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महंगाई से बेहतर रिटर्न पाने के लिए मेरी निवेश स्ट्रैटजी क्या होनी चाहिए?

धीरेंद्र कुमार बता रहे हैं कि कैसे मंहगाई को हराने वाले रिटर्न पाए जाएं।

महंगाई से बेहतर रिटर्न पाने के लिए मेरी निवेश स्ट्रैटजी क्या होनी चाहिए?

बढ़ती महंगाई, बढ़ते खर्च, और घटती आमदनी में मुझे जैसे आम निवेशक को कहां निवेश करना चाहिए? - जीतेंद्र यादव

मुझे आपकी चिंता बिल्कुल समझ में आती है। महंगाई बढ़ रही है, ब्याज दरें कम हो रही हैं, और आमदनी बढ़ने की उम्मीद बहुत ज़्यादा नहीं है। ऐसे में आपके पास जो बचत का थोड़ा बहुत पैसा है, वो अच्छी रफ़्तार से बढ़ सके, इसके लिए म्यूचुअल फ़ंड बहुत एक्टिव रोल अदा कर सकते हैं।

इक्विटी में पैसा लगाना आपके लिए ज़रूरी है लेकिन इक्विटी में पैसा लगाना खतरनाक भी है। ख़ासतौर पर जब आप सीधे इक्विटी में पैसा लगाते हैं तो बाज़ार चढ़ रहा होता है। और जब आपको बाज़ार पर पूरा भरोसा हो जाता है, तो अचानक बाज़ार गिर जाता है। जिसके बारे में आपको जानकारी नहीं होती है। और बाज़ार के गिरने के बाद आप पैसा निकाल लेते हैं। इसलिए बाज़ार में पैसा लगाने सबसे बेहतर तरीका है कि आप इक्विटी फ़ंड्स के ज़रिए धीरे-धीरे पैसा लगाएं। इससे आपका पैसा मंहगाई दर से ज़्यादा तेज़ बढ़ेगा। यही आपको लिए बहुत ज़रूरी भी है और फ़ायदेमंद भी।

अगर आपका पैसा मंहगाई दर के बराबर ही बढ़ेगा, तो आपको लगेगा की आपका पैसा बढ़ रहा है, लेकिन असल में आपका पैसा कम हो रहा होगा। इससे जूझ़ने के लिए सही तरीका है कि आप रियल-एसेट में पैसा लगाएं जो इक्विटी फ़ंड के ज़रिए हो सकता है।

अगर आपके पास समय है, कंपनियों के बारे में जानकारी है, और स्टॉक मार्केट का अध्ययन कर सकते हैं तो आप सीधे स्टॉक मार्केट में निवेश सकते हैं। अधिकतर लोग जो स्टॉक मार्केट में सीधे तौर पर पैसा लगाते हैं, उन्हें पिछले एक-ढेढ़ साल बड़ा फ़ायदा हुआ है, क्योंकि लगातार बढ़ते हुए बाज़ार में कुछ ज़्यादा जानने की ज़रूरत नहीं थी। जो कुछ भी पैसा लगाया गया, वो बढ़ा ही है। लेकिन इस लगातार होती बढ़त पर भरोसा मत कीजिए। क्योंकि जैसे ही लोगों का भरोसा एक बार बन जाता है, फिर बाज़ार में भारी गिरावट आती है। हमेशा यही देखा गया है और आगे भी यही होगा। बाज़ार का चरित्र ही ऐसा है, यानि इसका डिज़ाइन ही ऐसा है की उतार-चढ़ाव होता ही रहेगा। इससे बचने का यही तरीका है कि आप इसके बारे में जानकारी हासिल करें। क्यों ऐसा होता है, और उससे बचने का क्या तरीका है ये समझें। इसके अलावा ये भी समझे कि कैसे आपको इससे जूझने के लिए अपने आप को मानसिक तौर पर ट्रेन करना है। वर्ना म्यूचुअल फ़ंड में एसआईपी (SIP) शुरु कीजिए, और जब बाज़ार गिरेगा तो आपको खुशी ही होगी कि चलिए अभी से आपका निवेश बेहतर स्थिति में है।

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