लर्निंग

पोस्ट ऑफ़िस सेविंग स्कीमों की हर बात जानिए

यहां हम पोस्ट ऑफ़िस सेविंग स्कीमों की ब्याज दर, फ़ायदों और निवेश की अवधि जैसी कई अहम जानकारियां बता रहे हैं

Know all Post Office Saving Schemes in Hindi

पोस्ट ऑफ़िस में आपके निवेश के लिए कई बचत योजनाएं उपलब्ध हैं, जो न केवल ब्याज ज़्यादा देती हैं, बल्कि इनमें से कई स्कीमों में टैक्स का फ़ायदा भी मिलता है. पोस्ट ऑफ़िस सेविंग स्कीमों की एक और ख़ास बात है कि इन पर भारत सरकार की गारंटी होती है.

इस लेख में हम आपको पोस्ट ऑफ़िस की इन स्कीमों की ब्याज दरों, ख़ूबियों, फ़ायदों और निवेश की अवधि जैसी अहम जानकारियों के बारे में बताएंगे.

पोस्ट ऑफ़िस सेविंग अकाउंट (What is a post office savings account?)

पोस्ट ऑफ़िस अकाउंट बैंक के सेविंग अकाउंट जैसा ही होता है. आप एक पोस्ट ऑफ़िस में केवल एक ही अकाउंट खोल सकते हैं, जो एक पोस्ट ऑफ़िस से दूसरे में ट्रांसफ़र कराया जा सकता है.

ब्याज दर : इस पोस्ट ऑफ़िस सेविंग स्कीम में आप नाबालिग के नाम पर भी अकाउंट खोल सकते हैं. ब्याज़ दर 4% है और इस पर टैक्स लगता है. हालांकि इनकम टैक्स नहीं कटता है.

मिनिमम बैलेंस : बिना चेक की सुविधा वाले अकाउंट में न्यूनतम बैलेंस ₹500/- होना चाहिए.

स्मॉल-सेविंग स्कीम्स की ब्याज़ दरें

अक्तूबर से दिसंबर, 2024 जुलाई से सितंबर, 2024 अप्रैल से जून, 2024 जनवरी से मार्च, 2024 अक्तूबर से दिसंबर, 2023 जुलाई से सितंबर, 2023
PORD 5 ईयर 6.7 6.7 6.7 6.7 6.7 6.5
POTD 1 ईयर 6.9 6.9 6.9 6.9 6.9 6.9
POTD 2 ईयर 7.0 7.0 7.0 7.0 7.0 7.0
POTD 3 ईयर 7.1 7.1 7.0 7.1 7.0 7.0
POTD 5 ईयर 7.5 7.5 7.5 7.5 7.5 7.5
POMIS 7.4 7.4 7.4 7.4 7.4 7.4
PPF 7.1 7.1 7.1 7.1 7.1 7.1
SSY 8.2 8.2 8.2 8.2 8.2 8.2
SCSS 8.2 8.2 8.2 8.2 8.2 8.2
NSC 7.7 7.7 7.7 7.7 7.7 7.7
KVP 7.5 7.5 7.5 7.5 7.5 7.5
RBI फ़्लोटिंग रेट बॉन्ड्स 8.1 8.1 8.1 8.1 8.1 8.1
PMVVY* 7.4 7.4 7.4 7.4 7.4 7.4
PORD - पोस्ट ऑफिस रेकरिंग डिपॉज़िट
POTD - पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉज़िट
POMIS - पोस्ट ऑफिस मंथली सेविंग स्कीम
PPF - पब्लिक प्रोविडेंट फंड
SCSS - सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम
NSC - नैशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट
KVP - किसान विकास पत्र
SSY - सुकन्या समृद्धि
PMVVY - प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (मार्च 31, 2023 तक किए गए निवेशों के लिए)

पोस्ट ऑफ़िस रेकरिंग डिपॉज़िट (PORD in Hindi)

5 साल की होती है RD : Post Office RD एक मासिक निवेश योजना है. फ़िलहाल इस पर सालाना 6.7 फ़ीसदी ब्याज़ मिल रहा है और अवधि 5 साल है. इस 5 साल के दौरान RD अकाउंट में हर महीने ₹10,000 का निवेश करने पर आपको कुल ₹1,13,659 की रक़म मिलेगी.

