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वेदांता के अगले डिविडेंड पर ख़ुश होने से पहले ये पढ़ें

वेदांता जल्द ही डिविडेंड देगा. यहां हम बता रहे हैं कि क्यों आपको इसे ईनाम नहीं समझना चाहिए

Vedanta share price: वेदांता के शेयर में क्या निवेश का है मौक़ा?AI-generated image

मुनाफ़े चाहे जैसा हो, मगर डिविडेंड हम ज़रूर देंगे. ये वेदांता की अनकही प्रतिज्ञा है अपने शेयरधारकों से. डिविडेंड या लाभांश देने में उस्ताद ये कंपनी, 8 अक्टूबर 2024 को अंतरिम डिविडेंड पर विचार करेगी. ये इस साल (FY) का चौथा डिविडेंड होगा. ज़ाहिर है, निवेशक ख़ुश हैं. और उनकी ख़ुशी इस बात से ज़ाहिर होती है कि 25 सितंबर 2024 ऐलान के बाद, दो ही दिनों में इसका शेयर क़रीब 7 फ़ीसदी बढ़ गया है.

पिछले दो साल में वेदांता ने ₹38,508 करोड़ के अपने फ़्री कैश फ़्लो के मुक़ाबले ₹48,531 करोड़ का डिविडेंड दिया. यानी, इन पेमेंट्स के लिए कंपनी अपने कैश रिज़र्व को कम कर रही है. कंपनी का कैश रिज़र्व FY22-24 में क़रीब आधा होकर ₹30,137 करोड़ रह गया है.

अलर्ट: डिविडेंड देने के लिए कैश रिज़र्व का इस्तेमाल कोई अनूठी बात नहीं. बड़े, मज़बूत बिज़नस क़रीब क़रीब हमेशा ही ऐसा करते हैं. लेकिन वेदांता के लिए ये कोई अच्छी ख़बर नहीं है.

वेदांता कैश देने वाली मशीन है, पर प्रमोटरों के लिए

वेदांता का डिविडेंड पेमेंट दो कारणों से जश्न मनाने का कम और चिंता की बात ज़्यादा है:

1. ये पैसा हक़ीक़त में डिविडेंड के तौर पर इसकी ब्रिटिश पेरेंट कंपनी, वेदांता रिसोर्सेज़ को दिया जा रहा है, क्योंकि 56 फ़ीसदी हिस्सेदारी के साथ ये इस भारतीय माइनिंग कंपनी की सबसे बड़ी शेयर होल्डर है. यानी, आधे से ज़्यादा डिविडेंड का पैसा इसकी पेरेंट कंपनी को जाएगा, ताकि कुछ साल पहले लिए गए $9.7 बिलियन (क़रीब ₹81,000 करोड़) के भारी क़र्ज़ को कम करने में मदद मिले.

2. वेदांता ख़ुद ब़ड़े क़र्ज़ के बोझ तले दबी है और उसे अपने ख़र्च पूरे करने हैं. डिविडेंड पेमेंट करना, कंपनी के ग्रोथ प्लान को पटरी पर लाने की क्षमता कम कर रहा है.

वेदांता के आंकड़ों की बात

दरअसल, वेदांता अपनी क्षमता से ज़्यादा का बोझ उठा रही है. सबसे पहले इसके अपेक्षित मुनाफ़े पर ध्यान दें. कंपनी उम्मीद करती है कि मेटल की क़ीमतों में उछाल के कारण ₹50,000 करोड़ का सालाना EBITDA (ब्याज, टैक्स, डेप्रिसिएशन और एमोर्टाइज़ेशन) मिलेगा. ये आंकड़ा अगले तीन साल के लिए ₹1.5 लाख करोड़ बैठता है.

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वेदांता की ज़िम्मेदारियों पर नज़र डालते हैं

अगले तीन से चार साल के लिए ₹67,000 करोड़ के कैपिटल एक्सपेंडिचर या पूंजीगत ख़र्च का प्लान बनाया गया है.

इसमें बकाया क़र्ज़ भी जोड़ दें, तो पेरेंट कंपनी का ₹25,000 करोड़ का लंबे समय का क़र्ज़ तीन साल में मेच्योर हो जाएगा. इसलिए, वेदांता की पेरेंट कंपनी के क़र्ज़ के दायित्व को निभाने के लिए इस दौरान क़रीब ₹50,000 करोड़ का डिविडेंड देना होगा. याद रखें, आधा डिवीडेंड पेरेंट कंपनी को जाता है.

इसी समय, वेदांता का ₹50,000 करोड़ का क़र्ज़ भी मेच्योर हो रहा है. ये सिर्फ़ प्रिंसिपल अमाउंट का पेमेंट हैं. सब कुछ मिलाकर अगले तीन साल में क़रीब ₹1.7 लाख करोड़ का कैश विड्रॉल होगा, यानी क़रीब ₹20,000 करोड़ कम होंगे.

