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बड़े फ़ायदे का चक्कर बुरा

कैसे बड़े और अप्रत्याशित फ़ायदे के सहारे, मुनाफ़े की झूठी कहानी गढ़ी जाती है.

बड़े फ़ायदे का चक्कर बुरा

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Exceptional Gains: हर चमकती चीज़ सोना नहीं होती और ज़रूरी नहीं कि हर तरह का घोषित मुनाफ़ा क़ारोबारी सफलता की वजह से हो.

अप्रत्याशित फ़ायदा (Exceptional gains) यानी कंपनी की अर्निंग को मिलने वाले एकमुश्त फ़ायदे से प्रॉफ़़िट से जुड़े आंकड़े बढ़ सकते हैं और उससे जुड़ी झूठी कहानी गढ़ी जा सकती है.

मिसाल के तौर पर, एक ABC नाम की बेकरी चेन की बात करते हैं. 2022 में इस बेकरी का टैक्स का बाद का मुनाफ़ा (profit after tax) ₹50 लाख रहा. हालांकि, 2023 में उसका प्रॉफ़िट आफ़्टर टैक्स, सालाना आधार पर 50 फ़ीसदी बढ़कर ₹75 लाख पर पहुंच गया. इस तरह के आंकड़ों को देखकर तो किसी को भी यही लगेगा कि ABC बेकरी के केक की जमकर बिक्री हो रही है.

हालांकि, इसके उलट ABC को डिमांड के मामले में जूझना पड़ रहा है. हक़ीक़त में, उसने 2023 में ₹80 लाख में अपने कई आउटलेट बेच दिए. अकाउंटिंग के नियमों के तहत इससे मिले पैसे को प्रॉफ़िट के रूप में दर्ज किया गया था. इस तरह से, अगर इस एकमुश्त लाभ को अलग कर दें, तो असल में बेकरी को नुक़सान ही हुआ.

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ABC जैसी तमाम कंपनियां हैं, जिनका प्रॉफ़िट एकमुश्त फ़ायदे के दम पर बढ़ाया गया है. ऐसे बिज़नस को खोजने के लिए, हमने एक क़वायद की है. हमने ₹1,000 करोड़ से ज़्यादा मार्केट कैप वाली BSE की कंपनियों (BFSI से इतर) पर नीचे दिए गए फ़िल्टर लगाए.

  • पांच साल (फ़ाइनेंशियल ईयर 19-23) का टैक्स के पहले का कुल मुनाफ़ा
  • टैक्स से पहले, पांच साल का कुल एडजस्टेड (अप्रत्याशित चीज़ों के लिए) टैक्स के पहले का मुनाफ़ा.

असाधारण का 'छलावा'

अगर अप्रत्याशित फ़ायदे को अलग कर दिया जाए तो ये कंपनियां प्रॉफ़िट से घाटे में आ जाएंगी

कंपनी मार्केट कैप (करोड़ ₹) कुल PBT(FY19-23; करोड़ ₹) कुल अप्रत्याशित फ़ायदे (FY19-23; करोड़ ₹) एडजस्टेड PBT(FY19-23; करोड़ ₹)
GE T&D इंडिया 8443 26 49 -23
द इंडिया सीमेंट्स 7555 92 172 -81
MMTC 6362 120 331 -211
तिलकनगर इंडस्ट्रीज 4045 264 546 -282
प्राइकोल 3962 0.3 10 -9
रैमकी इंफ्रास्ट्रक्चर 3790 1182 1294 -112
राज रेयॉन इंडस्ट्रीज़ 2478 511 671 -160
ISMT 2360 1844 2430 -586
ओरिएंटल होटल्स 1542 80 95 -15
श्रीराम प्रॉपर्टीज 1541 107 121 -14
ओरिएंट ग्रीन पावर 1366 2 62 -59
राणे (मद्रास) 1060 10 33 -23
मार्केट कैप 29 अगस्त, 2023 तक. PBT यानी प्रॉफ़िट बिफोर टैक्स.

बीते पांच साल के दौरान क़रीब-क़रीब सभी कंपनियों ने पैसा गंवाया. हालांकि, उनके अप्रत्याशित फ़ायदों (exceptional gains) से उन्हें अपनी कमाई पर हरा निशान बनाए रखने में मदद मिली.

आपके लिए सबक़
इस पूरी क़वायद से, निवेश से पहले बहीखातों की जांच करने की अहमियत का पता चलता है. एक हद तक देखें, तो ये जांच इस बात को तय करने के लिए काफ़ी नहीं है कि कंपनी मुनाफ़े में बनी हुई है या नहीं. इस बात की पुष्टि करना भी उतना ही ज़रूरी है कि कमाई कहां से हो रही है.

ध्यान रखिए, हमने एसेट्स की बिक्री को एकमुश्त फ़ायदे के रूप में गिना है, लेकिन ये एकमात्र अप्रत्याशित फ़ायदा नहीं है जिस पर आपको ध्यान देना चाहिए. हमारी सूची में शामिल चार कंपनियों, तिलकनगर इंडस्ट्रीज़ (Tilaknagar Industries), रैमकी इंफ्रा (Ramky Infra), राज रेयॉन इंडस्ट्रीज़ (Raj Rayon Industries) और ISMT ने डेट रिस्ट्रक्चरिंग (debt restructuring) के ज़रिये अप्रत्याशित फ़ायदा दर्ज किया है.

कुल मिलाकर, अगर किसी कंपनी की कमाई का एक बड़ा हिस्सा मुख्य बिज़नस के अलावा अन्य स्रोतों से आ रहा है, तो आपको सावधानी बरतनी चाहिए.

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