न्यूनतम निवेश : इस पोस्ट ऑफ़िस सेविंग स्कीम के अकाउंट में निवेशक न्यूनतम प्रति माह ₹100 तक निवेश कर सकता है. अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है.

दो वयस्क लोगों का ज्वाइंट अकाउंट भी खोला जा सकता है. नाबालिग के नाम पर भी अकाउंट खोल सकते हैं. कोई एक व्यक्ति अपने नाम पर एक से ज़्यादा अकाउंट भी खोल सकता है.

अकाउंट हो सकता है ट्रांसफ़र : RD अकाउंट एक पोस्ट ऑफ़िस से दूसरे में ट्रांसफ़र हो सकता है. अगर आप मासिक निवेश करने में चूक जाते हैं तो आपको हर ₹100 पर ₹1 का जुर्माना देना होगा.

नहीं लगता TDS : RD पर किसी तरह TDS भी नहीं लगता है. हालांकि, हर व्यक्ति के टैक्स स्लैब के मुताबिक, RD से हुई कमाई पर टैक्स लगता है. ये उन सभी निवेशकों के लिए सबसे बेहतर निवेश विकल्प है जो बिना जोख़िम के निवेश करके मासिक लाभ पाना चाहते हैं.

पोस्ट ऑफ़िस मंथली इनकम स्कीम (POMIS in Hindi)

मासिक आय की गारंटी : निवेशक द्वारा एकमुश्त निवेश करने पर ये पोस्ट ऑफ़िस सेविंग स्कीम आपको मासिक आमदनी की गारंटी देती है. कोई भी रेजिडेंट अकेले या ज्वाइंट MIS अकाउंट खोल सकता है.

अधिकतम निवेश : आप व्यक्तिगत रूप से ₹9 लाख या संयुक्त रूप से ₹15 लाख तक निवेश कर सकते हैं, और निवेश अवधि 5 साल है. पूंजी सुरक्षा इसका प्राथमिक उद्देश्य है. अक्तूबर-दिसंबर 2024 के लिए सालाना ब्याज दर 7.40% है, जो मासिक देय है.

एक उदाहरण से समझिए : अगर किसी शख़्स ने 5 साल के लिए POMIS योजना में ₹9 लाख का निवेश किया है. ऐसे में, 7.40 फ़ीसदी सालाना ब्याज दर पर, उस अवधि के लिए उनका मासिक ब्याज ₹5,550 होगा. मैच्योरिटी के बाद, वो कुल ब्याज के साथ अपनी जमा राशि, ₹9 लाख किसी भी डाकघर से निकाल सकते हैं या इसे इलेक्ट्रॉनिक क्लीयरेंस सर्विस (ECS) के ज़रिए अपने बचत खाते में ट्रांसफ़र कर सकते हैं. इसके अलावा, खाते को रिन्यू भी कराया जा सकता है.

ये भी पढ़िए - Income Tax Section 80C: कैसे बचाएगा आपका टैक्स?

पोस्ट ऑफ़िस टाइम डिपॉज़िट (Post Office Time Deposit Scheme in hindi)

न्यूनतम निवेश : इस पोस्ट ऑफ़िस सेविंग स्कीम में निवेश करने की न्यूनतम सीमा ₹1000 है. अधिकतम सीमा नहीं है. एक व्यक्ति कितने भी अकाउंट खोल सकता है. सिंगल होल्डिंग और ज्वाइंट दोनों ही अकाउंट खोले जा सकते हैं. नाबालिग भी निवेश कर सकते हैं

अकाउंट को पूरे भारत में एक पोस्ट ऑफ़िस से दूसरे में ट्रांसफ़र किया जा सकता है.

इस पोस्ट ऑफ़िस सेविंग स्कीम में डिपॉज़िट की अवधि पूरी होने के बाद अकाउंट अपने आप उतने ही अवधि के लिए फिर से शुरू हो जाएगा और ब्याज दर भी उतनी ही रहेगी.

टैक्स छूट : 5 साल के पोस्ट ऑफ़िस टाइम डिपॉज़िट में किए गए निवेश पर टैक्स का फ़ायदा मिलता है. ये निवेश इनकम टैक्स एक्ट, 1961 की धारा 80 C के तहत टैक्स कटौती को क्लेम किया जा सकता है.

