हीटिंग इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर "JNK इंडिया" 23 अप्रैल 2024 को अपना IPO (इनिशियल पब्लिक ऑफ़रिंग) लॉन्च करने जा रही है. निवेश का फ़ैसला लेने में निवेशकों की मदद के लिए, यहां हम कंपनी की ताक़त, कमज़ोरियों और ग्रोथ की संभावनाओं के बारे में बता रहे हैं.
JNK इंडिया संक्षेप में
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क्वालिटी:
FY21 और FY23 के बीच इसका तीन साल का औसत
रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE)
और औसत
रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (ROCE)
, क्रमशः 53 और 58 फ़ीसदी रहा.
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ग्रोथ:
साल (FY) 2021-23 के बीच इसका रेवेन्यू सालाना 72 फ़ीसदी बढ़ा है. इसके अलावा, इसी दौरान इसका PAT (प्रॉफ़िट आफ़्टर टैक्स) सालाना 68 फ़ीसदी बढ़ा.
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वैल्यूएशन:
स्टॉक का
P/E
और P/B क्रमशः 49.8 और 4.9 गुना है.
- मार्केट में कंपनी की स्थिति: ऑयल और गैस इंडस्ट्री में हीटिंग इक्विपमेंट (heating equipment) की बढ़ती डिमांड से ग्रोथ में तेज़ी आने की उम्मीद है. हालांकि, रिन्यूएबल एनर्जी की बढ़ती डिमांड के बीच अगर कंपनी पेट्रोकेमिकल और फ़र्टिलाइज़र इंडस्ट्री में इस्तेमाल होने वाले अपने प्रोडक्ट को बेहतर नहीं कर पाती है, तो इसकी फ़ाइनेंशियल स्थिति पर असर पड़ सकता है.
JNK इंडिया क्या करती है
JNK इंडिया दक्षिण कोरिया की कंपनी JNK ग्लोबल की भारतीय सब्सिडरी है. ये कंपनी ऑयल और गैस, पेट्रोकेमिकल्स और फ़र्टिलाइज़र इंडस्ट्री में इस्तेमाल होने वाले प्रोसेस-फ़ायर्ड हीटर, रिफ़ॉर्मर और क्रैकिंग फ़र्नेंस जैसे ज़रूरी गर्म करने वाली मशीनें या हीटिंग इक्विपमेंट बनाती है.
JNK इंडिया की ताक़त
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प्रमोटर कंपनी से सहयोग:
JNK ग्लोबल का 'ग्लोबल मार्केट शेयर' 16 फ़ीसदी (JNK इंडिया सहित) है और ये JNK इंडिया को ग्राहक उपलब्ध कराती है.
- कॉम्पिटिशन की कमी: बहुत बड़े एंट्री बैरियर (ऊंची शुरुआती लागत) वाली इस इंडस्ट्री में, JNK इंडिया का मार्केट शेयर बड़ा है. कड़े क्वालिटी पैरामीटर और स्विचिंग का ख़र्च बड़ा होने की वजह से किसी नए खिलाड़ी को इस क्षेत्र में आने में मुश्किल पेश आती है.
JNK इंडिया की कमज़ोरियां
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ज़्यादा वर्किंग कैपिटल की ज़रूरत:
कंपनी ऐसी इंडस्ट्री में काम करती है जहां बहुत ज़्यादा वर्किंग कैपिटल की ज़रूरत होती है. FY23 के डेटा के अनुसार, इसने 105 वर्किंग कैपिटल के दिन दर्ज़ किए, जिसमें एवरेज ट्रेड रिसीवेबल का हिस्सा, कंपनी के रेवेन्यू (FY21 और FY23 के बीच) का 35 फ़ीसदी था.
- ज़्यादा रेवेन्यू कॉन्सनट्रेशन: दिसंबर 2023 को ख़त्म होने वाले नौ महीनों में, कंपनी ने अपने रेवेन्यू का ज़्यादातर हिस्सा ऑयल और गैस इंडस्ट्री से प्राप्त किया.
