Anand Kumar
चार्ली मंगर की मृत्यु अमीरी में हुई. असल में, वो अब तक धरती पर आने वाले सभी इंसानों में 99.999... प्रतिशत लोगों से ज़्यादा अमीर हैं. हालांकि, पिछले कुछ दिनों में आपने उनपर जो कुछ भी पढ़ा होगा, उसके बावजूद चार्ली मंगर की बड़ी उपलब्धि ये नहीं थी कि उन्होंने एक मध्यमवर्गीय व्यक्ति के तौर पर शुरुआत की और फिर बहुत अमीर बन गए. मंगर की (और ज़ाहिर है वॉरेन बफ़े की) सबसे बड़ी उपलब्धि पूरी तरह से सामान्य तरीक़े से पैसा कमाना थी, और इसके लिए उन्होंने इसमें और कुछ जोड़ने की कोशिश नहीं की. हमारा ये दौर अतिशियोक्तियों का दौर है. हर अमीर या प्रतिभाशाली या फिर एक सफल व्यक्ति, किन्हीं ख़ास गुणों और प्रतिभाओं से भरा हुआ मान लिया जाता है और समझ लिया जाता है कि उनके अलावा ऐसा शख़्स और कहीं मिलना मुश्किल है. यही बात कंपनियों, उत्पादों या सेवाओं के लिए भी सच है. हर कोई, हर समय, हर चीज़ को लेकर उत्साहित, जुनूनी और रोमांचित रहता है.
इन सबके बीच, चार्ली मंगर एक आम ताज़ी हवा के झोंके की तरह थे. इस मज़ाकिया और स्पष्टवादी व्यक्ति की कही तमाम बातों में, शायद सबसे बड़ी बात ये थी कि "ये उल्लेखनीय है कि हमारे जैसे लोगों ने बहुत बुद्धिमान बनने की कोशिश करने के बजाय, बस बेवकूफ़ न बनने की कोशिश में लगे रह कर लंबे समय के दौरान इतने फ़ायदे में रहे हैं." बस इतनी सी बात. बस बेवकूफ़ी मत करो. इसके बजाय, नॉर्मल, समझदारी से काम करो और उन्हें साल-दर-साल, दशक-दर-दशक जारी रखो. उन्होंने, एक अर्से के दौरान लगातार लिए गए छोटे, स्मार्ट फ़ैसलों के मिले-जुले असर पर विश्वास करते हुए लंबे खेल की तरफ़दारी की. धीरे-धीरे प्रगति करना और पैसे को लगातार जोड़ने में उनका ये भरोसा उनकी निवेश रणनीति की बुनियाद थी, जो जीवन के प्रति उनके नज़रिए को दिखाती थी. दूसरे अमीर और सफल लोगों की प्रशंसा की जा सकती है. हालांकि, मंगर की सफलता की प्रकृति उनका अनुसरण करने लायक़ बना देती है, फिर चाहे आपके पास कितना भी कम या कितना भी ज़्यादा पैसा हो.
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इसमें की शक़ नहीं कि मूर्खतापूर्ण काम न करने की बात कहना जितना आसान है, करना उतना आसान नहीं. इसके लिए कुछ सही आदतें बनाने और अनुशासन की ज़रूरत होती है. चार्ली मंगर अलग-अलग विषयों के अद्भुत जानकार थे और अपनी पढ़ने की ज़बरदस्त आदत के लिए जाने जाते थे. ख़ुद को लगातार शिक्षित करने के लिए उन्होंने क़िताबों, अकादमिक पेपरों और समाचार लेखों को जमकर घोंटा था. जानने की इस भूख ने उन्हें तथ्यों और कड़े विश्लेषण के आधार पर समझदारी और जानकारी वाले फ़ैसले लेने के क़ाबिल बनाया.