किसान विकास पत्र (What is Kisan Vikas Patra)

KVP में आपको सालाना 7.5 फ़ीसदी कंपाउंडिंग ब्याज मिलती है. इसे किसी भी पोस्ट ऑफ़िस से ख़रीदा जा सकता है. इस पोस्ट ऑफ़िस सेविंग स्कीम में निवेश की रक़म हर 115 महीने में दोगुनी हो जाती है.

न्यूनतम निवेश : इसमें ₹1,000 का न्यूनतम निवेश कर सकते हैं और कोई अधिकतम सीमा नहीं है. सर्टिफ़िकेट को आसानी से ट्रांसफ़र किया जा सकता है और किसी भी तीसरे व्यक्ति के नाम किया जा सकता है. निवेश के 2.5 साल बाद आप कैश वापस निकाल सकते हैं.

टैक्स : इस पोस्ट ऑफ़िस सेविंग स्कीम निवेश पर अर्जित ब्याज़ टैक्स के दायरे में आता है. ये योजना दूरदराज के क्षेत्रों के नए और छोटे निवेशकों के लिए कारगर है जिनके पास इस तरह के अन्य विकल्पों तक पहुंच नहीं है.

ये भी पढ़िए - SCSS सब्सक्राइबर की अचानक हो जाए मृत्यु, तो कैसे क्लेम करें पैसे?

वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (Senior Citizens Savings Scheme in Hindi)

न्यूनतम उम्र : इस पोस्ट ऑफ़िस सेविंग स्कीम से जुड़ने की न्यूनतम उम्र 50 साल है (रिटायर्ड डिफ़ेंस कर्मचारियों के लिए). जो लोग 55 साल की उम्र के बाद ख़ुद से रिटायरमेंट ले लेते हैं वो भी रिटायरमेंट बेनेफ़िट मिलने के एक महीने बाद इसमें अकाउंट खोल सकते हैं. इस तरह के मामलों में निवेश होने वाला अमाउंट व्यक्ति को रिटायरमेंट पर मिलने वाले अमाउंट से ज़्यादा नहीं होना चाहिए.

अधिकतम निवेश सीमा : कोई भी व्यक्ति अपने नाम पर या ज्वाइंट अकाउंट (पति/पत्नी के साथ) के रूप में एक से ज़्यादा अकाउंट भी खोल सकता है. प्रति व्यक्ति अधिकतम निवेश सीमा (सभी अकाउंट में बैलेंस को मिलाकर) ₹30 लाख है.

मैच्योरिटी : इस पोस्ट ऑफ़िस सेविंग स्कीम में वर्तमान में ब्याज दर 8.2 फ़ीसदी सालाना है जिसका फ़ायदा हर तिमाही (हर तीन महीनों में) के पहले दिन मिल जाएगा. निवेश की मैच्योरिटी अवधि 5 साल है. उदाहरण के लिए, अगर आप आज इस योजना में ₹15 लाख निवेश करते हैं तो आपको हर तिमाही ₹30,750 का लाभ मिलेगा.

समय से पहले विदड्रॉल : समय से पहले राशि निकालने की अनुमति एक साल बाद ही संभव होगी. ऐसा करने पर निवेश राशि की 1.5 फ़ीसदी और 2 साल के बाद 1 फ़ीसदी रक़म कटेगी. योजना की अवधि पूरी होने के बाद इसको 3 साल तक बढ़ाया जा सकता है.

टैक्स : इस पोस्ट ऑफ़िस सेविंग स्कीम में किया गया निवेश इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80C के तहत टैक्स कटौती क्लेम के लिए मान्य है. हालांकि, टैक्स तभी लगेगा जब वार्षिक ब्याज ₹10,000 से ज़्यादा होगा.

पब्लिक प्रॉविडेंट फ़ंड (Public Provident Fund in Hindi)

टैक्स में बचतः PPF 15 साल की लंबी अवधि वाली निवेश योजना है, जिसमें वर्तमान में वार्षिक 7.1% की कंपाउंडिंग ब्याज मिल रही है. इस स्कीम में एक फ़ाइनेंशियल ईयर में अधिकतम ₹1,50,000 की जमा राशि इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80C के तहत कटौती के लिए योग्य है.

