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Danish Power IPO: क्या निवेश का है मौक़ा?

डेनिश पावर IPO से जुड़ी हर वो बात जो आपको जाननी चाहिए

क्या Danish Power IPO में निवेश करना सही है?AI-generated image

डेनिश पावर IPO 22 अक्तूबर 2024 को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा और 24 अक्तूबर 2024 को बंद होगा. पावर इक्विपमेंट बनाने वाली इस कंपनी की ताक़त, कमज़ोरियों और ग्रोथ की संभावनाओं का ब्यौरा यहां दिया जा रहा है ताकि आप सोचा-समझ कर फ़ैसला ले सकें.

Danish Power IPO: संक्षेप में

  • क्वालिटी: FY2022 और 2024 के बीच,कंपनी ने क्रमशः 33 और 32 फ़ीसदी के लगभग एवरेज रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) और रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (ROCE) दर्ज़ किया.
  • ग्रोथ: FY22-24 के दौरान, कंपनी का रेवेन्यू और नेट प्रॉफ़िट क्रमशः 50 और 169 फ़ीसदी सालाना बढ़ा है.
  • वैल्यूएशन: लिस्टिंग के बाद, कंपनी का स्टॉक क्रमशः 19.7 और 2.6 गुने के P/E (प्राइस -टू-अर्निंग रेशियो) और P/B (प्राइस-टू-बुक रेशियो) पर कारोबार करेगा.
  • मार्केट में कंपनी की स्थिति: सेक्टर के लिहाज़ से अनुकूल हालात कंपनी की ग्रोथ की संभावनाओं का समर्थन दे रहे हैं. भारत सरकार का बिजली से जुड़े बुनियादी ढांचे के विकास पर ज़ोर और रिन्युएबल एनर्जी की बढ़ती मांग से कंपनी को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी. हालांकि, कुछ ग्राहकों पर ज़्यादा निर्भरता और किसी लंबे समझौते के बिना कंपनी के लिए रिस्क बना हुआ है.

डेनिश पावर के बारे में

1985 में निगमित डेनिश पावर ट्रांसफ़ॉर्मर बनाती है, जिनका इस्तेमाल बिजली के ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन को सुविधाजनक बनाने के लिए किया जाता है. जयपुर में दो मैन्युफ़ैक्चरिंग फ़ैसिलिटी के ज़रिए ऑपरेट करते हुए, ये सोलर पावर प्लांट, विंड फ़ॉर्म और डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफ़ार्मर में इस्तेमाल किए जाने वाले इन्वर्टर-ड्यूटी ट्रांसफ़ार्मर की आपूर्ति करती है.

इसके क्लाइंट बेस में टाटा पावर सोलर सिस्टम, वारी रिन्यूएबल टेक्नोलॉजीज़, जैक्सन ग्रीन, ABB इंडिया और टोरेंट पावर जैसी दिग्गज कंपनियां शामिल हैं. FY24 की दूसरी तिमाही तक, इसके पास ₹ 371 करोड़ की ऑर्डर बुक है.

Danish Power की ताक़त

  • मज़बूत ऑर्डर बुक: सितंबर 2024 तक डेनिश पावर के पास ₹371 करोड़ की ऑर्डर बुक है, जो निकट भविष्य में रेवेन्यू की संभावना बढ़ाती है.

Danish Power की कमज़ोरियां

  • रेवेन्यू के लिए कुछ क्लाइंट्स पर निर्भरताः इसके रेवेन्यू का एक बड़ा हिस्सा इसके 10 बड़े ग्राहकों से आता है. FY24 में, 10 बड़े ग्राहकों ने इसके रेवेन्यू में 88 फ़ीसदी योगदान किया. महत्वपूर्ण ये है कि कंपनी का इन शीर्ष ग्राहकों के साथ कोई लंबे समय का समझौता नहीं है.
  • क्षेत्रीय निर्भरता: डेनिश पावर का पूरा ऑपरेशन बेस जयपुर, राजस्थान में है. क्षेत्र में कोई भी आपदा या राजनीतिक उथल-पुथल बिज़नस को बड़े स्तर पर प्रभावित कर सकती है.