IPO की डिटेल
IPO का कुल साइज़ (करोड़ ₹) | 650 |
ऑफर फॉर सेल (करोड़ ₹) | 350 |
नए इशू (करोड़ ₹) | 300 |
प्राइस बैंड (₹) | 395-415 |
सब्सक्रिप्शन की तारीख़ | 23-25 अप्रैल 2024 |
इशू का मक़सद | वर्किंग कैपिटल की ज़रूरत पूरा करना |
IPO के बाद
मार्केट कैप (करोड़ ₹) | 2308 |
नेट वर्थ (करोड़ ₹) | 469 |
प्रमोटर होल्डिंग (%) | 68 |
प्राइस/अर्निंग रेशियो (P/E) | 49.8 |
प्राइस/बुक रेशियो (P/B) | 4.9 |
पिछले फ़ाइनेंशियल्स
फ़ाइनेंशियल्स | 2 साल की ग्रोथ (% सालाना) | 9M FY24 | FY23 | FY22 | FY21 |
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रेवेन्यू (करोड़ ₹) | 72 | 253 | 407 | 296 | 138 |
EBIT (करोड़ ₹) | 63.6 | 63 | 63 | 51 | 23 |
PAT (करोड़ ₹) | 67.7 | 46 | 46 | 36 | 16 |
नेट वर्थ (करोड़ ₹) | 82.2 | 169 | 122 | 72 | 37 |
कुल डेट (करोड़ ₹) | 94.2 | 68 | 44 | 15 | 12 |
EBIT- अर्निंग बिफ़ोर इंटरेस्ट एंड टैक्स
PAT - प्रॉफ़िट आफ्टर टैक्स |
मुख्य रेशियो
रेशियो | 3Y औसत (%) | 9M FY24 | FY23 | FY22 | FY21 |
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ROE (%) | 52.8 | 31.8 | 47.7 | 66 | 44.8 |
ROCE (%) | 57.6 | 34.7 | 49.5 | 75 | 48.3 |
EBIT मार्जिन (%) | 16.5 | 24.8 | 15.4 | 17.2 | 17 |
डेट-टू-इक्विटी | 0.4 | 0.4 | 0.2 | 0.3 | |
ROE - रिटर्न ऑन इक्विटी ROCE - रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड |
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रिस्क रिपोर्ट
कंपनी और बिज़नस
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क्या पिछले 12 महीनों में JNK इंडिया की इनकम बिफ़ोर टैक्स ₹50 करोड़ से ज़्यादा है?
हां. इसने दिसंबर 2023 को ख़त्म हुए नौ महीनों में ₹61 करोड़ का टैक्स के पहले का मुनाफ़ा (profit before tax) दर्ज़ किया. इसका FY2023 का टैक्स के पहले का मुनाफ़ा ₹63 करोड़ था.
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क्या JNK इंडिया अपना बिज़नस बढ़ा पाएगी?
हां. एनर्जी की बढ़ती मांग और खपत या कंज़म्प्शन पैटर्न से कंपनी को अपना बिज़नस बढ़ाने में मदद मिलेगी.
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क्या JNK इंडिया के पास लॉयल कस्टमर बेस है और क्या ये कंपनी किसी जाने-माने ब्रांड से जुड़ी है?
हां. कंपनी हीटिंग इक्विपमेंट मैन्यूफ़ैक्चरर के रूप में एक जाना-माना ब्रांड है.
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क्या कंपनी के पास पूरा कॉम्पिटेटिव एडवांटेज़ है?
नहीं, इसे भारत और वैश्विक स्तर पर दूसरे खिलाड़ियों से कड़ी टक्कर मिलती है.
मैनेजमेंट
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क्या कंपनी के संस्थापकों में से किसी के पास अभी भी कंपनी में कम से कम 5 फ़ीसदी हिस्सेदारी है? या क्या प्रमोटरों के पास कंपनी में 25 फ़ीसदी से ज़्यादा हिस्सेदारी है?
हां. IPO के बाद प्रमोटरों की हिस्सेदारी क़रीब 68 फ़ीसदी हो जाएगी.
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क्या टॉप तीन मैनजरों के पास JNK इंडिया में काम करते हुए कुल मिलाकर 15 साल से ज़्यादा का लीडरशिप अनुभव है?
हां. प्रमुख मैनजरों और सीनियर मैनेजमेंट के पास कुल मिलाकर 15 साल से ज़्यादा का अनुभव है.