इसी से जुड़ी, एक और आदत के लिए चार्ली मंगर को जाना जाता है और वो है, अपना मन बदलने और अपनी सोच को एडजस्ट करने की उनकी क़ाबिलियत. वो किसी तरह की ज़िद या हठधर्मिता का शिकार नहीं थे. 90 के दशक के अंत में भी, वो अपने से बहुत छोटे लोगों के साथ जुड़े रहे और अपनी आलोचनाओं का स्वागत किया. मंगर की ये बौद्धिक विनम्रता एक आधारशिला थी, जिसने उन्हें किसी तरह की मूर्खता और उतावलेपन से बचाए रखा. उन्होंने एक और बात कही थी कि "मुझे लोगों का ये स्वीकार करना पसंद है कि वो पूरी तरह से बेवकूफ़ रहे. (क्योंकि) मैं जानता हूं कि अगर मैं अपनी ग़लतियों पर नाक रगड़ूंगा तो मैं बेहतर परफ़ॉर्म करूंगा. कुछ सीखने की ये एक अद्भुत तरक़ीब है."
ये ग़लती स्वीकार करना कोरी बातें नहीं है. जबकि आम क़ारोबारी अपनी ग़लतियां कभी स्वीकार नहीं करते, मंगर और बफ़े इस तरह की स्वीकारोक्ति को लेकर जैसे उत्साहित रहते थे; टेक निवेश को लेकर उनकी समस्या दशकों से रही है. ऐतिहासिक रूप से, उनके IBM में निवेश ने ख़राब प्रदर्शन किया और Apple को उन्होंने बहुत देर से ख़रीदा - हालांकि बाद में उन्होंने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया. इससे भी ख़राब ये रहा, जो बफ़े और मंगर ने स्वीकार भी किया कि उनकी बड़ी असफलताओं में से एक था Google को ख़रीदने से चूक जाना. 2004 या उसके आसपास, उनकी बीमा कंपनी को Google की उस समय की नई विज्ञापन सेवा से बहुत फ़ायदा हुआ. उन्हें ये साफ़ दिखा कि ये कुछ बड़ा था. उन्होंने इसे देखा, इस पर बात की और पाया कि Google ज़बरदस्त संभावनाओं वाला बिज़नस था, मगर फिर भी इसमें कभी निवेश नहीं किया. मंगर ने Google में निवेश करने में नाक़ाम रहने पर कहा था, "हम वहां सिर्फ़ अपना अंगूठा चूसते हुए बैठे रहे."
आखिर में, चार्ली मंगर ने व्यक्तिगत चरित्र पर उतना ही ज़ोर दिया जितना मानसिक मॉडल और क़िताबों से मिलने वाले ज्ञान को विकसित करने पर दिया. उनका मानना था कि लंबे समय तक समझदार फ़ैसले लेने की क्षमता, ईमानदारी के साथ काम करने, और सही आदतों, और टेंपरामेंट पर निर्भर करती है. इसमें अपनी विशाल संपत्ति के बावजूद संयम का जीवन जीना, बेकार के जोख़िमों के पीछे न भागना, और ग़लतियों को छिपाने के बजाय उन्हें स्वीकार करने के लिए तैयार रहना जैसी चीज़ें शामिल है.
चार्ली मंगर का साधारण होना असाधारण था क्योंकि इसमें पूरी ज़िंदगी शिक्षा, बौद्धिक विनम्रता और मज़बूत चरित्र की ख़ूबियां शामिल थीं. मूर्खता से बचना सोचने में आसान लगता है लेकिन दशकों तक इसे बनाए रखना बेहद मुश्किल है. लेकिन चार्ली मंगर के लिए, साधारण से शुरुआत करना और कभी भी साधारण से ज़्यादा होने का दिखावा न करना, यक़ीनन आधुनिक युग का सबसे समझदार निवेश करियर कहलाएगा. उनका जीवन आम लोगों को सही फ़्रेमवर्क के साथ असाधारण सफलता हासिल करने के लिए प्रेरित करता है.
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