वेदांता की कहानी का निष्कर्ष क्या है

हम भले ही इसके कमोडिटी बिज़नस का सायकल नज़रअंदाज़ कर दें, जो अनुमानित EBITDA को हासिल करना अनिश्चित बनाता है, मगर वेदांता के पास अपने कैपिटल एक्सपेंडिचर और डेलिवरेजिंग की कोशिशों की देनदारियों के लिए ज़रूरत के मुताबिक़ पैसा नहीं है. इसलिए, इसे या तो अपने प्लान किए गए कैपिटल एक्सपेंडिचर को कम करना होगा, जिससे इसकी ग्रोथ धीमी हो जाएगी. या फिर दूसरे ज़रिए से पूंजी की इंतज़ाम करने की कोशिशें जारी रखनी होंगी. हाल ही में यही काम इसने एक QIP जारी करके और सब्सीडरी हिंदुस्तान ज़िंक में अपनी हिस्सेदारी बेच कर किया था. कुछ भी हो, निवेशकों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि इसकी ग्रोथ धीमी रहेगी - ख़ासतौर पर तब, जब निवेशकों ने सिर्फ़ एक साल में इस स्टॉक को दो गुने से ज़्यादा बढ़ा दिया है.

डिस्क्लेमर: ये स्टॉक की सिफ़ारिश नहीं है. निवेश का कोई भी फ़ैसला लेने से पहले आप ख़ुद रिसर्च ज़रूर करें.

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वेदांता से हमें निम्नलिखित प्रतिक्रिया मिली है:

वेदांता लिमिटेड में, हमारी प्राथमिकता हमेशा अपने शेयरधारकों को लगातार वैल्यू देते रहने की रही है. हमारी डिविडेंड नीति इस प्रतिबद्धता को दर्शाती है. 8 अक्टूबर 2024 को अंतरिम डिविडेंड पर विचार करने का फ़ैसला, उतार-चढ़ाव वाले बाज़ार में भी स्थिर रिटर्न देने पर हमारे फ़ोकस की मिसाल है. पिछले छह महीनों में स्टॉक में 89 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ बाज़ार की सकारात्मक प्रतिक्रिया, हमारे व्यवसाय और इसके लंबे समय के दौरान वैल्यू पैदा करने का प्रस्ताव निवेशकों के विश्वास को दिखाता है.

1. लेख में डिविडेंड भुगतान के लिए कैश रिज़र्व के इस्तेमाल का संदर्भ दिया गया है, लेकिन ये स्पष्ट करना ज़रूरी है कि वेदांता में डिविडेंड, ग्रोथ और कैपिटल एक्सपेंडिचर सामंजस्यपूर्ण रूप से सह-अस्तित्व में हैं. पिछली आठ तिमाहियों में, हमारे वित्तीय प्रदर्शन ने दिखाया है कि हम डिविडेंड का समर्थन कर सकते हैं और साथ ही ग्रोथ में निवेश भी कर सकते हैं. डिविडेंड के लिए कैश रिज़र्व का इस्तेमाल हमारे जैसे बड़े, स्थिर व्यवसायों में एक सामान्य प्रथा है, जो वित्तीय स्वास्थ्य को प्रभावित करने के बजाय कैश के समझदारी भरे एलोकेशन को दिखाता है.

2. वेदांता ने पिछले तीन साल में $3.3 बिलियन के कुल ग्रोथ कैपिटल एक्सपेंडिचर के साथ ब्राउनफील्ड और ग्रीनफ़ील्ड दोनों तरह के विस्तार में काफ़ी निवेश किया है. ये रणनीतिक कैपिटल एलोकेशन के ज़रिए लंबे समय के दौरान वैल्यू बनाने को लेकर हमारी प्रतिबद्धता दिखाती है. Nicomet और FACOR जैसे हालिया अधिग्रहणों के साथ-साथ Athena Power और Meenakshi Power जैसे नए बिजली संयंत्रों ने हमारे पोर्टफ़ोलियो को मज़बूत किया है. इसके अलावा, Barbil और Bicholim खदानों सहित लौह अयस्क खदानों और कुडनेम आयरन ओर ब्लॉक और निकल खनिज ब्लॉक जैसे महत्वपूर्ण खनिज ब्लॉकों के अधिग्रहण ने हमारी कच्चे माल की ज़रूरतों को और सुरक्षित किया है और हमें लगातार ग्रोथ के लिए तैयार किया है.

3. पिछले कुछ साल में हमारी लगातार और बढ़ती हुई ग्रोथ की बदौलत हमारा ऑपरेशनल परफ़ॉर्मेंस लगातार बेहतर हुआ है. इसका सबूत FY25 की पहली तिमाही में EBITDA में 47 प्रतिशत की सालाना बढ़ोतरी है.