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क्या मैनेजमेंट पर भरोसा किया जा सकता है? क्या कंपनी SEBI दिशानिर्देशों के तहत साफ़-सुथरी रिपोर्ट जारी करती है?
हां. कोई नेगेटिव जानकारी उपलब्ध नहीं है.
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क्या कंपनी की एकाउंटिंग पॉलिसी ठीक है?
हां. कोई नेगेटिव जानकारी उपलब्ध नहीं है.
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क्या कंपनी प्रमोटरों के शेयर गिरवी होने मुक्त है?
हां. प्रमोटरों ने फ़िलहाल कोई शेयर गिरवी नहीं रखे हैं.
फ़ाइनेंशियल
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क्या कंपनी का इक्विटी पर वर्तमान और तीन साल का औसत रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) 15 फ़ीसदी से ज़्यादा और औसत रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (ROCE) 18 फ़ीसदी से ज़्यादा है?
हां. FY21 और FY23 के बीच इसका तीन साल का औसत ROE और ROCE क्रमशः 53 और 58 फ़ीसदी है. दिसंबर 2023 को ख़त्म हुए नौ महीनों में इसका ROE और ROCE क्रमशः 28 और 27 फ़ीसदी था.
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क्या पिछले तीन साल के दौरान कंपनी का ऑपरेटिंग कैश फ़्लो पॉज़िटिव रहा है?
नहीं, इसने FY23 में ऑपरेशन्स से नकारात्मक या नेगेटिव कैश फ़्लो दर्ज़ किया.
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क्या कंपनी का नेट डेट-टू-इक्विटी रेशियो 1 से कम है?
हां. दिसंबर 2023 तक इसका डेट-टू-इक्विटी रेशियो 0.4 गुना था.
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क्या JNK इंडिया रोज़मर्रा के कामों के लिए बड़ी वर्किंग कैपिटल पर निर्भरता से मुक्त है?
नहीं, बिज़नस में वर्किंग कैपिटल काफ़ी ज़्यादा चाहिए, और FY2023 में 105 वर्किंग कैपिटल दिन दर्ज़ किए गए. FY2023 में, ऑपरेटिंग रेवेन्यू का 29 फ़ीसदी हिस्सा वर्किंग कैपिटल ज़रूरतों में लगा.
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क्या कंपनी अगले तीन साल में बाहरी फ़ंडिंग पर निर्भर हुए बिना अपना बिज़नस चला सकती है?
हां. वैसे तो ये बिज़नस वर्किंग कैपिटल इंटेंसिव है, पर IPO की कमाई से ये पक्का किया जा सकता है कि कंपनी अगले तीन साल में बाहरी फ़ंडिंग पर निर्भर न रहे.
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क्या JNK इंडिया बड़ी कंटिंजेंट लाएबिलिटी से आज़ाद है?
हां. कुल इक्विटी के प्रतिशत के रूप में कंटिंजेंट लाएबिलिटी (आकस्मिक देनदारी) लगभग 0.1 फ़ीसदी हैं.
वैल्यूएशन
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क्या स्टॉक अपनी एंटरप्राइज़ वैल्यू पर 8 फ़ीसदी से ज़्यादा की ऑपरेटिंग अर्निंग यील्ड देता है?
नहीं, स्टॉक अपनी एंटरप्राइज़ वैल्यू पर 2.7 फ़ीसदी ऑपरेटिंग अर्निंग यील्ड देता है.
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क्या स्टॉक की प्राइज़-टू-अर्निंग अपने साथियों के औसत स्तर से कम है?
हां. स्टॉक का P/E 49.8 गुना है, जो कि इसके साथियों के औसत P/E (91.7 गुना) की तुलना में कम है.
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क्या स्टॉक की प्राइज़-टू-बुक वैल्यू अपने साथियों के औसत स्तर से कम है?
हां. स्टॉक का P/B 4.9 गुना है, जो कि इसके साथियों के औसत P/B (8.3 गुना) की तुलना में कम है.
डिस्क्लेमर : ये निवेश का सुझाव नहीं है. निवेश करने से पहले ज़रूरी जांच-पड़ताल ज़रूर करें.
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