भारत की म्यूचुअल फ़ंड इंडस्ट्री में तुलनात्मक रूप से नए प्लेयर व्हाइटओक कैपिटल म्यूचुअल फ़ंड (WhiteOak Capital Mutual Fund) ने अपना नया फ़ंड ऑफ़र (NFO) व्हाइटओक कैपिटल बैलेंस्ड हाइब्रिड फ़ंड पेश किया है, जो सब्सक्रिप्शन के लिए 5 अक्तूबर, 2023 से 19 अक्तूबर, 2023 तक खुला है.
NFO की एक झलक
फ़ंड का नाम | व्हाइटओक कैपिटल बैलेंस्ड हाइब्रिड फ़ंड |
SEBI कैटेगरी | हाइब्रिड: बैलेंस्ड हाइब्रिड |
NFO पीरियड | 5 अक्टूबर, 2023 से 19 अक्टूबर, 2023 तक |
स्कीम कहां पर निवेश करेगी | 40-60% इक्विटी में. 40-60% फ़िक्स्ड इनकम में |
बेंचमार्क | CRISIL हाइब्रिड 50+50- मॉडरेट इंडेक्स |
फ़ंड मैनेजर | रमेश मंत्री (इक्विटी), तृप्ति अग्रवाल (असिस्टैंट फ़ंड मैनेजर), पीयूष बर्नवाल (डेट), शारिक मर्चेंट (विदेशी निवेश) |
एग्ज़िट लोड | 1.00% (लागू NAV का) अगर यूनिट्स अलॉटमेंट की तारीखृ के एक महीने के भीतर रिडीम/ स्विच आउट किया जाता है. उसके बाद शून्य |
टैक्स | इंडेक्सेशन बेनेफ़िट मिलता है. अगर 3 साल के बाद बेचे जाते हैं: इंडेक्सेशन बेनेफ़िट के बाद 20 फ़ीसदी टैक्स. अगर 3 साल के भीतर बेच दिए जाते हैं: फ़ायदे को टैक्सेबल इनकम में जोड़ दिया जाता है और स्लैब के हिसाब से टैक्स लगता है |
व्हाइटओक कैपिटल बैलेंस्ड हाइब्रिड फ़ंड
ये फ़ंड ‘बैलेंस्ड हाइब्रिड’ कैटेगरी से संबंधित है. ये म्यूचुअल फ़ंड्स की ऐसा क्लास है जिसमें अपने फ़िक्स्ड इनकम एलोकेशन के समान, 40-60 फ़ीसदी की रेंज के भीतर इक्विटी एलोकेशन बनाए रखना ज़रूरी होता है.
दिलचस्प है कि ये कैटेगरी SEBI द्वारा 2017 में रि-कैटेगराइज़ेशन की क़वायद के दौरान बनाई गई थी, और व्हाइटओक कैपिटल बैलेंस्ड हाइब्रिड फ़ंड इस कैटेगरी में बाज़ार में आने वाला दूसरा फ़ंड है. इस कैटेगरी में पहला फ़ंड 360 वन द्वारा क़रीब एक महीने पहले लॉन्च किया गया था, और लगभग ₹378 करोड़ की एसेट जुटाने में सक्षम रहा था.
फ़ंड हाउस बैलेंस्ड हाइब्रिड फ़ंड क्यों लॉन्च कर रहे हैं?
इसका जवाब 2023 के बजट में पेश किए गए बदलावों से जुड़ा है, जिनमें डेट फ़ंड्स से इंडेक्सेशन बेनेफ़िट को ख़त्म कर दिया गया था, जिससे एक नयी टैक्सेशन बकेट तैयार हुई. अब, कोई फ़ंड इंडेक्सेशन का फ़ायदा तभी उठा सकता है, जब उसका इक्विटी एलोकेशन 35 से 65 फ़ीसदी के बीच हो. बैलेंस्ड हाइब्रिड फ़ंड्स से जुड़े नियम उन्हें इस इंडेक्सेशन बेनेफ़िट का फ़ायदा उठाने के लिए पूरी तरह से सक्षम बनाते हैं.
पहले, फ़ंड हाउस के पास इस कैटेगरी में फ़ंड नहीं थे क्योंकि SEBI के नियम एक फ़ंड हाउस को या तो बैलेंस्ड हाइब्रिड या एग्रेसिव हाइब्रिड कैटेगरी में फ़ंड रखने की अनुमति देते थे, लेकिन दोनों नहीं. ज़्यादातर फ़ंड हाउसेस के पास रिकैटेगराइज़ेशन के दौरान पहले से ही एग्रेसिव हाइब्रिड कैटेगरी में पर्याप्त मात्रा में इन्वेस्टर कैपिटल के साथ फ़ंड थे, इसलिए उन्होंने उन फ़ंड्स के साथ बने रहने का विकल्प चुना.
