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Enviro Infra Engineers IPO: एनवायरो इंफ़्रा इंजीनियर्स IPO (आरंभिक सार्वजनिक पेशकश) 22 नवंबर, 2024 को सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है और 26 नवंबर, 2024 को बंद होगा. निवेश का फ़ैसला लेने में निवेशकों की मदद के लिए, यहां हम इस वाटर मैनेजमेंट सॉल्यूशंस उपलब्ध कराने वाली कंपनी की ताक़त, कमज़ोरियों और ग्रोथ की संभावनाओं के बारे में बता रहे हैं.
Enviro Infra Engineers IPO: संक्षेप में
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क्वालिटी:
फ़ाइनेंशियल ईयर 2022 और 2024 के बीच, कंपनी ने क्रमशः 52.2 और 52 फ़ीसदी का एवरेज
रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) और रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (ROCE)
दर्ज़ किया.
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ग्रोथ:
FY22-24 के दौरान, इसका रेवेन्यू और नेट प्रॉफ़िट सालाना क्रमशः 81 और 84 फ़ीसदी से बढ़ा.
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वैल्यूएशन:
लिस्टिंग के बाद कंपनी का स्टॉक क्रमशः 23.5 और 2.9 गुने के
P/E (प्राइस -टू-अर्निंग रेशियो)
और
P/B (प्राइस-टू-बुक रेशियो)
पर कारोबार करेगा.
- मार्केट में कंपनी की स्थितिः वाटर ट्रीटमेंट के लिए बढ़ते बाज़ार और वाटर इंफ़्रास्ट्रक्चर पर बढ़ते सरकारी ख़र्च से कंपनी को अपने कारोबार को बढ़ाने में मदद मिलेगी. हालांकि, बड़ी कंपनियों से प्रतिस्पर्धा और ऊंची वर्किंग कैपिटल की ज़रूरतें एक ख़तरा पैदा करती हैं.
एनवायरो इंफ़्रा इंजीनियर्स के बारे में
2009 में स्थापित, एनवायरो इंफ़्रा वाटर और वेस्टवाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स (WWTP) और वाटर सप्लाई स्कीम प्रोजेक्ट्स (WSSP) के डिजाइन, निर्माण, संचालन और रखरखाव में लगी हुई है. कंपनी मुख्य रूप से सरकारी संस्थानों को सेवाएं देती है, जिसका FY24 के रेवेन्यू का 86 फ़ीसदी इंजीनियरिंग, ख़रीद और निर्माण (EPC) खंड से आया था.
फ़ाइनेंशियल ईयर 25 की पहली तिमाही तक, एनवायरो इंफ़्रा ने पूरे भारत में 28 WWTP और WSSP प्रोजेक्ट्स को सफलतापूर्वक पूरा किया है, जबकि पिछले सात वर्षों में कंपनी 22 प्रोजेक्ट्स पूरे कर चुकी है.
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ताक़त
- मजबूत ऑर्डर बुक: अपनी इन-हाउस विशेषज्ञता और कई भारतीय राज्यों में परियोजनाओं को समय पर पूरा करने के ट्रैक रिकॉर्ड की बदौलत, एनवायरो इंफ़्रा ने ₹1,906 करोड़ रुपये (Q1FY25 तक) की ऑर्डर बुक अर्जित की है, जो इसके फ़ाइनेंशियल ईयर 24 के रेवेन्यू का लगभग तीन गुना है.
कमज़ोरियां
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ज़्यादा पूंजी की ज़रूरत वाला बिज़नस:
एनवायरो इंफ़्रा इंजीनियर्स को अपने बिज़नस को बढ़ाने के लिए बहुत बड़ी पूंजी की ज़रूरत है. नतीजतन, इसका क़र्ज फ़ाइनेंशियल ईयर 22 में 18 करोड़ रुपये से बढ़कर फ़ाइनेंशियल ईयर 25 की पहली तिमाही में ₹305 करोड़ हो गया है. कैश फ़्लो फ्रॉम ऑपरेशन (CFO) कम बना हुआ है, जो पिछले तीन साल में 73 करोड़ रहे हैं.
- सरकार पर निर्भरता: कंपनी के प्रोजेक्ट्स सरकारी अनुबंधों से आती हैं, जिससे कारोबार वाटर ट्रीटमेंट पर होने वाले सरकारी ख़र्च पर बहुत ज़्यादा निर्भर हो जाता है.
