SBI म्यूचुअल फ़ंड ₹8.5 लाख करोड़ की एसेट्स के साथ देश का सबसे बड़ा म्यूचुअल फ़ंड. ये फ़ंड अब SBI एनर्जी अपॉर्चुनिटीज़ फ़ंड के रूप में एक नई पेशकश लेकर आया है. ये फंड 6 फरवरी 2024 को लॉन्च हुआ और सब्सक्रिप्शन के लिए 20 फरवरी 2024 तक खुला रहेगा.
NFO के बारे में
फ़ंड का नाम | SBI एनर्जी अपॉर्चुनिटीज़ फ़ंड |
SEBI कैटेगरी | थीमेटिक/सेक्टोरल |
NFO पीरियड | 6 फरवरी 2024 से 20 फरवरी 2024 तक |
इन्वेस्टमेंट का उद्देश्य | ये फ़ंड ट्रेडिशनल और न्यू एनर्जी सेक्टरों और संबंधित बिज़नस की ग्रोथ का फ़ायदा उठाना चाहेगा. |
बेंचमार्क | निफ्टी एनर्जी TRI |
फ़ंड मैनेजर्स | राज गांधी और प्रदीप केसवन (ओवरसीज़ सिक्योरिटीज़) |
एग्ज़िट लोड | अगर एलॉटमेंट की तारीख़ से 1 साल के अंदर यूनिट्स को रिडीम या स्विच-आउट किया जाता है तो लागू NAV का 1 फ़ीसदी. उसके बाद शून्य. |
टैक्स कितना लगेगा | वैसा ही जैसा किसी दूसरे इक्विटी फ़ंड में लागू है. अगर यूनिट्स एक साल के बाद बेची जाती हैं: ₹1 लाख से ज़्यादा के कैपिटल गेन पर 10 फ़ीसदी टैक्स लगाया जाता है. हालांकि एक FY में ₹1 लाख तक का कैपिटल गेन टैक्स फ़्री है. अगर यूनिट्स एक साल के अंदर बेची जाती हैं: 15 फ़ीसदी. |
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SBI एनर्जी अपॉर्चुनिटीज़ फ़ंड के बारे में
- ये सेक्टोरल फ़ंड एनर्जी सेक्टर की कंपनियों पर नज़र रखेगा. ये भारत का पहला ऐसा फ़ंड होगा जो पूरी तरह से एनर्जी सेक्टर पर फ़ोकस करेगा. एनर्जी सेक्टर से जुड़े दो और फ़ंड भी हैं - टाटा रिसोर्सेज़ एंड एनर्जी फ़ंड और DSP नेचुरल रिसोर्सेज़ एंड न्यू एनर्जी फ़ंड . हालांकि, फ़ंड मैनेजर राज गांधी ने बताया कि ये दोनों फ़ंड एनर्जी के साथ-साथ सीमेंट और केमिकल सेक्टर से भी जुड़े हुए हैं.
- SBI एनर्जी अपॉर्चुनिटीज़ फ़ंड के लिए निफ्टी एनर्जी TRI बेंचमार्क होगा. इस इंडेक्स ने पिछले 12 महीनों में (5 फरवरी, 2024 तक) लगभग 71 फ़ीसदी का रिटर्न दिया है. इसका मुख्य कारण ये है कि NTPC , पावर ग्रिड , ONGC और कोल इंडिया जैसे कुछ बड़ी पब्लिक सेक्टर कंपनियों के शेयर रहे हैं, जिन्होंने पिछले 12 महीनों में 70 से 105 फ़ीसदी के बीच रिटर्न दिया है.
- वर्तमान में, इस इंडेक्स में 10 स्टॉक हैं. लेकिन फ़ंड के इन्वेस्टमेंट यूनिवर्स में ऑइल एंड गैस, यूटिलिटीज़ और पावर सेक्टरों के अलावा ट्रेडिशनल और न्यू एनर्जी बिज़नस से जुड़ी कंपनियां भी शामिल होंगी. ये फ़ंड पावर सब्सिडियरी, ग्रीन एनर्जी, ऑयल वैल्यू चेन, गैस वैल्यू चेन और पावर वैल्यू चेन जैसे सेक्टरों में निवेश करेगा.
- फ़ंड हाउस के अनुसार, इसके इन्वेस्टमेंट यूनिवर्स में लगभग 90-95 स्टॉक शामिल होंगे.
- फ़ंड द्वारा लगभग 20-25 स्टॉक का एक कंसन्ट्रेटेड पोर्टफ़ोलियो चलाने की संभावना है.
- SBI एनर्जी फ़ंड विदेशी कंपनियों में निवेश पर भी गौर करेगा. फ़ंड अपने पैसे का 35 फ़ीसदी तक अंतरराष्ट्रीय शेयरों में निवेश कर सकता है.
निफ्टी एनर्जी TRI का रिटर्न (% में)
1 साल | 30.61 |
3 साल | 28.22 |
5 साल | 21.09 |
10 साल | 17.9 |
29 दिसंबर 2023 तक सोर्स: स्कीम का इन्वेस्टर प्रेजेंटेशन |
फ़ंड मैनेजर्स के बारे में
राज गांधी घरेलू एलोकेशन का मैनेजमेंट संभालेंगे और प्रदीप केसवन विदेशी सिक्योरिटीज़ का मैनेजमेंट देखेंगे.
राज गांधी के पास फ़ाइनेंशियल सर्विसेज़ इंडस्ट्री में 17 साल से ज़्यादा का अनुभव है. वो अक्टूबर 2017 में SBI फ़ंड्स मैनेजमेंट (SBI Funds Management) के साथ जुड़े; और कमोडिटीज़ के साथ-साथ एनर्जी और धातु (कीमती धातुओं सहित) जैसे संबंधित सेक्टरों पर नज़र रखते हैं. ये राज द्वारा मैनेज किया जाने वाला पहला फ़ंड होगा.
वहीं, केसवन जुलाई 2021 में फ़ंड हाउस से जुड़े. उनके पास फ़ाइनेंशियल सर्विसेज़ इंडस्ट्री में 18 साल से ज़्यादा का अनुभव है. वर्तमान में वो SBI इंटरनेशनल एक्सेस-US इक्विटी FoF फ़ंड मैनेज करते हैं.
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हमारी राय
हमारा हमेशा से मानना रहा है कि एक रिटेल निवेशक को सही मायने में इस तरह के थीमेटिक या सेक्टोरल फ़ंड से दूर रहना चाहिए. ये बेहद जोख़िम भरे और अस्थिर हो सकते हैं.
इसके बजाय, डायवर्सिफ़ाइड इक्विटी फ़ंड का विकल्प चुनें. फ्लेक्सी-कैप फ़ंड इसकी एक मिसाल है.
दरअसल, फ्लेक्सी-कैप फ़ंड का एनर्जी कंपनियों में औसतन 7 फ़ीसदी एलोकेशन होता है. इसलिए, फ्लेक्सी-कैप फ़ंड में निवेश करने से आपको अपने आप एनर्जी कंपनियों में कुछ एक्सपोज़र मिल जाता है.
हालांकि, अगर आपने मन बना ही लिया है और आप इस विशेष थीम या सेक्टर वाले फ़ंड में निवेश करना चाहते हैं, तो अपने पैसे का केवल 5-10 फ़ीसदी ही इस फंड में लगाएं.