आज, AI हमारे जीवन के इतने पहलुओं में बदलाव ला रही है कि हमें इसका एहसास भी नहीं है. यू-ट्यूब की रेकमेंडेशन से लेकर ग्रामरली (Grammarly) और चैट-जीपीटी (ChatGPT) तक, AI (Artificial intelligence) सभी की ज़ंदगी में शामिल हो गया है.
PwC (PricewaterhouseCoopers) के मुताबिक़, AI आने वाले दशक के आख़िर तक दुनिया की अर्थव्यवस्था में $15.7 ट्रिलियन का योगदान देगी! समझने के लिए, इसे इस तरह देखें कि अगर AI एक देश होता, तो केवल अमेरिका और चीन के बाद 2030 तक ये दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होती. ये देखते हुए कि AI को इस पीढ़ी का गेमचेंजर माना जाता है, तो हम - भारतीय निवेशक - उसमें निवेश से क्यों चूकें?
AI से जुड़ना फ़ायदेमंद
लेकिन पहले, पहचानते हैं कि 'Trillion-dollar wealth shifts: from the Internet ... to smartphones ... to AI' इस शीर्षक वाले मोटले फ़ूल (Motley Fool) के लेख का हवाला देते हुए AI शेयरों से हमारा क्या मतलब है. इस लेख में, उन्होंने AI पैक के हिस्से के तौर पर 8 कंपनियों की पहचान की है:
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Alphabet (Google)
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Amazon
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Advanced Micro Devices (AMD)
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ASML Holding N.V.
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Meta (Facebook)
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Intel
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Microsoft
- NVIDIA
हालांकि इनमें से कोई भी 'AI कंपनी' भारत में मौजूद नहीं है, पर कई भारतीय म्यूचुअल फ़ंड स्कीम - एक्टिव और पैसिव - उनमें निवेश करती हैं.
पैसिव फ़ंड
आइए उन ETF और इंडेक्स फ़ंड पर नज़र डालें, जिन्होंने इन AI शेयरों में उनके जैसी इंडेक्स कंपोज़िशन के आधार पर ठीक निवेश किया है:
AI में अधिकतम निवेश वाले टॉप 5 पैसिव फ़ंड
स्कीम | ETFs/ इंडेक्स फ़ंड्स द्वारा निवेश की गई पूंजी (करोड़ ₹) | स्कीम का एलोकेशन (%) |
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मोतीलाल ओसवाल नैस्डैक 100 ETF | 2013 | 33 |
मिराए एसेट NYSE FANG+ ETF | 766 | 51 |
मोतीलाल ओसवाल S&P 500 इंडेक्स फ़ंड | 532 | 20 |
ICICI प्रूडेंशियल नैस्डैक 100 इंडेक्स फ़ंड | 284 | 33 |
मिराए एसेट S&P 500 टॉप 50 ETF | 197 | 35 |
नोट: आंकड़ों को राउंड ऑफ़ किया गया है. सूची में केवल पैसिव प्रबंधन वाले फ़ंड शामिल हैं जिन्होंने 8 AI शेयरों में ज़्यादातर निवेश किया है. इसमें फ़ंड ऑफ फ़ंड्स (FOF) शामिल नहीं है. स्कीम की होल्डिंग्स 31 अक्टूबर, 2023 तक की हैं. |
एक्टिव फ़ंड
यहां तक कि एक्टिव फ़ंड - स्टॉक चुनने के लिए एक फ़ंड मैनेजर वाली स्कीम - ने बड़ी मात्रा में भारतीय निवेशकों का पैसा 8 AI शेयरों में डाला है.
असल में , ऐसी स्कीमों की संख्या दोहरे अंक से ज़्यादा है.
पर, जैसा कि नीचे दिए ग्राफ़ में दिखाया गया है, AI निवेश कुछ ही फ़ंड्स में कॉन्सनट्रेट है, जिसमें से टॉप 5 के कुल निवेश का 88 प्रतिशत हिस्सा ₹12,011 करोड़ निवेश किया गया है. ये पांच फ़ंड हैं:
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पराग पारिख फ़्लेक्सी कैप फ़ंड
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SBI फ़ोकस्ड इक्विटी फ़ंड
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SBI फ़्लेक्सी कैप फ़ंड
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SBI मैग्नम ग्लोबल फ़ंड
- ICICI प्रूडेंशियल US ब्लूचिप इक्विटी फ़ंड
नोट: आंकड़ों को क़रीबी पूर्ण संख्या में राउंड ऑफ़ किया गया है लिस्ट में फ़ंड ऑफ फ़ंड्स (FoFs) शामिल नहीं हैं. अल्फ़ाबेट (Google) के क्लास A और क्लास C शेयर माने जाते हैं. 31 अक्टूबर, 2023 तक की स्कीम होल्डिंग्स.
ऊपर दिए ग्राफ़ में दो बातें दिखाई देती हैं:
पहला, अल्फ़ाबेट (गूगल) को प्राथमिकता दी गई है, 5 में से 4 स्कीमों ने कैलिफ़ोर्निया में मौजूद तकनीकी दिग्गजों में निवेश किया है.
दूसरा, 5 में से किसी भी फ़ंड के पास अभी NVIDIA स्टॉक में हिस्सेदारी नहीं है.
कुछ ज़रूरी बातें:
AI स्टॉक लेने के 2 तरीक़े हैं:
1. ETF और इंडेक्स फ़ंड के ज़रिए: यू.एस.-बेस्ड NASDAQ इंडेक्स पर नज़र रखें. यहां सभी आठ AI शेयरों को बड़े स्तर पर एक्सपोज़र मिलता है. (हमारे पाठक जानते होंगे कि हम ज्योग्राफ़िकल डाइवर्सिटी चाहने वाले निवेशकों के लिए NASDAQ की सलाह देते हैं.)
2. एक्टिव फ़ंड के ज़रिए: लेकिन ये तरीक़ा तभी अपनाएं जब आपके पास ज़्यादा फ़ोकस्ड इन्वेस्मेंट स्ट्रैटजी हो.
हालांकि हमारी जांच में फ़ंड ऑफ़ फ़ंड स्कीम शामिल नहीं थीं, लेकिन ये ध्यान देने लायक़ है कि निवेशक इस विकल्प का पता लगा सकते हैं.