'अगर अलॉटमेंट की तारीख़ से एक साल तक यूनिट बेची/ स्विच की जाती हैं, तो तीन प्रतिशत का एग्ज़िट लोड लगता है.सॉल्यूशन ओरिएंटेड फ़ंड के डिटेल चेक करते समय ये बात आपको चकरा सकती है.
इन फ़ंड्स में पांच साल का लॉक-इन होने के बावजूद, ये एग्ज़िट लोड का भुगतान करके जल्द निवेश से बाहर निकलने (redemption) की संभावना पर सवाल खड़ा करता है.
सॉल्यूशन ओरिएंटेड फ़ंड क्या हैं?
सॉल्यूशन ओरिएंटेड म्यूचुअल फ़ंड बच्चों की एजुकेशन या रिटायरमेंट सेविंग जैसे ख़ास लक्ष्य तक पहुंचने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं. 29 फ़रवरी, 2024 तक, 11 रिटायरमेंट और नौ बच्चों के फ़ंड्स के तहत, क्रमशः क़रीब ₹24,930 करोड़ और ₹18,850 करोड़ का इंतज़ाम किया जा रहा है.
ये फ़ंड समय से पहले पैसे निकालने को हतोत्साहित करने के लिए, सेबी (SEBI) के तय किए पांच साल के लॉक-इन पीरियड के साथ आते हैं. लेकिन नियमों में ये भी कहा गया है कि 'या रिटायरमेंट की उम्र तक, जो भी पहले हो' / 'या जब तक बच्चा वयस्क न हो जाए, जो भी पहले हो.' और यहीं से भ्रम की शुरुआत होती है (Or till the retirement age, whichever is earlier / Or till the child attains majority, whichever is earlier).
आइए इसे समझते हैं. मान लीजिए, एक दशक पहले 28 फ़रवरी 2014 को एक्सिस चिल्ड्रेन्स गिफ़्ट फ़ंड में ₹1 लाख का सालाना निवेश शुरू किया गया, उस समय आपका बच्चा आठ साल का था.
हर एक सालाना निवेश में पांच साल का नया लॉक-इन पीरियड होगा. मतलब, 28 फ़रवरी, 2014 को किया गया इन्वेस्टमेंट 28 फ़रवरी, 2019 तक लॉक रहेगा. इसी तरह 27 फ़रवरी, 2015 को किया गया इन्वेस्टमेंट 28 फ़रवरी, 2020 तक लॉक रहेगा, इत्यादि.
अब आप अपने बच्चे के 18 साल के होने के बाद 27 फ़रवरी, 2024 तक अपने सभी निवेश निकालना (withdraw) चाहते हैं. ऐसे में, 2019 तक के सभी निवेश निकाले जा सकते हैं क्योंकि उनका पांच साल की लॉक-इन पीरियड पूरा हो गया है.
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हालांकि 2021 के बाद से किए गए इन्वेस्टमेंट ने पांच साल का लॉक-इन पीरियड पूरा नहीं किया है, लेकिन उन्हें कैश किया जा सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि बच्चे की उम्र 18 साल हो गई है. लेकिन इस पर एग्ज़िट फ़ीस लगेगी. नीचे हम बता रहे हैं कि आपको कितना भुगतान करना होगा:
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28 फ़रवरी 2023 में गए इन्वेस्टमेंट पर 3 प्रतिशत एग्ज़िट फ़ीस होगी, क्योंकि जब आप ये रक़म निकाल रहे हैं, तब इस डिपॉज़िट का पहला साल है.
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28 फ़रवरी 2022 में गए इन्वेस्टमेंट पर 2 प्रतिशत फ़ीस लगेगी, क्योंकि आप डिपॉज़िट के दो साल के भीतर रक़म निकाल रहे हैं.
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28 फ़रवरी 2021 में गए इन्वेस्टमेंट पर 1 प्रतिशत फ़ीस लगेगी, क्योंकि आप डिपॉज़िट के तीन साल के भीतर रक़म निकाल रहे हैं.
- 28 फ़रवरी 2021 से पहले इन्वेस्टमेंट किए गए किसी भी पैसे पर, कोई एग्ज़िट लोड नहीं लगेगा.
*ये एक्ज़िट लोड एक्सिस चिल्ड्रन्स गिफ़्ट फ़ंड पर लागू हैं.