इनकम टैक्स की धारा 80 C के तहत PPF में निवेश की गई राशि को टैक्स कटौती के लिए क्लेम किया जा सकता है. इसके अतिरिक्त निवेश पर मिले ब्याज़ पर भी टैक्स नहीं लगेगा. जमा राशि पर जो ब्याज मिलता है वो तो टेक्स फ़्री होता ही है, हालांकि इससे कमाए गए ब्याज को इनकम टैक्स रिटर्न में दिखाना होगा.

न्यूनतम निवेश : इस पोस्ट ऑफ़िस सेविंग स्कीम से जुड़ने की न्यूनतम या अधिकतम उम्र सीमा नहीं है. सालाना न्यूनतम ₹500 का निवेश करना ज़रूरी है. इस योजना में सिंगल होल्डिंग अकाउंट ही खोल सकते हैं, ज्वाइंट अकाउंट की अनुमति नहीं है.

आप अपनी अधिकतम निवेश सीमा के अंदर रहते हुए किसी नाबालिग के नाम पर भी निवेश कर सकते हैं.

कब बंद होगा अकाउंट : 15 साल की अवधि ख़त्म होने के बाद उसे 5 साल के लिए और बढ़ाया जा सकता है. आप इसके बाद लगातार हर 5 साल में इसे बढ़ा सकते हैं. योजना शुरू होने के 5 साल बाद ही अकाउंट बंद करने की अनुमति है और इसका कारण कोई गंभीर समस्या या उच्च शिक्षा होना चाहिए.

आंशिक विदड्रॉल संभव : इस पोस्ट ऑफ़िस सेविंग स्कीम के शुरू होने के 5 साल बाद अकाउंट बंद न करके निवेश की गई रक]म का कुछ हिस्सा भी निकाला जा सकता है. आप अपने PPF अकाउंट में जमा धन राशि से कुछ शर्तों के आधार पर लोन ले सकते हैं. अकाउंट खोलने के दूसरे फ़ाइनेंशियल ईयर से पांचवें साल तक लोन सुविधा का लाभ उठाया जा सकता है

ये भी पढ़िए - NSC पर मिले ब्याज पर टैक्स कैसे लगता है?

राष्ट्रीय बचत पत्र (What is the NSC scheme)

मैच्योरिटी पीरियड : NSC का मैच्योरिटी पीरियड 5 साल है. इस पर मिलने वाली ब्याज दर 7.7% है, इस पर हर छह महीने में कंपाउंडिंग ब्याज़ लगता है जो योजना अवधि पूरी होने के बाद ही मिलता है. इसका मतलब है कि आपका ₹100,000 का निवेश 5 साल में ₹144,903 हो जाएगा.

न्यूनतम निवेश : ₹1000 की न्यूनतम निवेश राशि के साथ निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं है.

नाबालिग के नाम पर निवेश : NSC सिंगल होल्डिंग, ज्वाइंट होल्डिंग (3 वयस्कों तक) में, किसी नाबालिग/दिमागी रूप से अस्वस्थ वाले व्यक्ति की ओर से अभिभावक द्वारा या 10 साल से ज़्यादा उम्र के नाबालिग द्वारा अपने नाम पर किया जा सकता है.

टैक्स : इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80 C के तहत आपको टैक्स में छूट का फ़ायदा मिलता है. राष्ट्रीय बचत पत्र में निवेश करने पर आपका TDS नहीं कटता है.

NSC पर लोन : NSC को लोन लेने के लिए गारंटी के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है. नेशनल सेविंग सर्टिफ़िकेट को आप एक पोस्ट ऑफ़िस से दूसरे पोस्ट ऑफ़िस में ट्रांसफ़र कर सकते हैं. NSC सर्टिफ़िकेट को किसी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को ट्रांसफ़र किया जा सकता है, लेकिन ऐसा पूरी अवधि में सिर्फ़ एक ही बार हो सकता है.

NSC एक लंबी अवधि की टैक्स बचाने वाली और बिना जोख़िम की योजना है.

ये भी पढ़िए - क्‍या मुझे सुकन्‍या समृद्धि योजना में निवेश करना चाहिए?

सुकन्या समृद्धि योजना (sukanya samriddhi yojana in hindi)

उद्देश्य : छोटी लड़कियों के भविष्य के लिए माता-पिता को बचत करने को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से सुकन्या समृद्धि योजना पेश की गई थी. इसमें 8.2 फ़ीसदी की वार्षिक कंपाउंड ब्याज दर मिलती है.

