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मेरे पास 8-10 साल में निवेश करने के लिए ₹35 लाख हैं और मैं इसे सात फ़ंड्स में निवेश करने की सोच रहा हूं. क्या ये जोख़िम लेने वालों के लिए एक सही स्ट्रैटजी है? - धनक सब्सक्राइबर
Is it better to invest in multiple funds: अपने पोर्टफ़ोलियो को डाइवर्सिफ़ाई करना अच्छा है और क्वालिटी फ़ंड्स को ध्यान में रखकर कम से कम फ़ंड्स में निवेश करना चाहिए. इससे पोर्टफ़ोलियो मैनेज करने में आसानी होती है और नुक़सान का डर भी कम रहता है. आइए इसे थोड़ा विस्तार से समझते हैं!
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Funds required in a portfolio: एक अनुभवी निवेशक के तौर पर 8-10 साल के लिए ₹35 लाख का निवेश के साथ-साथ उस रक़म को कई फ़ंड्स में डाइवर्सिफ़ाई करना एक समझदारी भरा क़दम है. लेकिन सात फ़ंड्स को मैनेज करना थोड़ा मुश्क़िल होने के साथ-साथ कम असरदार साबित हो सकता है. इसके बजाय, पांच फ़ंड्स में निवेश करने पर विचार करें. और, हरेक फ़ंड को लगभग 20 फ़ीसदी के साथ एलोकेट करना सही रहेगा.
फ़ंड की निगरानी
जितने कम फ़ंड्स होंगे ध्यान देने में उतनी आसानी होगी. साथ ही, ज़्यादा बेहतर एलोकेशन का फ़ायदा भी मिलेगा और ये तय हो जाता है कि आप अपने निवेश से जुड़े रहेंगे. जब आपका पैसा पांच फ़ंड्स में एलोकेट होता है तो आप आसानी से उनके प्रदर्शन की निगरानी और एडजस्ट कर सकते हैं. वहीं, ज़्यादा फ़ंड्स में निवेश करना ग़लत फ़ैसला साबित हो सकता है. जहां आप हरेक फ़ंड पर उतना ध्यान नहीं दे पाएंगे जितना कि देना चाहिए.
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