बड़े सवाल

क्या चांदी निवेशकों का ‘नया सोना’ है?

हम यहां गोल्ड के मुक़ाबले सिल्वर निवेश की तुलना कर रहे हैं

Is it better to invest in gold or silver? in HindiAI-generated image

अक्सर 'ग़रीबों का गोल्ड' कही जाने वाली चांदी ने 3 नवंबर 2024 तक बीते एक साल में सोने के 24.63 फ़ीसदी की तुलना में लगभग 30 फ़ीसदी का आकर्षक रिटर्न दिया है. ये आंकड़े आपको चांदी की ओर आकर्षित कर सकते हैं. लेकिन कोई फ़ैसला लेने से पहले, नीचे दिए दो सवालों पर विचार करें.

1. कौन सा मेटल बेहतर रिटर्न देता है?

ज़्यादातर निवेशकों के लिए, ये दोनों क़ीमती धातु बाज़ार में उतार-चढ़ाव के खिलाफ़ सुरक्षा देने का काम करती हैं. हम आमतौर पर चाहते हैं कि हमारे पोर्टफ़ोलियो का ये हिस्सा स्थिरता दे और हमारे पैसे को सुरक्षा दे, न कि बेतहाशा रिटर्न दे.

नवंबर 2019 से नवंबर 2024 तक किसी भी पांच साल की अवधि में चांदी ने रिटर्न की एक बड़ी रेंज दिखाई है, जो -2 फ़ीसदी से लेकर 21 फ़ीसदी तक के सबसे ऊंचे स्तर पर रहा है. दूसरी ओर, गोल्ड में 7 फ़ीसदी से 19 फ़ीसदी की एक सीमित रेंज रही है.

हालांकि, दोनों मेटल ने औसतन उसी पांच साल की अवधि में लगभग 12 फ़ीसदी रिटर्न दिया है.

इसके अतिरिक्त, भले ही पीली धातु पांच साल के दौरान चांदी जितनी ही आगे बढ़ी है, लेकिन इसने 17 में से 11 साल में चांदी से बेहतर प्रदर्शन किया है.

ये भी पढ़िए - सोने की कहानी में एक मोड़

2. कौन सी धातु ज़्यादा उतार-चढ़ाव वाली है?

भले ही, रिटर्न निवेश का एक हिस्सा है, लेकिन दूसरा हिस्सा जोख़िम है. रोलिंग स्टैंडर्ड डीविएशन (standard deviation) द्वारा मापी गई क़ीमत में स्थिरता की बात करें तो दोनों धातुओं में बड़ा अंतर दिखाई देता है.

चांदी के लिए, जोख़िम का ये स्तर लगभग 90 फ़ीसदी समय 25 फ़ीसदी ज़्यादा था. दूसरे शब्दों में, चांदी ने मूल्य में बड़े उतार-चढ़ाव का अनुभव किया, जिससे ये काफ़ी अप्रत्याशित हो गया. दूसरी ओर, सोना बहुत स्थिर था, जिसके का जोख़िम स्तर 11 फ़ीसदी से 14 फ़ीसदी के बीच था.

इसलिए, भले ही सोने और चांदी ने एक जैसा रिटर्न दिया हो सकता है, लेकिन सोना बहुत कम उतार-चढ़ाव के साथ इसे हासिल करता है.

हमारी राय

ऐतिहासिक रूप से, सोने ने एक सीमित रेंज में रिटर्न दिया है और चांदी की तुलना में कम अस्थिर है. इसलिए, सोना बेहतर है.

हम वैल्यू रिसर्च धनक में सोने को पोर्टफ़ोलियो डाइवर्सिफ़िकेशन के एक विकल्प के तौर पर देखते हैं, ख़ासकर उन निवेशकों के लिए जो इक्विटी मार्केट में अस्थिरता से चिंतित हो जाते हैं. हालांकि, ध्यान रहे कि ये पूंजी वेल्थ बनाने वाला निवेश नहीं है.

दूसरे, अगर आपके पोर्टफ़ोलियो में पहले से ही कुछ सोना है, तो क्या चांदी जोड़ने का कोई असल फ़ायदा है? इसका जवाब ‘नहीं’ है. चांदी ने मोटे तौर पर रिटर्न में उतार-चढ़ाव प्रदर्शित किया है और ये ज़्यादा अस्थिर है. साथ ही ये भी देखिए कि अगस्त 2020 में चांदी को नए शिखर पर पहुंचने में लगभग नौ साल लग गए.

ये भी पढ़िए - सॉवरिन गोल्ड बॉन्ड इस समय महंगे हैं. गोल्ड में निवेश के दूसरे तरीक़े क्या हैं?


टॉप पिक

शेयर बाज़ार का छिपा खज़ाना क्या आपके हाथ लगेगा?

पढ़ने का समय 3 मिनटSatyajit Sen

Stock Rating Update: 7 फ़ाइव-स्टार शेयर जिनमें बने ख़रीदारी के मौक़े!

पढ़ने का समय 2 मिनटरिसर्च डेस्क

एक ख़तरनाक खेल

पढ़ने का समय 5 मिनटधीरेंद्र कुमार down-arrow-icon

2025 को अपने निवेश का सबसे शानदार साल बनाएं!

पढ़ने का समय 3 मिनटवैल्यू् रिसर्च टीम

रेग्युलर इनकम के लिए NPS बेहतर है या इक्विटी सेविंग्स फ़ंड?

पढ़ने का समय 3 मिनटAmeya Satyawadi

वैल्यू रिसर्च धनक पॉडकास्ट

updateनए एपिसोड हर शुक्रवार

Invest in NPS

यही बैलेंस है सही

क्यों निवेश की सही अप्रोच छुपी है इक्विटी (Equity) और डेट (debt) निवेशों की अति के बीच

दूसरी कैटेगरी