टैक्स के पहले की कमाई (profit before tax) ₹50 करोड़ से ज़्यादा है?
    नहीं. कंपनी ने FY24 में ₹33 करोड़ की ‘टैक्स के पहले की कमाई’ दर्ज़ की.
  • क्या कंपनी अपना बिज़नस बढ़ा पाएगी?
    हां. ऑटोमोटिव सेक्टर और टायरों के रिप्लेसमेंट मार्केट में तेज़ी और कंपनी के प्रोडक्ट की डिमांड लगातार बने रहने की उम्मीद है.
  • क्या कंपनी का कस्टमर बेस काफ़ी वफ़ादार है और क्या ये कंपनी किसी जाने-माने ब्रांड से जुड़ी है?
    नहीं. कंपनी मुख्य रूप से B2B सेगमेंट में काम करती है, जिसमें डीलरों और डिस्ट्रीब्यूटरों का योगदान 70 फ़ीसदी से ज़्यादा है. कंपनी डीलरों के साथ किसी लॉन्ग-टर्म कॉन्ट्रैक्ट में नहीं जाती है.
  • क्या कंपनी के पास कॉम्पिटेटिव एडवांटेज़ है?
    नहीं. कंपनी बहुत ही प्रतिस्पर्धी माहौल में काम करती है, जिसमें कई संगठित और असंगठित खिलाड़ी मौज़ूद हैं.

टॉलिन टायर्स का मैनेजमेंट

  • क्या कंपनी के संस्थापकों में से किसी के पास अभी भी कंपनी में कम से कम 5 फ़ीसदी हिस्सेदारी है? या क्या प्रमोटरों के पास कंपनी में 25 फ़ीसदी से ज़्यादा हिस्सेदारी है?
    हां. IPO के बाद, प्रमोटरों की हिस्सेदारी 68.5 फ़ीसदी हो जाएगी.
  • क्या टॉप 3 मैनजरों के पास कंपनी में काम करते हुए कुल मिलाकर 15 साल से ज़्यादा का लीडरशिप अनुभव है?
    हां. चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर के. वी. टोल्किन, 2003 में कंपनी के गठन के बाद से ही इसके साथ जुड़े हुए हैं.
  • क्या मैनेजमेंट पर भरोसा किया जा सकता है? क्या कंपनी SEBI दिशानिर्देशों के तहत साफ़-सुथरी रिपोर्ट जारी करती है?
    हां. कोई नेगेटिव जानकारी उपलब्ध नहीं है.
  • क्या कंपनी की अकाउंटिंग पॉलिसी ठीक है?
    हां. कोई नेगेटिव जानकारी उपलब्ध नहीं है.
  • क्या कंपनी प्रमोटरों के शेयर गिरवी होने मुक्त है?
    हां. कोई शेयर गिरवी नहीं रखे हैं.

ये भी पढ़िए - Shree Tirupati Balajee Agro IPO: क्या आपके लिए निवेश का मौक़ा है?

टॉलिन टायर्स के फ़ाइनेंशियल

  • क्या कंपनी का वर्तमान और तीन साल का औसत रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) 15 फ़ीसदी से ज़्यादा और औसत रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (ROCE) 18 फ़ीसदी से ज़्यादा है?
    हां. इसका तीन साल का औसत ROE और ROCE क्रमशः 19 और 20 फ़ीसदी के क़रीब है. FY2024 में, इसका ROE और ROCE क्रमशः 26 और 35 फ़ीसदी के क़रीब रहा है.
  • क्या पिछले तीन साल के दौरान कंपनी का ऑपरेटिंग कैश फ़्लो पॉज़िटिव रहा है?
    नहीं. इसने FY2024 में नेगेटिव कैश फ़्लो फ़्रॉम ऑपरेशन्स (CFO) दर्ज़ किया.
  • क्या कंपनी का नेट डेट-टू-इक्विटी रेशियो 1 से कम है?
    हां. कंपनी ने अपना इक्विटी बेस बढ़ाया और 'FY22-23 के दौरान 2x से ज़्यादा के नेट डेट-टू-इक्विटी रेशियो' को घटाकर 0.8x (FY24 में) करने में सफल रही. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि कंपनी ने शेयर परचेज़ एग्रीमेंट के ज़रिए एक्विज़िशन किए और अतिरिक्त इक्विटी कैपिटल डाली.
  • क्या कंपनी रोज़मर्रा के कामों के लिए बड़ी वर्किंग कैपिटल पर निर्भरता से मुक्त है?
    नहीं. इस बिज़नस में वर्किंग कैपिटल ज़्यादा लगती है. कंपनी ने FY24 में 185 दिनों से ज़्यादा का वर्किंग कैपिटल साइकिल दर्ज़ किया.
  • क्या कंपनी अगले तीन साल में बाहरी फ़ंडिंग पर निर्भर हुए बिना अपना बिज़नस चला सकती है?
    नहीं. चूंकि कंपनी IPO से प्राप्त ज़्यादातर राशि का इस्तेमाल क़र्ज़ को समय से पहले चुकाने के लिए करने जा रही है, इसलिए इसे अपनी ज़्यादा वर्किंग कैपिटल ज़रूरतों को पूरा करने के लिए बाहरी फ़ंड जुटाना होगा.
  • क्या कंपनी बड़ी कंटिंजेंट देनदारी से मुक्त है?
    नहीं. FY24 तक इक्विटी के प्रतिशत के रूप में कंपनी की कंटिंजेंट देनदारियां 15 फ़ीसदी थीं.

