BSE PSU इंडेक्स ने पिछले तीन वर्षों में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 45 फ़ीसदी से ज़्यादा का रिटर्न दिया है. स्वाभाविक रूप से अब ये सवाल उठता है कि क्या आपको PSU फ़ंड में निवेश करना चाहिए? आइए जानते हैं.
ऐतिहासिक रूप से फ़ंड मैनेजर पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग (PSU) कंपनियों को उनके कमज़ोर फ़ंडामेंटल और ऊंचे स्तर की अक्षमताओं के कारण काफी हद तक नजरअंदाज करते रहे हैं.
हालांकि, BSE PSU इंडेक्स के 10-साल के रिटर्न से ये ट्रेंड कमज़ोर होता दिख रहा है. 2014 और 2023 के बीच इसने 14.07 फ़ीसदी का रिटर्न हासिल किया, जो इसी अवधि के दौरान सेंसेक्स के 14.34 फ़ीसदी के रिटर्न से ज़्यादा कम नहीं है.
2021-2023 की अवधि में आंकड़े और भी ज़्यादा उत्साहजनक हैं, जिसमें सूचकांक ने 45.4 फ़ीसदी तक का रिटर्न दिया और 60.9 फ़ीसदी का पॉजिटिव PAT (कर के बाद लाभ) हासिल किया है.
अगर दशक को दो हिस्सों में बांटें
प्रॉफ़िट ग्रोथ के कारण पिछले तीन वर्षों में PSU शेयरों में बदलाव देखा गया है.
2014-20 | 2021-23 | |
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रिटर्न (%) | 2.9 | 45.4 |
PAT ग्रोथ | -4.2 | 60.9 |
नोट: BSE PSU TRI का रिटर्न और PAT ग्रोथ |
इस तेजी के रुझान को इन्वेस्को म्यूचुअल फ़ंड के फ़ंड मैनेजर श्री अमित निगम ने सही से समझ लिया है. हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने इस बात का जिक्र किया, '2022 एक ऐसा साल था जब अधिकांश PSU शेयर की कीमतों में मजबूती देखने को मिली, और हमने विभिन्न सेक्टर्स में कुछ पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग के लिए कारोबारी माहौल में बदलाव देखा. इसके परिणामस्वरूप उनके ROE में सुधार हुआ. इस बदलाव को देखते हुए हमने कुछ पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइजेस को शामिल करने के लिए अपने एसेट एलोकेशन को बढ़ाया है.'
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मुख्य धारा के दूसरे फ़ंड्स ने भी PSU शेयरों में भारी निवेश किया है. हमने पाया कि डाइवर्सिफ़ाई इक्विटी फ़ंड (विशेष रूप से फ्लेक्सी-कैप फ़ंड) ने अकेले 2023 में अपनी होल्डिंग दोगुनी करते हुए AUM (एसेट अंडर मैनेजमेंट) के लगभग 3.7 से 6.5 फ़ीसदी कर दी है.
लेकिन, क्या हाई रिटर्न मजबूत फ़ाइनेंशियल का संकेत देता है? आइए जानते हैं.
हर चमकती चीज़ सोना नहीं होती
भले ही, कुछ PSU स्टॉक हैं, जिन्होंने 2023 में 80 फ़ीसदी से अधिक रिटर्न दिया है, लेकिन वे क्वालिटी, ग्रोथ और वैल्यू जैसे पैमाने पर पीछे हैं.
वैल्यू रिसर्च की स्टॉक रेटिंग के आधार पर इन कंपनियों की रेटिंग या तो वही रही या गिर गई, जबकि इनमें से ज़्यादातर शेयरों ने तीन डिजिट में रिटर्न दिया.
ब्लॉकबस्टर रिटर्न, दमदार फ़ंडामेंटल
इन PSU शेयरों ने अच्छा रिटर्न दिया, फिर भी मार्च 2022 के बाद से क्वालिटी, ग्रोथ और वैल्यू में कमी देखी गई.
कंपनी | रिटर्न (%) | इन फ़ैक्टर्स पर दिखती कमज़ोरी | BSE PSU सूचकांक में वेट (%) |
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पावर फ़ाइनांस कॉर्पोरेशन | 239 | वैल्यू: 7 से 5 | 3.25 |
ITI | 194 | क्वालिटी: 2 से 1, ग्रोथ: 5 से 4, वैल्यू: 2 से 1 | 0.17 |
NLC इंडिया | 194 | ग्रोथ: 7 से 6, वैल्यू: 8 से 4 | 0.43 |
SJVN | 166 | क्वालिटी: 8 से 5, वैल्यू: 7 से 2 | 0.38 |
भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स | 144 | ग्रोथ: 6 से 3, वैल्यू: 2 से 1 | 1.45 |
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स | 84 | क्वालिटी: 10 से 9, ग्रोथ: 7 से 5, वैल्यू: 5 से 3 | 7.87 |
NTPC | 87 | क्वालिटी: 4 से 3, वैल्यू: 7 से 5 | 8.63 |
ध्यान दें: रिटर्न 2023 के लिए हैं. BSE PSU इंडेक्स में 31 दिसंबर 2023 तक वेट. क्वालिटी, ग्रोथ और मूल्य स्कोर में गिरावट के लिए मार्च 2022 से दिसंबर 2023 तक की अवधि ली गई है. प्रत्येक कंपनी के लिए उल्लेखित नहीं किए गए फ़ैक्टर पहले जैसे बने हुए हैं. |
हमारी राय
भले ही, PSU शेयरों के फ़ंडामेंटल स्थिर बने हुए हैं, लेकिन अभी उनका वैल्यूएशन इतना आकर्षक नहीं है. इस प्रकार यदि आप ऐसी कंपनियों में इन्वेस्टमेंट करने के इच्छुक हैं, तो किसी खास PSU फ़ंड में इन्वेस्टमेंट करने के बजाय फ़्लेक्सी-कैप फ़ंड के माध्यम से इन्वेस्ट करना बेहतर है.
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