Enviro Infra Engineers IPO की डिटेल
IPO का कुल साइज़ (करोड़ ₹) | 650 |
ऑफ़र फ़ॉर सेल (करोड़ ₹) | 78 |
नए इशू (करोड़ ₹) | 572 |
प्राइस बैंड (₹) | 259 - 273 |
सब्सक्रिप्शन की तारीख़ | 22 - 26 नवंबर 2024 |
उद्देश्य | वर्किंग कैपिटल ज़रूरतों को पूरा करने, कर्ज़ चुकाने और फ़ंड की ग्रोथ के लिए |
IPO के बाद
मार्केट कैप (करोड़ ₹) | 2,597.8 |
नेट वर्थ (करोड़ ₹) | 895.5 |
प्रमोटर होल्डिंग (%) | 70.0 |
प्राइस/अर्निंग रेशियो (P/E) | 23.5 |
प्राइस/बुक रेशियो (P/B) | 2.9 |
फ़ाइनेंशियल हिस्ट्री
फ़ाइनेंशियल्स (करोड़ ₹) | 2Y ग्रोथ (% सालाना) | FY24 | FY23 | FY22 |
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रेवेन्यू | 80.6 | 728.9 | 338.1 | 223.5 |
EBIT | 83.8 | 163.2 | 79.4 | 48.3 |
PAT | 78.9 | 110.5 | 55.0 | 34.6 |
नेट वर्थ | 102.0 | 292.2 | 126.5 | 71.6 |
कुल डेट | 259.1 | 233.6 | 64.5 | 18.1 |
EBIT- अर्निंग बिफ़ोर इंटरेस्ट एंड टैक्स
PAT - प्रॉफ़िट आफ़्टर टैक्स |
प्रमुख रेशियो
रेशियो | 3 साल का औसत | FY24 | FY23 | FY22 |
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ROE (%) | 52.2 | 52.8 | 55.5 | 48.2 |
ROCE (%) | 52.0 | 45.6 | 56.5 | 53.8 |
EBIT मार्जिन (%) | 22.5 | 22.4 | 23.5 | 21.6 |
डेट-टू-इक्विटी | - | 0.8 | 0.5 | 0.3 |
ROE - रिटर्न ऑन इक्विटी ROCE - रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड |
रिस्क रिपोर्ट
कंपनी और बिज़नस
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क्या पिछले 12 महीनों में Enviro Infra की टैक्स के पहले की कमाई (profit before tax) ₹50 करोड़ से ज़्यादा है?
हां. कंपनी ने फ़ाइनेंशियल ईयर 2024 में ₹150 करोड़ की ‘टैक्स के पहले की कमाई’ दर्ज़ की.
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क्या कंपनी अपना बिज़नस बढ़ा पाएगी?
हां. एनवायरो इंफ़्रा इंजीनियर्स बढ़ते वाटर ट्रीटमेंट मार्केट (वैश्विक स्तर पर 7-8 प्रतिशत), अल्ट्राफिल्ट्रेशन जैसी उन्नत प्रौद्योगिकियों और परिचालन का विस्तार करने के लिए IPO फ़ंडिंग के बल पर आगे बढ़ने की अच्छी स्थिति में है.
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क्या कंपनी का कस्टमर बेस काफ़ी वफ़ादार है और क्या ये कंपनी किसी जाने-माने ब्रांड से जुड़ी है?
हां. सरकारी अनुबंध लंबे समय तक चलने वाले होते हैं. इसलिए, इस बिज़नस में ग्राहकों से जुड़ाव स्वाभाविक है.
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कंपनी कंपनी के भरोसेमंद मोट यानि सुरक्षा घेरा है?
नहीं. कई कंपनियां, जिनमें कुछ बड़ी कंपनियां भी शामिल हैं, इसी कारोबार में हैं. इसके अलावा, सरकार प्राइस आधारित बोली के आधार पर प्रोजेक्टस आवंटित करती है, जिससे प्राइसिंग की क्षमता सीमित हो जाती है.
मैनेजमेंट
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क्या कंपनी के संस्थापकों में से किसी के पास अभी भी कंपनी में कम से कम 5 फ़ीसदी हिस्सेदारी है? या क्या प्रमोटरों के पास कंपनी में 25 फ़ीसदी से ज़्यादा हिस्सेदारी है?
हां. IPO के बाद, कंपनी में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 70 फ़ीसदी होगी.
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क्या टॉप 3 मैनजरों के पास कंपनी में काम करते हुए कुल मिलाकर 15 साल से ज़्यादा का लीडरशिप अनुभव है?
हां. मैनेजिंग डायरेक्ट मनीष जैन 2009 में कंपनी के गठन के बाद से ही इसके साथ जुड़े हुए हैं.
