Invest or Repay Debts: निवेश करें या लोन चकाएं? अक्सर लोग इस सवाल का सामना करते हैं. एक रीडर ने हमें इस संबंध में ईमेल किया. मेल में उसने बताया कि उसका हाउसिंग लोन चल रहा है. इस लोन पर वो सालाना 11 फ़ीसदी ब्याज चुका रहा है. वो अपनी इनकम से लोन की EMI चुका रहा है, जिसमें उसे समस्या नहीं है. अब उसके पास कुछ रक़म है जिसे उसने पिछले कुछ साल के दौरान ज़मा किया है और इसे वो निवेश कर सकता है. रीडर का सवाल है कि वो पहले लोन चुकाए या निवेश करे (repay home loan or invest)? क्या बेहतर हो सकता है, क्या उसे अपना होम लोन समय से पहले चुका देना चाहिए या उसे इस रक़म को इक्विटी म्युचुअल फ़ंड में लंबे समय के लिए निवेश कर देना चाहिए.
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फ़ाइनेंशियल प्लानर की सलाह
Invest or Pay off Loan: ये कोई असामान्य बात नहीं है. आमतौर पर सैलरीड लोग होम लोन लेकर ही घर ख़रीदते हैं. आप होम लोन उतना ही लेते हैं जिसकी EMI आसानी से चुका सकें. बाद में इनकम बढ़ने के साथ लगता है कि आप समय से पहले लोन चुका सकते हैं. अगर आप किसी फ़ाइनेंशियल प्लानर से ये सवाल पूछेंगे कि लोन चुकाएं या निवेश करें तो ये सलाह मिलने की ज़्यादा संभावना है कि पहले आप लोन चुकाएं. असल में, फ़ाइनेंशियल प्लानर की सलाह फ़ाइनेंशियल प्लानिंग के सिद्धांत पर आधारित होती है.
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निवेश से पहले लोन चुकाएं
इस धारणा का मतलब है कि बचत और निवेश करने से पहले अपना लोन चुकाएं. ये बात आमतौर पर सब के लिए सही है और सबको लगभग हमेशा ये बात फ़ॉलो करनी चाहिए. ग़ौर कीजिएगा, मैंने कहा है कि लगभग हमेशा. अगर आप पर महंगा लोन जैसे क्रेडिट कार्ड लोन चुकाने या बचत करने में से चुनाव करना है तो बिना सोचे आपको पहले क्रेडिट कार्ड लोन चुकाना चाहिए. इसके अलावा कार लोन जैसे मामलों में भी आपको यही करना चाहिए.
हालांकि इस सलाह के अपवाद भी हो सकते हैं. इक्विटी फ़ंड में लंबे समय के निवेश से हाउसिंग लोन पर लगनी वाली ब्याज़ के मुक़ाबले ज़्यादा रिटर्न मिल सकता है. बीते 10 साल की अवधि के ज़्यादातर हिस्सों में SIP ने काफ़ी अच्छा रिटर्न दिया है. हाउसिंग लोन के साथ बचत करने का प्रयास कर रहे लगभग सभी लोगों के लिए ये बेहतर विकल्प हो सकता है.
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लोन चुकाने का फ़ायदा
इसके अलावा हाउसिंग लोन समय से पहले न चुकाने का एक और फ़ायदा ये है कि इस पर आप जो ब्याज़ चुकाते हैं, उस पर टैक्स छूट मिलती है. अगर आप टैक्स छूट के फ़ायदे भी जोड़ लें और इसके बाद होम लोन पर लगने वाले ब्याज़ को कैलकुलेट करें तो ये और कम हो जाएगा. इसके अलावा होम लोन लेकर घर ख़रीदने से आपको एक और फ़ायदा मिलता है. आपका रेंट बचता है. अब अगर किसी के पास बचत की बड़ी रक़म है और उसे नहीं लगता है कि आने वाले समय में उसे इस रक़म की ज़रूरत पड़ सकती है. इस लिहाज से निवेश करने के बजाए लोन समय से पहले चुकाने का फ़ैसला लिया जा सकता है.
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इस बात का ख़ास ख़्याल रखें
अगर किसी के पास बहुत कम सेविंग है या बिल्कुल ही नहीं है. तो होम लोन की ब्याज़ दर कुछ भी हो, हर हालात में उसे होम लोन जारी रखना चाहिए. हालांकि, इसके साथ उसे थोड़ी बचत भी करनी चाहिए. भले ही ये बचत होम लोन पर चुकाए जाने वाले ब्याज़ के बराबर या उससे कम रिटर्न ही दे रही हो. ये बहुत ही सरल और सीधी बात है कि सबसे पहले आपके पास इतनी बचत तो होनी ही चाहिए, जिससे आप किसी मुश्किल समय का सामना आसानी से कर सकें. यानी आपके पास इमरजेंसी के लिए फ़ंड ज़रूर इकट्ठा होना चाहिए. इस बात पर कोई समझौता नहीं हो सकता है.