Anand Kumar
छोटी बचत के बड़े फ़ायदे
बचपन से हमें सिखाया जाता है कि जम कर पढ़ो. अच्छी तरह पढ़ोगे, तभी बड़े आदमी बनोगे. बड़ा आदमी, यानी ज़्यादा पैसे वाला. लगातार हमें ये बात याद दिलाई जाती है और आमतौर पर हम करते भी यही हैं. चाहे अपना बिज़नस हो या नौकरी, हमारी कोशिश ज़्यादा मुनाफ़ा कमाने या ज़्यादा सैलरी पाने की होती है. लेकिन दिलचस्प बात ये है कि हम अपनी बचत से कमाने की बात नहीं सोचते. इस बात पर ज़्यादा ध्यान ही नहीं देते कि छोटी बचत से लगातार सही निवेश करके भी बड़ा पैसा बनाया जा सकता है.
मैनेजमेंट सही होगा तो सब सही होगा
एक बात समझनी बेहद ज़रूरी है कि ये ज़्यादा मायने नहीं रखता कि आप कितना पढ़े-लिखे हैं या आप किस पद पर काम करते हैं. अगर आप अपने पैसों के मैनेजमेंट को नज़रअंदाज़ करते हैं तो आपकी आर्थिक स्थिति ख़राब होने की गुंजाइश बहुत ज़्यादा होती है. ये ठीक वैसा ही है, जैसे ख़ूब एक्सरसाइज़ करना और फिर तला-भुना जंक फ़ूड खा लेना. आपको एक्सरसाइज़ का फ़ायदा तो मिलेगा, लेकिन खाने की ग़लत आदतें उसके सारे फ़ायदे ख़त्म कर देंगी.
इसी तरह, जब बात पैसे की हो, तो पैसा कमाने के लिए मेहनत करना जितना ज़रूरी है, उतना ही ज़रूरी है पैसे का सही मैनेजमेंट.
छोटी बचत की बड़ी बात
आपकी थोड़ी सी ग़लतियां, सारी मेहनत बेकार कर सकती हैं. हालांकि, अगर आप समझदारी भरे कुछ काम करते हैं तो अपने जीवन का आर्थिक लक्ष्य हासिल करना आपके लिए आसान हो सकता है. आपको शायद ये बातें बेकार का ज्ञान लगें, मगर ऐसा नहीं है. इसे आप रोनाल्ड जेम्स रीड की कहानी से समझिए.
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एक चौकीदार और पेट्रोल पंप अटेंडेंट जो अमीर हो गया
रोनाल्ड जेम्स रीड का जन्म अमेरिका के डमरस्टन, वरमाउंट में एक छोटे से घर में 1921 में हुआ. वो अपने परिवार के हाई स्कूल ग्रेजुएट थे और दूसरे विश्व युद्ध में मिलिटरी पुलिस-मैन रहे. इसके बाद उन्होंने 25 साल तक एक गैस स्टेशन अटेंडेंट और मकैनिक के तौर पर काम किया. रिटायरमेंट के बाद, एक साल का ब्रेक लेने के बाद वो 17 साल तक पार्ट टाइम चौकीदार के तौर पर काम करते रहे. रोनाल्ड रीड की मृत्यू 2014 में 92 साल की उम्र में हुई. और अपने देहांत के बाद, वो अमेरिकी अख़बारों में छा गए.
क्या आप सोच सकते हैं कि एक चौकीदार अपनी वसीयत में $1.2 करोड़ लाइब्रेरी के लिए और $4.8 करोड़ एक अस्पताल के लिए दान करेगा? दरअसल, रीड ने अपनी कुल संपत्ति का 75 फ़ीसदी समाज सेवा के लिए दान कर दिया उनके पास कुल 8 करोड़ डॉलर की जमा पूंजी थी. 2023 में ये रक़म क़रीब ₹67 करोड़ होगी. ये पैसा उन्होंने किसी लॉटरी से नहीं बनाया था.
निवेश सही, तो पैसा आपके लिए काम करेगा
रीड ने ये पैसा ब्लू-चिप स्टॉक (bluechip stocks) के अपने डायवर्सीफ़ाइड पोर्टफ़ोलियो में लगातार निवेश करते हुए कमाई थी. ब्लू-चिप स्टॉक उन कंपनियों के स्टॉक होते हैं, जो बड़ी और अच्छी साख वाली कंपनियां होती हैं और उनका फ़ाइनेंशियल रिकॉर्ड अच्छा होता है. लेकिन रीड इतनी सादगी से रहते थे कि उनके किसी दोस्त, परिवार या पड़ोसी को ये पता नहीं चला कि उन्होंने इतनी सारा पैसा निवेश से बनाया है. ये बात तो सबको उनके मरने के बाद ही पता चली.
अब गार्ड या पैट्रोल पंप अटेंडेंट चाहे अमेरिका में हो या भारत में, उसकी आमदनी काफ़ी सीमित ही होती है. मगर इसके बावजूद, रीड ने इक्विटी निवेश से बड़ा पैसा बनाया.
बात ये है कि आपने पैसे के साथ क्या किया
रीड अपनी सीमित सैलरी वाली नौकरी की के बावजूद इक्विटी में निवेश करके इतना पैसा बनाने में क़ामयाब रहे. अगर इतने सीमित साधनों वाला व्यक्ति ऐसा कर सकता है, तो हम सभी ऐसा कर सकते हैं. इसके लिए आपको बस कुछ सरल बातों पर अमल करना होगा.
- कैरियर की शुरुआत के साथ, निवेश भी शुरू कर दें. निवेश का पैसा चाहे कितना ही कम हो.
- लंबे अर्से के लिए निवेश करें और इक्विटी में करें, ताकि ज़्यादा मुनाफ़ा मिल सके.
- ज़्यादा से ज़्यादा फ़ायदे के लिए निवेश में अनुशासन और निरंतरता बनाए रखें.
इस सीरीज़ की अगली स्टोरी में हम बात कर रहे हैं, निवेश शुरू करने के सही समय और कंपाउंडिंग की ताक़त के बारे में, जिसके बारे में प्रसिद्ध वैज्ञानिक अलबर्ट आइंस्टाइन ने कहा था कि कंपाउंडिंग दुनिया का आठवां अजूबा है.
इस सीरीज के दूसरे भाग-
2. निवेश शुरू करने का समय है अब
3. धन पाने और अमीर बनने का रास्ता
4. म्यूचुअल फ़ंड से दोस्ती
5. पहले म्यूचुअल फंड का प्लान
6. प्लान पर अमल करें
7. अगला कदम: निवेश को ट्रैक करें
8. निवेश से पहले कर लें ये काम