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क्या मैनेजमेंट पर भरोसा किया जा सकता है? क्या कंपनी SEBI दिशानिर्देशों के तहत साफ़-सुथरी रिपोर्ट जारी करती है?
हां. कोई नेगेटिव जानकारी उपलब्ध नहीं है.
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क्या Enviro Infra Engineers की अकाउंटिंग पॉलिसी ठीक है?
हां. कोई नेगेटिव जानकारी उपलब्ध नहीं है.
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क्या Enviro Infra Engineers प्रमोटरों के शेयर गिरवी होने मुक्त है?
हां. कोई शेयर गिरवी नहीं है.
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फ़ाइनेंशियल
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क्या कंपनी का वर्तमान और तीन साल का औसत रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) 15 फ़ीसदी से ज़्यादा और औसत रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (ROCE) 18 फ़ीसदी से ज़्यादा है?
हां. कंपनी का तीन साल का औसत ROE और ROCE क्रमशः 52.2 और 52 फ़ीसदी था. फ़ाइनेंशियल ईयर 24 में इसने क्रमशः 52.8 और 45.6 फ़ीसदी ROE और ROCE दर्ज किया।
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क्या पिछले तीन साल के दौरान कंपनी का ऑपरेटिंग कैश फ़्लो पॉज़िटिव रहा है?
नहीं. कंपनी ने फ़ाइनेंशियल ईयर 24 में ₹69 करोड़ के परिचालन से कैश फ़्लो निगेटिव होने की सूचना दी.
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क्या Enviro Infra Engineers का नेट डेट-टू-इक्विटी रेशियो 1 से कम है?
हां. फ़ाइनेंशियल ईयर 24 तक इसका नेट डेट टू इक्विटी रेशियो 0.3 था.
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क्या कंपनी रोज़मर्रा के कामों के लिए बड़ी वर्किंग कैपिटल पर निर्भरता से मुक्त है?
नहीं. इस बिज़नस में वर्किंग कैपिटल की ख़ासा ज़रूरत है. एनवायरो इंफ़्रा को फ़ाइनेंशियल ईयर 2025 में वर्किंग कैपिटल के लिए ₹753 करोड़ की ज़रूरत होने की उम्मीद है और इस ज़रूरत को पूरा करने के लिए वह अपने IPO से ₹181 करोड़ भी एलोकेट करेगी.
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क्या कंपनी अगले तीन साल में बाहरी फ़ंडिंग पर निर्भर हुए बिना अपना बिज़नस चला सकती है?
नहीं. इस बिज़नस में कैपिटल की ज़्यादा ज़रूरत होती है, पिछले तीन वर्षों में क़र्ज ख़ासा बढ़ गया है. इसके अतिरिक्त, इस अवधि के दौरान एनवायरो इंफ़्रा परिचालन से कम कैश फ़्लो अर्जित कर रही है. इन फ़ैक्टर्स से पता चलता है कि कंपनी को आने वाले सालों में अपनी ग्रोथ और विस्तार के लिए बाहरी फ़ंडिंग की ज़रूरत होगी.
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क्या कंपनी बड़ी आकस्मिक देनदारी से मुक्त है?
नहीं. फ़ाइनेंशियल ईयर 24 तक, इक्विटी के फ़ीसदी के रूप में इसकी आकस्मिक देनदारियां लगभग 88.6 फ़ीसदी थीं.
वैल्यूएशन
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क्या स्टॉक अपनी एंटरप्राइज़ वैल्यू पर 8 फ़ीसदी से ज़्यादा की ऑपरेटिंग अर्निंग यील्ड देता है?
नहीं. लिस्ट होने के बाद, ये स्टॉक अपनी एंटरप्राइज़ वैल्यू पर 5.9 फ़ीसदी ऑपरेटिंग अर्निंग यील्ड देगा.
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क्या स्टॉक का प्राइस-टू-अर्निंग रेशियो अपनी जैसी दूसरी कंपनियों के औसत से कम है?
हां. लिस्टिंग के बाद, ये स्टॉक अपने साथियों के 42 गुना की तुलना में लगभग 23.5 गुना के P/E रेशियो पर कारोबार करेगा.
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क्या स्टॉक की प्राइस-टू-बुक वैल्यू अपनी जैसी दूसरी कंपनियों के औसत स्तर से कम है?
हां. लिस्टिंग के बाद, यह स्टॉक अपने साथियों के 7 गुना की तुलना में 2.9 गुना P/B रेशियो पर कारोबार करेगा.
डिस्क्लेमर: ये निवेश का सुझाव नहीं है. निवेश करने से पहले ज़रूरी जांच-पड़ताल ज़रूर करें.
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