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एक्टिव मिड- और स्मॉल-कैप फ़ंड ने ये दिखाया है कि जब मुश्किल वक़्त आता है, तो परेशानियां और बढ़ जाती हैं. आप इन आंकड़ों को देखिए: मार्च 2023 और सितंबर 2024 के बीच, जब बाज़ार अच्छा कर रहा था, 29 एक्टिव मिड-कैप फ़ंड्स में से केवल 11 और 24 एक्टिव स्मॉल-कैप फ़ंड्स में से केवल 3 ही अपने बेंचमार्क को मात दे रहे थे. लेकिन सितंबर 2024 के अंत में बाज़ार में 10 प्रतिशत की गिरावट के बाद से, स्थिति नाटकीय रूप से बदल गई है: 29 एक्टिव मिड-कैप फ़ंड्स में से 28 और 28 एक्टिव स्मॉल-कैप फ़ंड्स में से 26 ने अपने-अपने मिड- और स्मॉल-कैप बेंचमार्क से बेहतर प्रदर्शन किया है.
इस नाटकीय बदलाव की वजह क्या है? आइए देखें कि आकड़े और क्या कहते हैं.
गिरावट को ठेंगा दिखाया
हमने सबसे पहले उन शेयरों की पहचान की जो हाल ही में हुई गिरावट के दौरान 15 प्रतिशत से ज़्यादा गिरे हैं. हमारी रिसर्च बताती है कि ये भारी गिरावट वाले शेयर मिड-कैप इंडेक्स का 32.4 प्रतिशत और स्मॉल-कैप इंडेक्स का 28 प्रतिशत हैं.
हालांकि, ज़्यादातर एक्टिव मिड-कैप और स्मॉल-कैप फ़ंड्स ने इन शेयरों में काफ़ी कम निवेश बनाए रखा. सिर्फ़ दो मिड-कैप फ़ंड्स, Quant और ITI , का अपने इंडेक्स से ज़्यादा निवेश था.
संभल कर खेला खेल
एक्टिव मिड- और स्मॉल-कैप फ़ंड्स का उन शेयरों में निवेश जो 15 प्रतिशत से ज़्यादा गिरे
Fund name | % of portfolio |
---|---|
मिड-कैप इंडेक्स | 32.4 |
व्हाइटओक कैपिटल मिड कैप | 11.0 |
कोटक इमर्जिंग इक्विटी | 13.0 |
Motilal मोतीलाल ओसवाल मिडकैप | 13.4 |
टाटा मिडकैप ग्रोथ | 13.8 |
बड़ौदा BNP परिबास मिडकैप | 14.5 |
स्मॉल-कैप इंडेक्स | 28.0 |
मोतीलाल ओसवाल स्मौल कैप | 7.6 |
SBI स्मॉल कैप | 8.2 |
DSP स्मॉल कैप | 8.3 |
HDFC स्मॉल कैप | 8.9 |
LIC MF स्मॉल कैप | 9.7 |
क्वांटम स्मॉल कैप | 9.9 |
कोटक स्मॉल कैप | 10.0 |
31 अक्टूबर 2024 तक सार्वजनिक किए गए पोर्टफ़ोलियो के आधार पर. |
एक्टिव मैनेजमेंट की वाह-वाह!
मैंडेट के मुताबिक़, मिड- और स्मॉल-कैप फ़ंड्स को अपने एसेट का कम-से-कम 65 प्रतिशत अपने संबंधित मार्केट कैप सेगमेंट में निवेश करना ज़रूरी है. बाक़ी के 35 प्रतिशत को कहां एलोकेट करना है, ये फ़ंड मैनेजर पर होता है. इस गिरावट में लार्ज, मिड और स्मॉल कैप में 10 प्रतिशत की एक जैसी गिरावट में वैल्यू का आना इन कारणों से हुआ:
a) हरेक सेगमेंट से सही स्टॉक का चुनाव करना
b) कैश रख कर बैठे रहना और बाज़ार के ठंडा होने का इंतज़ार करना
हमने फ़ंड के अल्फ़ा का अनालेसिस किया- यानि जाना कि किसी फ़ंड का रिटर्न उसके बेंचमार्क के रिटर्न से कितना ज़्यादा रहा, जो मार्केट कैप में फ़ंड के एलोकेशन से एडजस्ट किया गया है. 26 सितंबर से 18 नवंबर 2024 तक की गिरावट के दौरान, कई फ़ंड अलग-अलग रहे:
काले बादलनों में सुनहरी किरण
फ़ंड्स जो गिरावट के दौरान उम्मीदों से बढ़ कर निकले
फ़ंड का नाम | बेंचमार्क के एडजस्ट किए रिटर्न (%) | फ़ंड के रिटर्न(%) | अल्फ़ा (%) |
---|---|---|---|
मिड-कैप फ़ंड | |||
मोतीलाल ओसलाव मिडकैप | -9.3 | -4.3 | 5.0 |
व्हाइटओक कैपिटल मिड कैप | -10.0 | -5.5 | 4.5 |
कोटक इमर्जिंग इक्विटी | -10.1 | -6.0 | 4.1 |
एडलवाइस मिड कैप | -10.1 | -7.5 | 2.6 |
HDFC मिड-कैप ऑपर्च्युनिटीज़ | -9.6 | -7.0 | 2.6 |
स्मॉल-कैप फ़ंड | |||
मोतीलाल ओसवाल स्मॉल कैप | -9.4 | -4.2 | 5.2 |
UTI स्मॉल कैप | -9.8 | -6.5 | 3.3 |
टाटा स्मॉल कैप | -9.2 | -5.9 | 3.2 |
LIC MF स्मॉल कैप | -9.9 | -7.2 | 2.7 |
HDFC स्मॉल कैप | -9.3 | -6.9 | 2.4 |
एडजस्ट किए गए बेंचमार्क रिटर्न लार्ज-, मिड- और स्मॉल-कैप में फ़ंड के एलोकेशन और कैश होल्डिंग्स और 26 सितंबर 2024 से 18 नवंबर 2024 के दौरान संबंधित इंडेक्स के रिटर्न पर आधारित हैं. |
मोतीलाल ओसवाल म्यूचुअल फ़ंड की मिड-कैप और स्मॉल-कैप दोनों ही स्कीमें अपनी-अपनी कैटेगरी में सबसे आगे रहीं. इसी तरह, HDFC म्यूचुअल फ़ंड की मिड-कैप और स्मॉल-कैप दोनों ही स्कीमें टॉप पांच में जगह बनाने में क़ामयाब रहीं. दूसरी तरफ, क्वांट का मिड-कैप अपनी कैटेगरी का इकलौता फ़ंड था जो इंडेक्स को मात देने में नाकामयाब रहा, जबकि इसका स्मॉल-कैप फ़ंड इंडेक्स को मामूली 1.4 प्रतिशत से मात देने में कामयाब रहा.
हमारी राय
मार्केट की ये गिरावट मिड-कैप और स्मॉल-कैप में स्टॉक के चुनाव की अहमियत की एक याद बख़ूबी दिलाती है. जहां इंडेक्स फ़ंड की निवेश पोर्टफ़ोलियो में अपनी जगह है, वहीं एक माहिर फ़ंड मैनेजर सावधानी से स्टॉक का चुनाव करके बड़ी वैल्यू जोड़ सकते हैं, ख़ासकर जब बाज़ार में गिरावट का दौर हो. यही एक्टिव मैनेजमेंट का अपनी फ़ीस कमाना कहलाएगा.
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