सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (systematic investment plan) यानी SIP के ज़रिये म्यूचुअल फ़ंड में निवेश की लोकप्रियता के आसमान छूने के पीछे एक वजह है. पिछले डेटा के मुताबिक़, SIP अकाउंट की संख्या तीन साल पहले के 3.23 करोड़ से बढ़कर, 6.65 करोड़ हो चुकी है.
इनके तेज़ी से बढ़ने की एक अच्छी वज़ह है. SIP आपके निवेश को ऑटो-मोड में रखने की अनुमति देता है. इसके अलावा धीरे-धीरे और अप्रत्यक्ष रूप से ये फ़ायदे देती है -
(A) निवेश करने की आदत बनाती है,
(B) आपको अपने ख़र्चों के लिए एक प्लान बनाने के लिए मजबूर करती है और,
(C) इससे आपको मार्केट के उतार-चढ़ाव का अंदाजा लगाने की ज़रूरत नहीं पड़ती.
एक और ज़रूरी बात है, वो ये, कि SIP आपको अनुशासित और व्यवस्थित तरीके़ से पैसा बनाने में मदद करती है.
शुरुआती दिक़्क़त
SIP की स्वाभाविक ख़ूबियों को देखते हुए इन्हें तुरंत शुरू करना ज़रूरी लग रहा है. लेकिन ऐसा करने से पहले, आइए हम आपको इसकी एक कमी भी बताना चाहेंगे, वो कमी है: ई-मैंडेट, या वन टाइम मैंडेट (OTM).
बैंक ये मैंडेट आपको तब भेजता है, जब आप SIP शुरू करने की योजना बनाते हैं.
और यहीं पर एक पेंच है: कुछ बैंक ई-मैंडेट सेट करने के लिए ₹50 से लेकर ₹236 तक वन-टाइम फ़ीस लेते हैं.
जो बैंक मैंडेट फ़ीस लेते हैं
एक्सिस बैंक | कोटक महिंद्रा बैंक |
पंजाब नैशनल बैंक | केनरा बैंक |
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आंकड़ों पर ग़ौर करें, तो अगर आप केनरा बैंक के अकाउंट से पांच म्यूचुअल फ़ंड्स (mutual funds) में SIP इन्वेस्टमेंट शुरू करते हैं तो आपको ₹885 (₹177 x 5 फ़ंड) की एकमुश्त फ़ीस देनी होगी. प्रभावी तौर पर इससे आपकी SIP का रिटर्न कम हो जाएगा.
जैसा कि हमने बताया कि कई बैंक कोई फ़ीस नहीं लेते. यहां ऐसे बैंकों की एक लिस्ट है:
जो बैंक मैंडेट फ़ीस नहीं लेते हैं
स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया | ICICI बैंक |
सिटी बैंक | HDFC बैंक |
IDFC फर्स्ट बैंक |
ऐसे में आपको क्या करना चाहिए
अगर आपका बैंक मैंडेट फ़ीस लेता है, तो हम आपको वो बैंक चुनने का सुझाव देंगे जो फ़ीस नहीं लेता है.
अगर आपका बैंक ऊपर की लिस्ट में नहीं है, तो अपने बैंक की ऑफ़िशियल वेबसाइट पर जाएं और चेक करें कि क्या वो वन टाइम फ़ीस लेता है. अगर ये फ़ीस लेता हैं, तो ऐसा बैंक ख़ोजें जो फ़ीस नहीं लेता.
दूसरे शब्दों में, अगर आप ऊपर की लिस्ट में से किसी एक बैंक से अपनी SIP शुरू करते हैं तो इस एकमुश्त फ़ीस से बचा जा सकता है.
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ज़ीरो-कॉस्ट मैंडेट कैसे सेट-अप करें
कोई भी ऐसा बैंक चुनें, जो कोई मैंडेट फ़ीस नहीं लेता, जैसे ICICI बैंक.
इसलिए, अगर आप बैंक कॉइन-ज़ेरोधा (Coin-Zerodha) पर वन टाइम मैंडेट सेट-अप करना चाहते हैं, तो इसके लिए ये स्टेप हैं:
- ऊपर दायें कोने में अपने प्रोफ़ाइल पर क्लिक करें और पेमेंट्स में 'मैंडेट्स' सलेक्ट करें.
- फिर, बैंक अकाउंट (इस मामले में ICICI) सलेक्ट करें और मैंडेट को एक नाम दीजिए.
- अब आप इसे अपने डेबिट कार्ड या नेट बैंकिंग के ज़रिए वेरिफ़ाई कीजिए. यंहा हमने डेबिट कार्ड वेरिफ़ीकेशन चुना है.
- डिटेल्स वेरीफ़ाई करने के लिए आपके पास एक OTP आएगा.
इस पूरे प्रोसेस में आमतौर पर दो से तीन कार्य दिवस लगते हैं. एक बार मैंडेट क्रिएट होने के बाद, आप इसे SIP से लिंक कर सकते हैं.
ज़रूरी बातें
आप एक ही मैंडेट से एक से ज़्यादा SIP लिंक कर सकते हैं. लेकिन ध्यान रखें कि ई-मैंडेट के लिए रोज़ की अधिकतम सीमा ₹1 लाख है. इसलिए, अपनी SIP डेट्स सावधानी से प्लान करें.
किसी मैंडेट से लिंक्ड SIP को संशोधित, रोका या रद्द किया जा सकता है, लेकिन ऐसा अगली क़िश्त की तारीख़ से दो दिन पहले किया जाना चाहिए.
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