लर्निंग

म्यूचुअल फ़ंड निवेश के एक्सपर्ट कैसे बनें: ख़ुद को जानो

पहली बार हम 7-पार्ट की इस सीरीज़ में आपसे वो सबकुछ शेयर कर रहे हैं जो आपके म्यूचुअल फ़ंड निवेश को फ़ायदे का सौदा बनाने के लिए ज़रूरी।

म्यूचुअल फ़ंड निवेश के एक्सपर्ट कैसे बनें: ख़ुद को जानो

पिछले तीन दशकों के दौरान, वैल्यू रिसर्च में हमने भारतीय म्यूचुअल फ़ंड इंडस्ट्री को बहुत क़रीब से बढ़ते हुए देखा है। इस लंबे अर्से में जहां हमने म्यूचुअल फ़ंड स्कीमों को ट्रैक किया और उनके हिस्से में आए मार्केट के उतार-चढ़ावों को देखा, वहीं इस अनुभव ने कई तरह के फ़ंड्स को एनेलाइज़ करने की हमारी क्षमता को बढ़ाया और बेहतर किया है। हमें एक ऐसा फ़्रेमवर्क तैयार करने में मदद की है, जो कई कैटेगरी के म्यूचुअल फ़ंड में निवेश करने और इनके बीच फ़र्क करने में मदद करता है। ये हर किसी के लिए सही फ़ंड का चुनाव करने के लिए ज़रूरी है।

इतने साल में, कई एसेट मैनेजमेंट कंपनियां (AMCs) आई और गईं, कई नए तरह के फ़ंड आए और बहुत से रेग्युलेटरी बदलाव भी हुए। मगर आश्चर्यजनक रूप से सफल म्यूचुअल फ़ंड निवेशक बनने की बुनियादी बातें नहीं बदली।

पहली बार है, जब हम सात हिस्सों में आपके साथ वो सारी जानकारी शेयर कर रहे हैं जो फ़ायदेमंद म्यूचुअल फ़ंड निवेश करने के लिए आपको जानने की ज़रूरत है।

ख़ुद को पहचानिए
अगर हम पूरे मानव इतिहास को देखें तो ये ख़ुद को पहचानने की बात है। अपने-आप को जानने की इच्छा कई जातियों, आध्यात्म और वैज्ञानिक सोच के ज़रिए हमारी संस्कृति और परंपरा के ताने-बाने का हिस्सा सदा से रही है। पर्सनल फ़ाइनांस की दुनिया में भी ये फ़िलॉसफ़ी अहम रोल अदा करती है, यहां तक की ये आपके आर्थिक सफ़र का नतीजा भी तय कर सकती है। इसी ‘ख़ुद को पहचानने’ की प्रक्रिया को फ़ाइनांशियल एडवाइज़री इंडस्ट्री में - ‘रिस्क मैनेजमेंट’ (risk management) कहा जाता है।

इस प्रक्रिया में व्यक्ति के अलग-अलग एसेट क्लास में निवेश को लेकर उसके स्वभाव का अंदाज़ा लगाया जाता है और उसकी प्राथमिकता तय की जाती है। ये प्राथमिकता कम-से-कम उतार-चढ़ाव से लेकर (सुरक्षित), बहुत उतार-चढ़ाव वाले, मगर सबसे ज़्यादा रिटर्न देने वाले निवेश के विकल्पों के बीच कहीं भी हो सकती है। आमतौर पर इन निवेश की प्राथमिकताओं का आकलन कुछ सवालों के ज़रिए किया जाता है।

हालांकि, अगर आप अपने निवेश के सफ़र में आने वाले सभी रिस्क का आकलन करना चाहते हैं, तो इसे सरलता से कर सकते हैं। इसके लिए पहले ख़ुद से ये सवाल करें - अगर आज ही मार्केट 30 प्रतिशत गिर जाए तो आप क्या करेंगे? अब पीछे मुड़ कर देखिए कि जब ऐसा ही कुछ हुआ था तब असल में आपने क्या किया था। क्या आपकी अब की ‘सोच’ में और पहले जो आपने ‘किया’ उसमें कोई अंतर है?

