कोविड-19 की दूसरी लहर ने सारे रेकॉर्ड तोड़ दिए हैं। बहुत से राज्यों ने फिर से लॉकडाउन लगाया है। लंबी अवधि की यात्राओं को निलंबित कर दिया गया है और सामाजिक दूरी का पालन करने व मास्क लगाने पर जोर दिया जा रहा है। वहीं लोगों और वस्तुओं की आवाजाही पर रोक लगने से इकोनॉमिक रिकवरी को भी ब्रेक लग गया है। बाजार और निवेशकों के बीच अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं।
बेंजामिन फ्रैंकलिन ने एक बार कहा था विपरीत हालात में अवसर पैदा होते हैं। ऐसे में हमें हर झटके से सबक सीखने की जरूरत है। यहां लेख के दो भाग के जरिए 10 सबक बता रहे हैं जिनको निवेशकों को इस महामारी से सीखने की जरूरत है।
1-सुरक्षा के लिए पहले मल्टी लेयर्ड मास्क
2020 के अंत में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने बेहतर सुरक्षा के लिए मल्टी लेयर्ड मास्क या एक से अधिक फैब्रिक वाले मास्क का इस्तेमाल करने की सलाह दी थी। इसी तरह से निवेश की दुनिया में डायवर्सीफिकेशन यह सुनिश्चित कर सकता है कि हमारा निवेश किसी भी बाहरी संक्रमण से सुरक्षित रहे। हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि हमारे निवेश में पोर्टफोलियो में एक असेट क्लास से लगने वाले झटकों को सहन करने की क्षमता हो।
2-भीड़ से बचें
डायवर्सीफिकेशन अहम है लेकिन एक प्वाइंट के बाद अधिक डायवर्सीफिकेशन फायदे के बाद नुकसान पहुंचा सकता है। जरूरी डायवर्सीफिकेशन हासिल करने के लिए चार पांच फंड में निवेश करना काफी है। इससे अधिक फंड में निवेश से आपके लिए इन फंडों को मैनेज करना मुश्किल हो जाएगा।
3-सामाजिक दूरी का पालन करना समय की जरूरत है न कि ऑप्शन
सामाजिक दूरी का पालन करना महामारी को फैलने से रोकने का प्रभावी तरीका है। इसी तरह से आपका इक्विटी निवेश प्रभावी हो। इसके लिए यह सुनिश्चित करना होगा कि आपके पास जरूरी दूरी यानी निवेश के अधिक समय हो। आप इक्विटी में निवेश पर तभी विचार करें जब आपके पास निवेश से पांच से सात साल का समय हो जिससे निवेश की रकम को बढ़ने के लिए समय मिले। कम अवधि में इक्विटी रिटर्न उतार चढ़ाव वाला हो सकता है। वहीं लंबी अवधि में उतार-चढ़ाव का असर खत्म हो जाता है और रिटर्न स्थिर हो जाता है। इस तरह से निवेशकों के लिए लंबी अवधि का गोल हासिल करने का रास्ता साफ हो जाता है।
4 -जितना संभव हो उतना घर में रहें
लॉकडाउन की अवधि में हम लोगों में से ज्यादातर लोग घर में रहने को मजबूर हे जिससे वायरस के प्रसार को कम किया जा सके। इसी तरह से इक्विटी में निवेश करते हुए अगर आप बाजार में निवेश नहीं बनाए रखते हैं तो यह आपकी वित्तीय सेहत को प्रभावित करेगा।
बाजार में निवेश के लिए अच्छे समय की तलाश करना और जरूरत से गतिविधि आपके रिटर्न के लिए नुकसान दायक हो सकती है। इसलिए बेहतर है कि लंबी अवधि के लिए निवेश बनाए रखा जाए। आपको इस बात पर गौर करना चाहिए कि इक्विटी में रिटर्न अचानक आता है यह डेट की तरह धीरे धीरे इकठ्ठा नहीं होता है। इक्विटी में निवेश के दौरान गिरावट या बाजार के एक ही स्तर पर बने रहने का लंबा दौर दिख सकता है लेकिन अचानक बाजार में उछाल आता है। अगर आप ऐसी अवधि में बाजार से बाहर बेठे हैं तो इससे आपको रिटर्न का नुकसान उठाना पड़ सकता है।
5-घर में रहें लेकिन स्वस्थ रहें
दुनिया भर के स्वास्थ्य संगठनों ने महामारी के दौरान घर में रहने का निर्देश दिया है। लेकिन इन संगठनों ने यह भी स्वीकार किया है कि इसके दुष्प्रभाव हैं और इसकी वजह से लोगों की इम्युनिटी कमजोर हो गई है। इसी तरह से डेट और गोल्ड पारंपरिक तौर पर निवेश के लिए सबसे सुरक्षित समझे जाते हैं लेकिन पिछले एक साल में हमने देखा है कि ये भी बाजार के उतार चढ़ाव और झटकों से सुरक्षित नहीं हैं। पोर्टफोलियो में सिर्फ डेट या गोल्ड रखने से लंबी अवधि में रिटर्न की संभावनाओं पर असर पड़ सकता है।
जिस तरह से विटामिन्स और मिनरल्स आपकी इम्युनिटी को मजबूत बनाते हैं उसी तरह से इंटरनेशनल इक्विटी, मिड और स्माल कैप और थोड़ गोल्ड में आवंटन आपकी फाइनेंशियल इम्युनिटी को बढ़ाता है। हालांकि आपको किसी भी चीज की अधिकता से बचना चाहिए। अपने पोर्टफोलियो को मजबूत बनाने के लिए असेट क्लास का सही संतुलन बनाना बेहतर है।