न्यूनतम निवेश : इस पोस्ट ऑफ़िस सेविंग स्कीम में एक साल में न्यूनतम ₹1000 और अधिकतम ₹1,50,000 का निवेश किया जा सकता है. आपको इसमें अकाउंट खोलने के बाद 15 साल तक हर साल न्यूनतम राशि जमा करनी होगी. इस रक़म में हर साल ब्याज जुड़ता रहेगा.

टैक्स छूट : इस योजना के तहत खुलने वाले खातों को धारा 80 C के तहत सालाना ₹1.5 लाख तक टैक्स छूट दी जाएगी. इस पर मिलने वाली ब्याज़ दर और मैच्योरिटी की रक़म पर भी कोई टैक्स नहीं लगता है. योजना पूरी होने पर पैसा लड़की को मिलेगा जिस पर किसी तरह का टैक्स नहीं लगेगा.

मैच्योरिटी : इस पोस्ट ऑफ़िस सेविंग स्कीम में बेटी का अकाउंट खोलने की तारीख से 21 साल पूरा होने पर ही अकाउंट मैच्योर होगा. बालिका का विवाह अगर 18 साल के बाद या 21 साल से पहले होता है तो शादी की तारीख़ के बाद अकाउंट बंद कर दिया जाएगा. लड़की के NRI बनने या भारतीय नागरिकता खोने पर भी अकाउंट बंद कर दिया जाएगा. अकाउंट बंद होने के बाद जमा रकम ब्याज़ समेत निकाली जा सकती है.

किसके नाम पर खुलेगा अकाउंट : सुकन्या समृद्धि अकाउंट सिर्फ़ बच्ची के नाम पर ही खोला जा सकता है जिसकी इजाज़त उसके माता-पिता या वैध संरक्षक दे सकते हैं. अकाउंट खोलने के समय बच्ची की उम्र 10 साल से या उससे कम होनी चाहिए.

एक बच्ची के नाम पर एक से ज़्यादा अकाउंट नहीं खोला जा सकता है. माता-पिता/ संरक्षक दो बच्चियों के नाम दो ही अकाउंट खोल सकते हैं. अगर दूसरी बार में दो जुड़वां बच्चियां होती हैं तो तीन अकाउंट खोले जा सकते हैं.

जुर्माना : किसी साल में न्यूनतम अमाउंट जमा ना करने पर ₹50 का जुर्माना लगेगा.

लड़की निकाल सकती है पैसा : लड़की द्वारा विवाह या उच्च शिक्षा के उद्देश्य से 18 साल की उम्र होने पर इस पोस्ट ऑफ़िस सेविंग स्कीम का अकाउंट बंद किया जा सकता है. 18 साल की उम्र होने पर लड़की अकाउंट में जमा राशि का 50 फ़ीसदी तक निकाल सकती है.

ये भी पढ़िए - रेकरिंग डिपॉज़िट या म्यूचुअल फंड SIP: क्या बेहतर है?


टॉप पिक

उतार-चढ़ाव वाले मार्केट के लिए बेहतरीन म्यूचुअल फ़ंड

पढ़ने का समय 3 मिनटPranit Mathur

म्यूचुअल फ़ंड पोर्टफ़ोलियो को कैसे गिरावट से सुरक्षित करें?

पढ़ने का समय 2 मिनटवैल्यू रिसर्च

चार्ली मंगर की असली पूंजी

पढ़ने का समय 5 मिनटधीरेंद्र कुमार

वैल्यू रिसर्च एक्सक्लूसिव: मल्टी-कैप फ़ंड्स पर हमारी पहली रेटिंग जारी!

पढ़ने का समय 4 मिनटआशीष मेनन

लंबे समय के निवेश के लिए म्यूचुअल फ़ंड कैसे चुनें?

पढ़ने का समय 2 मिनटरिसर्च डेस्क

वैल्यू रिसर्च धनक पॉडकास्ट

updateनए एपिसोड हर शुक्रवार

Invest in NPS

नंबरों के परे, वास्तविक धन

विकास और धन का असल में क्या अर्थ होना चाहिए

दूसरी कैटेगरी