टॉलिन टायर्स का वैल्यूएशन

  • क्या स्टॉक अपनी एंटरप्राइज़ वैल्यू पर 8 फ़ीसदी से ज़्यादा की ऑपरेटिंग अर्निंग यील्ड देता है?
    नहीं. लिस्टिंग के बाद, ये स्टॉक अपनी एंटरप्राइज़ वैल्यू पर 4.4 फ़ीसदी ऑपरेटिंग अर्निंग यील्ड देगा.
  • क्या स्टॉक का प्राइस-टू-अर्निंग रेशियो अपनी जैसी दूसरी कंपनियों के औसत से कम है?
    हां. कंपनी का P/E 34.3 गुना है, जबकि इसके साथियों का औसत स्तर 36.9 गुना है.
  • क्या स्टॉक की प्राइस-टू-बुक वैल्यू अपनी जैसी दूसरी कंपनियों के औसत स्तर से कम है?
    हां. स्टॉक का P/B रेशियो 3 गुना है, जबकि इसके साथियों का औसत स्तर 6.3 गुना है.

डिस्क्लेमर: ये निवेश का सुझाव नहीं है. निवेश करने से पहले ज़रूरी जांच-पड़ताल ज़रूर करें.

ये भी पढ़िए - कोल इंडिया ने तीन दिग्गज केमिकल कंपनियों के लिए मुश्किल खड़ी की


टॉप पिक

मैनकाइंड फ़ार्मा का भारत सीरम पर ₹10,000 करोड़ का दांव मास्टरस्ट्रोक है या जुआ?

पढ़ने का समय 4 मिनटShubham Dilawari

Hyundai IPO: क्या आपके लिए निवेश का मौक़ा है?

पढ़ने का समय 6 मिनटSatyajit Sen

ये 5 हाई-ग्रोथ स्टॉक बेहद आकर्षक बन गए हैं

पढ़ने का समय 2 मिनटवैल्यू रिसर्च

नोटों के बोरे

पढ़ने का समय 4 मिनटधीरेंद्र कुमार

₹7,500 करोड़ के QIP के साथ ये मल्टीबैगर तैयार है अगले दौर के लिए

पढ़ने का समय 4 मिनटAbhinav Goel

स्टॉक पॉडकास्ट

updateनए एपिसोड हर शुक्रवार

Invest in NPS

एक मैनिफ़ैस्टो इक्विटी निवेशकों के लिए

भविष्य की आशा और सतर्कता के मेल के साथ-साथ लंबे समय का नज़रिया कैसे सच्चे इक्विटी निवेशकों को दूसरों से अलग बनाता है.

ipo banner

हाल के IPO

नाम प्राइस बैंड (₹) बोली लगाने की तारीख़
Hyundai Motor India 1865 - 1960 15-अक्तूबर-2024 से 17-अक्तूबर-2024
Usha Financial Services 160 - 168 24-अक्तूबर-2024 से 28-अक्तूबर-2024
वारी एनर्जीज़ -- 21-अक्तूबर-2024 से 23-अक्तूबर-2024
Deepak Builders & Engineers India -- 21-अक्तूबर-2024 से 23-अक्तूबर-2024
IPO मॉनिटरIPO मॉनिटर

दूसरी कैटेगरी