तब आपने क्या किया था जब मार्केट 2008-09 में तेज़ी से 61 प्रतिशत गिर गया था? और अगर आप नए निवेशक हैं, तो आपने मार्च 2020 में क्या किया था, जब मार्केट में बड़ी गिरावट आई थी और जब कुछ ही हफ़्तों में आपका निवेश 35 प्रतिशत से ज़्यादा ग़ायब हो गया था? क्या आपने SIP की किश्तें रोक दी थीं? या अपने इक्विटी निवेश को रिडीम कर लिया था?

अगर आपने इनमें से कोई भी काम किया था, तो आप अपने बारे में चाहे कुछ भी सोचते हों, आप एक कंज़रवेटिव इन्वेस्टर हैं, जिसकी नुकसान सहने की क्षमता कम है। वहीं दूसरी तरफ़, जब मार्केट तेज़ी से गिरना शुरु हुआ, और आपने बिना किसी डर के इक्विटी में निवेश जारी रखा था, तो इक्विटी में ज़्यादा पैसा लगाने के लिए आप एक सही कैंडिडेट हैं।

यहां ये कहना भी ज़रूरी है कि कंज़रवेटिव इन्वेस्टर धीरे-धीरे अनुभवी और जानकार निवेशक बन जाते हैं। जैसे-जैसे आपको म्यूचुअल फ़ंड में निवेश का अनुभव हो जाता है, ख़ासतौर पर इक्विटी के कंज़रवेटिव-हाइब्रिड फ़ंड में छोटे उन्वेस्टमेंट के साथ, तब आप कुछ ही साल में सीख जाएंगे कि आप अपने पोर्टफ़ोलियो में इक्विटी का ज़्यादा एलोकेशन बुद्धिमानी से कैसे कर सकते हैं।

मुद्दे की बात ये है कि हर निवेश का आकलन, आपके असल व्यवहार पर आधारित होना चाहिए। असल-दुनिया की परिस्थितियों में आपको रास्ता दिखाने वाली रोशनी, आपके स्वभाव के अनुसार होनी चाहिए, न की केवल रिस्क को सहन करने के किसी बौद्धिक टेस्ट के आधार पर, जिसका आजकल काफ़ी चलन हैं। आपके रिस्क लेने की क्षमता का बौद्धिक आकलन और अपने स्वभाव को समझने की प्रैक्टिकल अप्रोच, आपकी निवेश यात्रा में, अपने पोर्टफ़ोलियो का सही आकलन करने में बहुत मदद कर सकती है।

म्यूचुअल फ़ंड निवेश के एक्सपर्ट कैसे बनें’ सीरीज़ के बारे में जानने के लिए ये भी पढ़ें:

2. नतीजे की समझ के साथ शुरुआत करें


टॉप पिक

क्या रिलायंस इंडस्ट्रीज़ का बोनस शेयर इश्यू वाक़ई दिवाली का तोहफ़ा है?

पढ़ने का समय 3 मिनटAbhinav Goel

म्यूचुअल फ़ंड, ऑटो-पायलट और एयर क्रैश

पढ़ने का समय 4 मिनटधीरेंद्र कुमार

मल्टी-एसेट फ़ंड आज दूसरी सबसे बडी पसंद हैं. क्या इनमें निवेश करना चाहिए?

पढ़ने का समय 3 मिनटपंकज नकड़े

क्या आपको इस मोमेंटम इंडेक्स फ़ंड में निवेश करना चाहिए?

पढ़ने का समय 1 मिनटवैल्यू रिसर्च down-arrow-icon

Stock Update: 20 शानदार स्टॉक की इस हफ़्ते की लिस्ट

पढ़ने का समय 2 मिनटवैल्यू रिसर्च

म्यूचुअल फंड पॉडकास्ट

updateनए एपिसोड हर शुक्रवार

Invest in NPS

समय, व्यावहारिकता और निराशावाद

पूंजी बनाने के लिए ज़्यादा बचत करना और ज़्यादा लंबे समय तक बचत करना, क्यों बहुत ज़्यादा रिटर्न पाने की उम्मीद से बेहतर है.

दूसरी कैटेगरी