4. वित्तीय अनुशासन के प्रति वेदांता की प्रतिबद्धता मूल कंपनी, वेदांता रिसोर्सेज़ लिमिटेड (VRL) में आक्रामक डीलीवरेजिंग कोशिशों में और ज़्यादा दिखाई देती है. VRL ने पिछले दो साल में FY24 तक अपने क़र्ज़ को $3.7 बिलियन कम किया, साथ ही Q1 FY25 में रणनीतिक पहल के ज़रिए $0.6 बिलियन का अतिरिक्त क़र्ज़ कम किया, जिसमें प्रमोटर शेयरों का कमज़ोर पड़ना और एक सफल लायबिलिटी मैनेजमेंट किया जाना शामिल है. ब्रांड फ़ीस भी डिविडेंड के साथ-साथ मूल स्तर पर फ़ंडिंग के एक महत्वपूर्ण स्रोत के तौर पर काम करते हैं.

5. वेदांता रिसोर्सेज़ को हमारा डिविडेंड पेमेंट एक समग्र तरलता प्रबंधन (holistic liquidity management approach) नज़रिए का हिस्सा है, केवल डिविडेंड नहीं, इसमें ऑपरेशन से कैश फ़्लो, ब्रांड फ़ीस और रणनीतिक हिस्सेदारी भी शामिल है. ये पक्का करता है कि वेदांता रिसोर्सेज़ के पास अपने दायित्वों को पूरा करने के लिए काफ़ी तरलता (लिक्विडिटी) है, जबकि वेदांता लिमिटेड के ऑपरेशन की स्थिरता प्रभावित नहीं होती है.

6. निवेशकों का विश्वास हमारे हाल के $1 बिलियन के क्वालिफ़ाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) और हिंदुस्तान ज़िंक लिमिटेड (HZL) की बिक्री के प्रस्ताव में स्पष्ट है, दोनों ने हमारी मज़बूत वित्तीय स्थिति में योगदान दिया. ये उपलब्धियां हमारे निवेशकों के हमारे रणनीतिक नज़रिए और प्रदर्शन में विश्वास को दिखाती हैं.

7. हालांकि कमोडिटी प्राइस की साइकल की लाभप्रदता की भविष्यवाणी के लिए अल्पकालिक चुनौतियां पेश करती है, लेकिन वेदांता लंबे समय के दौरान वैल्यू पैदा करने को लेकर अच्छी स्थिति में है. रणनीतिक अधिग्रहण और ग्रोथ के लिए कैपिटल एक्सपेंडिचर के साथ-साथ हमारा सक्रिय कैपिटल मैनेजमेंट का दृष्टिकोण ये पक्का करता है कि हम ग्रोथ से समझौता किए बिना अपने कैपिटल एक्सपेंडिचर और क़र्ज़ के दायित्वों को पूरा करने के लिए सही रास्ते पर हैं.

8. हमारी कोशिशें नज़रअंदाज़ नहीं हुई हैं. ICRA ने हाल ही में वेदांता लिमिटेड की लंबे अर्से की रेटिंग को AA- से AA तक अपग्रेड किया है, जो हमारी वित्तीय स्थिति की मज़बूती और स्थिरता को दिखाता है. इसके अलावा, S&P ग्लोबल रेटिंग्स ने वेदांता रिसोर्सेज़ लिमिटेड को 'CCC+' से 'B' तक अपग्रेड किया है, जो हमारी बेहतर कैपिटल स्ट्रक्चर और लिक्विडिटी दिखाता है.

9. हमारा प्रस्तावित डीमर्जर, जिसे एक आसान वर्टिकल स्प्लिट के तौर पर प्लान किया गया है, वैल्यू अनलॉकिंग को भी सक्षम करेगा और इसके हरेक डीमर्ज किए जाने वाले बिज़नस के विस्तार और विकास में बड़े निवेश को आकर्षित करेगा. हमारे कॉर्पोरेट ढांचे को और सरल बनाकर, डीमर्जर से सेक्टर-फ़ोकस्ड स्वतंत्र व्यवसाय बनेंगे, जो भारतीय और वैश्विक निवेशकों को निवेश के अवसर देंगे, जिनमें सॉवरिन वेल्थ फ़ंड और रणनीतिक निवेशक शामिल हैं.

इस कैलेंडर वर्ष में वेदांता लिमिटेड के इक्विटी वैल्युएशन में लगभग 2 गुना बढ़ोतरी हुई है, जो मज़बूत ऑपरेशनल परफ़ॉर्मेंस, कमोडिटी की बढ़ती क़ीमतों और निवेशकों के बढ़ते विश्वास के कारण हुआ है. ये ग्रोथ हमारी रणनीतिक पहल को लेकर बाज़ार की रज़ामंदी दिखाती है, जिसमें चल रहे कैपिटल एक्सपेंडिचर, डीलीवरेजिंग और लायबिलिटी मैनेजमेंट शामिल हैं. शेयरधारकों को स्थायी रिटर्न देने की हमारी क्षमता हमारे नज़रिए का एक मुख्य सिद्धांत है.

आगे, हम आने वाले वर्षों में EBITDA में $10 बिलियन देने और ग्रोथ कैपिटल एक्सपेंडिचर में $8 बिलियन का निवेश करने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य के साथ इस मोमेंटम को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं.


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