ये भी पढ़िए- Best SIP for Mutual Funds: 4 स्टेप में बेस्ट फ़ंड चुनें
अब, इंडेक्सेशन बेनेफ़िट बैलेंस्ड हाइब्रिड कैटेगरी में शिफ़्ट होने और साथ ही डेट फ़ंड्स से वापस लिए जाने के साथ, एग्रेसिव हाइब्रिड कैटेगरी में पेशकश के बिना नई कंपनियों और फ़ंड हाउस, दोनों अपनी प्रोडक्ट बास्केट्स में बैलेंस्ड हाइब्रिड फ़ंड जोड़ रहे हैं.
व्हाइटओक कैपिटल बैलेंस्ड हाइब्रिड फ़ंड की निवेश स्ट्रैटजी
व्हाइटओक कैपिटल बैलेंस्ड हाइब्रिड फ़ंड समान रूप से इक्विटी में 50 फ़ीसदी और डेट में 50 फ़ीसदी आवंटित करके एक बैलेंस्ड नज़रिया अपनाताा है. जब भी बाज़ार के उतार-चढ़ाव के कारण एक्सटर्नल एसेट एलोकेशन (यानी 40 फ़ीसदी या 60 फ़ीसदी) सीमाओं को पार करता है तो ऐसा किया जाता है.
फ़ंड मैनेजर्स के बारे में
फ़ंड में चार अनुभवी मैनेजरोंं की एक टीम होगी, जो इसके अलग-अलग पहलुओं की देखरेख करेगी. फ़ंड हाउस के CEO रमेश मंत्री, तृप्ति अग्रवाल के साथ मिलकर इक्विटी वाले हिस्से का प्रबंधन करेंगे. मंत्री के पास निवेश और क्रॉस-सेक्टर फ़ाइनेंशियल अनालेसिस में 20 साल से ज़्यादा का अनुभव है. उन्होंने पहले अशोका कैपिटल एडवाइज़र्स की स्थापना की थी, जो दक्षिण एशिया में इक्विटी निवेश पर फ़ंड और फ़ैमिली ऑफ़िस को सलाह देता था. उनके पास अमेरिका स्थित हेज फ़ंड, एल्डन ग्लोबल कैपिटल में दो सदस्यीय टीम के हिस्से के रूप में सात साल का अनुभव भी है. लगभग 11 वर्षों का अनुभव रखने वाली वाली तृप्ति अग्रवाल ने पूर्व में L&T इंफ्रास्ट्रक्चर फ़ाइनांस लिमिटेड की क्रेडिट टीम में भी काम किया है.
पीयूष बर्नवाल डेट पोर्शन की देखरेख करेंगे. बर्नवाल, BOI AXA इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स फ़िक्स्ड इनकम डिवीजन की अगुआई करने के बाद 2018 में व्हाइटओक से जुड़े थे. इसके अलावा, शारिक मर्चेंट फ़ंड विदेशी निवेशों की देखरेख करेंगे.
ये भी पढ़िए- फ़ंड की स्टार रेटिंग गिरने पर आप क्या करें?
फ़ंड हाउस के बारे में
व्हाइटओक कैपिटल म्यूचुअल फ़ंड, ₹5,379 करोड़ के एसेट के साथ, व्हाइटओक कैपिटल समूह का हिस्सा है. गोल्डमैन सैक्स एसेट मैनेजमेंट की भारतीय और ग्लोबल इमर्जिंग मार्केट्स इक्विटी यूनिट्स के पूर्व CEO प्रशांत खेमका द्वारा स्थापित, ये फ़र्म अपने परफ़ॉरमेंस आधारित कामकाज के लिए जानी जाती है. ये सोच स्टॉक चयन, बेहतरीन रिसर्च टीम, सख्त़ एनालिटिकल प्रोसेस और एक अच्छी तरह से बैलेंस्ड पोर्टफ़ोलियो बनाने के तौर तरीक़ों पर केंद्रित है.
हमारी राय
व्हाइटओक कैपिटल बैलेंस्ड हाइब्रिड फ़ंड तुलनात्मक रूप से एक नया फ़ंड है, जिसका लक्ष्य अपनी सरल 50/50 एसेट एलोकेशन स्ट्रैटजी और अनुशासित रि-बैलेंसिंग के ज़रिये से कम अस्थिरता के साथ उचित रिटर्न देना है.
इस सेगमेंट में वैल्यू रिसर्च द्वारा वर्गीकृत कई फ़ंड जो लगातार समान एसेट एलोकेशन बनाए रखते हैं, उन्होंने पिछले एक साल, पांच साल और 10 साल में क्रमशः 11.66 फ़ीसदी, 8.91 फ़ीसदी और 9.93 फ़ीसदी का रिटर्न दिया है. ये ध्यान देने की बात है कि वैल्यू रिसर्च का कैटेगराइजेशन SEBI से थोड़ा अलग हो सकता है, क्योंकि हम समान एसेट एलोकेशन और निवेशक उद्देश्यों के आधार पर फ़ंड्स के समूह बनाते हैं.
कुल मिलाकर, ये फ़ंड रिस्क से बचने वाले उन निवेशकों के लिए सही लगता है जो एक बैलेंस्ड पोर्टफ़ोलियो बनाए रखना चाहते हैं. हालांकि, दुनिया के वास्तविक हालात के मद्देनजर समय के साथ इसके परफ़ॉरमेंस पर नज़र बनाए रखने की ज़रूरत होगी.