सफल निवेश की ओर आपका पहला क़दम अपनी आर्थिक स्थिति पर ग़ौर करने के साथ शुरू होता है. आपको सबसे पहले अपनी आमदनी, ख़र्च, क़र्ज़ या देनदारियों और बचत को अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए. आप इन सबके बारे में मोटे तौर पर तो जानते ही होंगे, लेकिन इतना ही काफ़ी नहीं होता. इसे लेकर आपको पूरी स्पष्टता होनी चाहिए.
निवेश से पहले आती है बचत!
निवेश के लिए ज़्यादा पैसा बचें, इसके लिए बचत को बढ़ाना ज़रूरी है. इसीलिए आपको अपने ख़र्च पर कड़ी नज़र रखनी होगी. ख़ासकर ऐसे ख़र्च पर जो ग़ैर-ज़रूरी हों. ऐसे ख़र्चों में कटौती करने की कोशिश की जानी चाहिए. इसी तरह से आपको अपने क़र्ज़ या देनदारियों की स्थिति पर भी ग़ौर करना चाहिए और ये पता लगाना चाहिए कि इस पर आप कितना ख़र्च कर रहे हैं.
क्रेडिट कार्ड एक जंजाल है!
मिसाल के तौर पर अगर क्रेडिट कार्ड बिल पर बड़ी रक़म बक़ाया है, तो आपको सबसे पहले इसे चुका देना चाहिए. इस बात का कोई मतलब नहीं होता कि आप क्रेडिट कार्ड पर 40 फ़ीसदी ब्याज दें और निवेश पर 10-12 फ़ीसदी का रिटर्न पाएं.
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तंदुरुस्ती हज़ार नियामत है!
निवेश से पहले जिस एक बड़ी चीज़ का इंतज़ाम आपको करना होगा, वो है, अपने और परिवार के सदस्यों के लिए हेल्थ कवर लेना. दूसरी ज़रूरी बात है, अगर कोई आर्थिक रूप से आप पर से निर्भर है, तो टर्म लाइफ़ कवर ख़रीदें. तीसरी बात, एक इमरजेंसी फ़ंड बनाएं, जो कम-से-कम छह महीने का बुनियादी ख़र्च कवर करता हो. इन क़दमों को उठा कर आप ये पक्का कर लेंगे कि आप पर या परिवार पर अचानक आने वाले किसी संकट की वजह से निवेश के प्लान पर कोई बड़ा असर नहीं पड़े.
ईमानदार सवाल ही जानदार सवाल हैं!
अब यहां तक आपने अमल कर लिया है तो अपने-आप से कुछ ज़रूरी सवाल पूछिए:
- मेरे फ़ाइनेंशियल गोल क्या हैं?
- मेरा निवेश कितना समय के लिए होगा?
- मुझे किस तरह के निवेश में पैसा लगाना चाहिए?
- मुझे निवेश की शुरुआत कितने पैसे से करनी चाहिए?
इन सवालों का जवाब देते समय ईमानदार रहना ज़रूरी है. कुछ भी छुपाने की कोशिश मत कीजिए. अगर आप अपने तमाम निवेश के लक्ष्य और भविष्य में होने वाली पैसों की ज़रूरत को सही-सही तय नहीं करते हैं, तो निवेश का लक्ष्य हासिल करना मुश्किल हो जाएगा. निवेश के अलग-अलग लक्ष्य सामने न होने पर आपका पूरा निवेश प्लान बिगड़ सकता है. इसीलिए बेहद अहम है कि निवेश की अवधि और निवेश का विकल्प सही-सही तय किया जाए.
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निवेश का लक्ष्य विदेश में छुट्टी बिताना है!
अब एक उदाहरण लेते हैं कि किसी एक निवेश के लक्ष्य को ध्यान में रख कर निवेश तय करने का फ़ैसला कैसे करें:
- लक्ष्य: विदेश में हॉलीडे के लिए ₹8 लाख चाहिए
- समय: 5 से 7 साल निवेश का समय
- विकल्प: इक्विटी निवेश
- कितना निवेश कर सकते हैं: ₹10,500 रुपए महीना
अब आप हमारा SIP कैलकुलेटर इस्तेमाल कर सकते हैं. एक मिसाल के तौर पर, अगर सालाना निवेश 10 फ़ीसदी रिटर्न देगा तो आप 5 साल में ₹8 लाख बना लेंगे. इसका मतलब है कि विदेश में छुट्टियां बिताना काफ़ी हद तक आपकी पहुंच में होगा.
इसी तरह से आप अपने दूसरे फ़ाइनेंशियल गोल के लिए तय समय में तय रक़म जमा करने के लिए हर महीने की निवेश की ज़रूरत के लिए गोल कैलकुलेटर का इस्तेमाल कर सकते हैं या ये पता कर सकते हैं कि एक तय मासिक निवेश से आप जितनी रक़म बनाना चाहते हैं उसमें कितना समय लगेगा.
एक बार अपने फ़ाइनेंशियल गोल की लिस्ट बनाने के बाद एक प्लान बनाने के लिए ऊपर बताए गए तरीक़े को अपना सकते हैं. इस तरह प्लानिंग के साथ आप अपने निवेश की शुरुआत एक व्यवस्थित तरीक़े से कर सकते हैं.
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