Danish Power IPO की डिटेल्स

IPO का कुल साइज़ (करोड़ ₹) 198
ऑफर फॉर सेल (करोड़ ₹) 0
नए इशू (करोड़ ₹) 198
प्राइस बैंड (₹) 360-380
सब्सक्रिप्शन की तारीख़ 22-24 अक्तूबर 2024
उद्देश्य क़र्ज चुकाना, वर्किंग कैपिटल और कैपेक्स से जुड़ी ज़रूरतें

IPO के बाद

मार्केट कैप (करोड़ ₹) 748
नेट वर्थ (करोड़ ₹) 290
प्रमोटर होल्डिंग (%) 73.6
प्राइस/अर्निंग रेशियो (P/E) 19.7
प्राइस/बुक रेशियो (P/B) 2.6

फ़ाइनेंशियल हिस्ट्री

फ़ाइनेंशियल्स (करोड़ ₹) 2 साल का CAGR (%) FY24 FY23 FY22
रेवेन्यू 49.2 332 189 149
EBIT 130.2 53 14 10
PAT 175.7 38 9 5
नेट वर्थ 82 44 35
कुल डेट 13 14 28
EBIT-- अर्निंग बिफ़ोर इंटरेस्ट एंड टैक्स
PAT -- प्रॉफ़िट आफ्टर टैक्स

प्रमुख रेशियो

रेशियो 3 साल का औसत (%) FY24 FY23 FY22
ROE (%) 32.6 60.4 21.6 16.0
ROCE (%) 31.9 57.0 23.9 14.7
EBIT मार्जिन (%) 10.0 15.8 7.6 6.6
डेट-टू-इक्विटी 0.42 0.2 0.3 0.8
ROE -- रिटर्न ऑन इक्विटी ROCE -- रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड

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रिस्क रिपोर्ट

कंपनी और बिज़नस

  • क्या पिछले 12 महीनों में डेनिश पावर की टैक्स के पहले की कमाई (profit before tax) ₹50 करोड़ से ज़्यादा है?
    हां. कंपनी ने FY24 में ₹51 करोड़ की ‘टैक्स के पहले की कमाई’ दर्ज की.
  • क्या कंपनी अपना बिज़नस बढ़ा पाएगी?
    हां. बिजली से जुड़े बुनियादी ढांचे के विकास पर सरकार के जोर, बिजली के उपकरणों की बढ़ती हिस्सेदारी और रिन्युएबल एनर्जी की बढ़ती मांग इसके विकास में सहायक होगी. इसके अलावा, कंपनी IPO से मिली धनराशि का उपयोग क्षमता बढ़ाने के लिए करने की योजना बना रही है, जो इसके संचालन को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण होगा.
  • क्या डेनिश पावर का कस्टमर बेस काफ़ी वफ़ादार है और क्या ये कंपनी किसी जाने-माने ब्रांड से जुड़ी है?
    हां. कंपनी अपने उत्पादों का निर्माण ग्राहकों की ख़ूबियों और क्वालिटी स्टैंडर्ड के आधार पर करती है, जिससे ग्राहक उससे जुड़े रहते हैं. जब तक उत्पाद उनकी विशिष्टताओं को पूरा करने में विफल नहीं होते, तब तक ग्राहकों की किसी अन्य विक्रेता के पास जाने की संभावना नहीं होती.
  • क्या कंपनी को सुरक्षा घेरा (मोट) हासिल है?
    नहीं. ट्रांसफार्मर मैन्युफ़ैक्चरिंग इंडस्ट्री में भारी प्रतिस्पर्धा है और कंपनी को घरेलू और वैश्विक दोनों ही स्तर पर कंपनियों से भारी दबाव का सामना करना पड़ रहा है.

मैनेजमेंट

  • क्या कंपनी के संस्थापकों में से किसी के पास अभी भी कंपनी में कम से कम 5 फ़ीसदी हिस्सेदारी है? या क्या प्रमोटरों के पास कंपनी में 25 फ़ीसदी से ज़्यादा हिस्सेदारी है?
    हां. IPO के बाद, प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 73.6 फ़ीसदी हो जाएगी.
  • क्या टॉप 3 मैनजरों के पास कंपनी में काम करते हुए कुल मिलाकर 15 साल से ज़्यादा का लीडरशिप अनुभव है?
    हां. प्रबंध निदेशक दिनेश तलवार 1985 में कंपनी के गठन के बाद से ही इसके साथ जुड़े हुए हैं.
  • क्या मैनेजमेंट पर भरोसा किया जा सकता है? क्या कंपनी SEBI दिशानिर्देशों के तहत साफ़-सुथरी रिपोर्ट जारी करती है?
    हां. कोई नेगेटिव जानकारी उपलब्ध नहीं है.
  • क्या कंपनी की अकाउंटिंग पॉलिसी ठीक है?
    हां. कोई नेगेटिव जानकारी उपलब्ध नहीं है.
  • क्या कंपनी प्रमोटरों के शेयर गिरवी होने मुक्त है?
    हां. कोई शेयर गिरवी नहीं रखे हैं.