एक्सिस चिल्ड्रेन्स गिफ़्ट फ़ंड के एग्ज़िट लोड की कैलकुलेशन
अमाउंट निवेश किया गया (₹) | तारीख़ | NAV | यूनिट्स की संख्या | यूनिट्स की कुल संख्या | निवेश की वैल्यू (₹) | एग्ज़िट लोड |
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1,00,000 | 28 फ़रवरी 2014 | 27.2 | 3,676 | 3,676 | 1,00,000 | |
1,00,000 | 27 फ़रवरी 2015 | 37 | 2,703 | 6,379 | 2,36,029 | |
1,00,000 | 29 फ़रवरी 2016 | 37.6 | 2,660 | 9,039 | 3,39,857 | |
1,00,000 | 28 फ़रवरी 2017 | 47.6 | 2,101 | 11,140 | 5,30,244 | |
1,00,000 | 28 फ़रवरी 2018 | 56.7 | 1,764 | 12,903 | 7,31,615 | |
1,00,000 | 28 फ़रवरी 2019 | 57.6 | 1,736 | 14,639 | 8,43,228 | |
1,00,000 | 28 फ़रवरी 2020 | 59.8 | 1,672 | 16,312 | 9,75,434 | |
1,00,000 | 28 फ़रवरी 2021 | 69.7 | 1,435 | 17,746 | 12,36,919 | 1% (₹1,469) |
1,00,000 | 28 फ़रवरी 2022 | 81.3 | 1,230 | 18,976 | 15,42,777 | 2% (₹2,519) |
1,00,000 | 28 फ़रवरी 2023 | 84.1 | 1,189 | 20,165 | 16,95,910 | 3% (₹ 3,650) |
Date of redemption | 27 फ़रवरी 2024 | 102.4 | 20,165 | 20,64,937 | ||
निवेश की आज की वैल्यू : ₹2,056,273 हालांकि, ये एक्सिस चिल्ड्रेन्स गिफ़्ट फ़ंड का उदाहरण है, एग्ज़िट लोड कैलकुलेशन एग्ज़िट लोड वाले दूसरे सॉल्यूशन ओरिएंटेड फ़ंड्स के लिए समान होगी. |
जैसा कि कहा गया है, केवल पांच सॉल्यूशन ओरिएंटेड फ़ंड एग्ज़िट लोड लेते हैं, और नीचे दी गई टेबल उनका एग्ज़िट लोड स्ट्रक्चर दिखाती है:
एक्ज़िट लोड के साथ सॉल्यूशन ओरिएंटेड फ़ंड
स्कीम | लोड |
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SBI मैग्नम चिल्ड्रन्स बेनेफ़िट | एक साल के भीतर पैसा निकालने पर - 3%. एक से दो साल के बीच पैसा निकालने पर - 2%. दो से तीन साल के बीच पैसा निकालने पर - 1%. |
एक्सिस चिल्ड्रन्स गिफ़्ट | एक साल के भीतर पैसा निकालने पर - 3%. एक से दो साल के बीच पैसा निकालने पर - 2%. दो से तीन साल के बीच पैसा निकालने पर - 1%. |
टाटा रिटायरमेंट सेविंग्स | 61 महीनों के भीतर पैसा निकालने पर 1%. |
टाटा यंग सिटिज़न्स | अगर बच्चे के 18 साल की उम्र तक पहुंचने से पहले पैसा निकाला जाता है, तो 1%. |
फ़्रैंकलिन इंडिया पेंशन | 58 साल की उम्र से पहले पैसा निकालने पर 3%. |
इसके अलावा सॉल्यूशन ओरिएंटेड फ़ंड अक्सर, जीवने के अलग-अलग पड़ाव और रिस्क की क्षमता के मुताबिक़ (different life stages and risk appetites), अलग एलोकेशन के साथ आते हैं. मिसाल के तौर पर रिटायरमेंट फ़ंड आम तौर पर अग्रेसिव, डायनैमिक और कंज़रवेटिव प्लान पेश करते हैं, जबकि बच्चों के फ़ंड इन्वेस्टमेंट प्लान के लिए इक्विटी और सेविंग प्लान के लिए डेब्ट (debt) पर फ़ोकस करते हैं.
जबकि, एक बच्चों के फ़ंड प्लान से दूसरे में ट्रांसफ़र करने पर एग्ज़िट लोड लागू होता है, वहीं कुछ रिटायरमेंट प्लान इसका अपवाद होते हैं. वे आमतौर पर उम्र के आधार पर एक ऑटो ट्रांसफ़र की सुविधा देते हैं, जो बिना किसी एग्ज़िट फ़ीस के इस बदलाव को आसानी से कर देता है.
हमारी राय
सॉल्यूशन ओरिएंटेड फ़ंड आकर्षक लग सकते हैं, मगर ये मार्केटिंग का एक हथकंडा भर हैं और ये आपको कोई भी अनोखी चीज़ नहीं देते. आप एक आम म्यूचुअल फ़ंड के साथ इसी लक्ष्य को पा सकते हैं जिसमें सारे फ़ायदे भी मिल जाएंगे, और वो भी पांच साल के लॉक-इन और एग्ज़िट लोड के सर चकरा देने वाले कैलकुलेशन के बिना.
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