फ़ाइनेंशियल

  • क्या कंपनी का वर्तमान और तीन साल का औसत रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) 15 फ़ीसदी से ज़्यादा और औसत रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (ROCE) 18 फ़ीसदी से ज़्यादा है?
    हां. इसका तीन साल का औसत ROE और ROCE क्रमशः 33 और 32 फ़ीसदी के लगभग है. FY2024 में, इसका ROE और ROCE क्रमशः 60 और 57 फ़ीसदी के लगभग रहा है.
  • क्या पिछले तीन साल के दौरान कंपनी का ऑपरेटिंग कैश फ़्लो पॉज़िटिव रहा है?
    हां. कंपनी ने पिछले दो वर्षों में ऑपरेशन से कैश फ़्लो (सीएफओ) पॉजिटिव रहने की सूचना दी है.
  • क्या कंपनी का नेट डेट-टू-इक्विटी रेशियो 1 से कम है?
    हां. FY24 में उसका नेट डेट टू इक्विटी रेशियो 0.01 था.
  • क्या कंपनी रोज़मर्रा के कामों के लिए बड़ी वर्किंग कैपिटल पर निर्भरता से मुक्त है?
    नहीं. देरी से भुगतान के कारण कंपनी की वर्किंग कैपिटल की ज़रूरत बहुत ज़्यादा है. FY22 और FY24 के बीच, इसका औसत कैश कन्वर्जन साइकल 78 दिनों का था.
  • क्या कंपनी अगले तीन साल में बाहरी फ़ंडिंग पर निर्भर हुए बिना अपना बिज़नस चला सकती है?
    हां. ये बिज़नस बहुत अधिक पूंजी-प्रधान नहीं है, जिससे डेनिश पावर को बिना किसी क़र्ज के अपने रेवेन्यू में उल्लेखनीय बढ़ोतरी करने में मदद मिलती है. कंपनी वर्तमान में डेट फ़्री भी है. इसके अतिरिक्त, IPO से प्राप्त आय और अनुमानित कैश फ़्लो निकट भविष्य में बाहरी फंडिंग की ज़रूरत के बिना इसके विकास का समर्थन करेंगे।
  • क्या कंपनी बड़ी आकस्मिक देनदारी से मुक्त है?
    हां. मार्च 2024 तक कंपनी ने कोई आकस्मिक देनदारियों की सूचना नहीं दी है.

वैल्यूएशंस

  • क्या स्टॉक अपनी एंटरप्राइज़ वैल्यू पर 8 फ़ीसदी से ज़्यादा की ऑपरेटिंग अर्निंग यील्ड देता है?
    नहीं. ये स्टॉक 7 फ़ीसदी की ऑपरेटिंग यील्ड देता है.
  • क्या स्टॉक का प्राइस-टू-अर्निंग (P/E) रेशियो अपनी जैसी दूसरी कंपनियों के मीडियन लेवल कम है?
    हां. लिस्ट होने के बाद ये स्टॉक 19.7 गुना P/E पर कारोबार करेगा, जबकि इसकी जैसी दूसरी कंपनियों का मीडियन स्तर 51 गुना है.
  • क्या स्टॉक की प्राइस-टू-बुक वैल्यू अपनी जैसी दूसरी कंपनियों के औसत स्तर से कम है?
    हां. लिस्ट होने के बाद ये स्टॉक 2.6 गुना P/B रेशियो पर ट्रेड होगा, जबकि इसकी जैसी दूसरी कंपनियों का मीडियन लेवल 11.3 गुना है.

डिस्क्लेमर: ये निवेश का सुझाव नहीं है. निवेश करने से पहले ज़रूरी जांच-पड़ताल करें.

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