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Axis Consumption Fund NFO 23 अगस्त को सब्सक्रिप्शन के लिए खुल चुका है और ये 6 सितंबर 2024 तक निवेशकों के लिए उपलब्ध रहेगा.
एक्सिस कंज़म्पशन फ़ंड NFO की संक्षेप में जानकारी नीचे दी गई है.
Axis Consumption Fund NFO पर एक नज़र
फ़ंड का नाम | एक्सिस कंज़म्प्शन फ़ंड |
फ़ंड का प्रकार | एक्टिव रूप से मैनेज थीमैटिक फ़ंड |
फ़ंड मैनेजर | श्रेयस देवलकर, हितेश दास और कृष्ण नारायण |
एग्ज़िट लोड | अगर कोई निवेशक एलोकेशन की तारीख़ से 12 महीने के अंदर विड्रॉ करता है, तो निवेश के 90% हिस्से पर 1% एग्ज़िट लोड लगेगा. |
टैक्स | अगर यूनिट्स एक साल के अंदर बेची जाती हैं तो मुनाफ़े पर 20% टैक्स लगेगा. अगर यूनिट्स एक साल बाद बेची जाती हैं तो मुनाफ़े पर 12.5% टैक्स लगेगा, बशर्ते मुनाफ़ा ₹1.25 लाख से ज़्यादा हो. |
Axis Consumption Fund NFO: इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजी
नाम से ही पता चलता है, ये नया फ़ंड एक्टिव रूप से कंज़म्पशन या उससे संबंधित सेक्टरों की कंपनियों में निवेश करने की कोशिश करेगा.
ये केवल कंज़म्पशन वाली कंपनियों में निवेश करने वाला 22वां एक्टिव फ़ंड होगा.
मौजूदा कंज़म्पशन फ़ंड ₹28,048 करोड़ के एसेट (31 जुलाई, 2024 तक) मैनेज करते हैं, जिसमें आदित्य बिड़ला सन लाइफ़ इंडिया GenNext इस सेगमेंट का सबसे बड़ा फ़ंड है.
पांच सबसे बड़े कंज़म्पशन फ़ंड इस प्रकार हैं:
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आदित्य बिड़ला सन लाइफ इंडिया GenNext
: ₹5,786 करोड़ के कुल एसेट
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मिराए एसेट ग्रेट कंज्यूमर
: ₹4,069 करोड़ के कुल एसेट
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SBI कंज़म्पशन ऑपर्च्युनिटीज़
: ₹2,679 करोड़ के कुल एसेट
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ICICI प्रूडेंशियल भारत कंज़म्पशन
: ₹2,613 करोड़ के कुल एसेट
- टाटा इंडिया कंज्यूमर : ₹2,247 करोड़ के कुल एसेट
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कंज़म्पशन फ़ंड का प्रदर्शन
कंज़म्पशन फ़ंड ब्रॉड मार्केट से बहुत आगे रहे हैं. अगर आप पांच साल के इतिहास वाले सात फ़ंड का औसत रिटर्न देखें, तो इसने निफ़्टी 500 TRI को 87 फ़ीसदी बार पछाड़ा है. ये पांच साल के डेली रोलिंग रिटर्न के आधार पर है.
इसके अलावा, मार्केट में गिरावट के दौरान इन कंज़म्पशन फ़ंड में कम गिरावट आई है. मिसाल के तौर पर, 1 मार्च 2015 से 1 मार्च 2016 तक चले अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर के दौरान ये फंड 8.2 फ़ीसदी गिरे, जबकि निफ़्टी 500 TRI में 15.93 फ़ीसदी की गिरावट आई. साल 2020 में कोविड की वज़ह से मार्च की तबाही के दौरान, ये फ़ंड औसतन 23.1 फ़ीसदी गिरे, जो ब्रॉड मार्केट में आई 23.6 फ़ीसदी गिरावट से थोड़ा कम है.
एक्सिस कंज़म्पशन फ़ंड के मैनेजर
श्रेयस देवलकर : श्रेयस छह एक्टिव रूप से मैनेज किए जाने वाले एक्सिस फ़ंड मैनेज कर रहे हैं, जिनमें सबसे लोकप्रिय एक्सिस ब्लूचिप, उसके बाद एक्सिस ELSS टैक्स सेवर और एक्सिस मिडकैप शामिल हैं.
श्रेयस देवलकर का रिपोर्ट कार्ड
उनके फ़ंड के प्रदर्शन पर एक नज़र
फ़ंड स्कीम | मैनेज शुरू करने की तारीख़ | तब से रिटर्न (%) | कैटेगरी | कैटेगरी औसत रिटर्न (%) | कैटेगरी रैंक |
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एक्सिस ब्लूचिप | 23 नवंबर 2016 | 17.77 | इक्विटी: लार्ज कैप | 16.89 | 14/70 |
एक्सिस मिडकैप | 23 नवंबर 2016 | 23.32 | इक्विटी: मिड कैप | 21.66 | 6/21 |
एक्सिस मल्टीकैप | 1 मार्च 2023 | 52.32 | इक्विटी: मल्टी कैप | 46.42 | 3/18 |
एक्सिस ESG इंटीग्रेशन स्ट्रेटेजी | 4 अगस्त 2023 | 34.46 | इक्विटी: थीमैटिक-ESG | 33.81 | 04/10 |
एक्सिस ग्रोथ अपॉर्चुनिटीज़ | 4 अगस्त 2023 | 42.12 | इक्विटी: लार्ज और मिडकैप | 44.03 | 19/28 |
एक्सिस ELSS टैक्स सेवर | 4 अगस्त 2023 | 32.24 | इक्विटी: ELSS | 38.82 | 33/38 |
25 अगस्त 2024 तक का रिटर्न डेटा. वैल्यू रिसर्च के अनुसार रैंकिंग कैटेगरी. |
हितेश दास : 12 साल के अनुभव के साथ, हितेश इस समय एक्सिस में नौ फ़ंड मैनेज कर रहे हैं, जिनमें एक्सिस इक्विटी सेवर फ़ंड , एक्सिस फ़्लेक्सी कैप फ़ंड और एक्सिस फ़ोकस्ड फ़ंड शामिल हैं.
कृष्णा नारायण : कृष्णा एक कुशल चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं, और वे केवल विदेशी सिक्योरिटीज़ पर ही नज़र रखेंगी.
हमारा नज़रिया
हालांकि पुराने डेटा से पता चलता है कि कंज़म्पशन फ़ंड ने ब्रॉड इक्विटी मार्केट को पीछे छोड़ दिया है और थोड़ा कम अस्थिर रहे हैं, फिर भी इनमें आपको अपने पैसे का 10 फ़ीसदी से ज़्यादा एलोकेशन नहीं करना चाहिए क्योंकि इनके पोर्टफ़ोलियो ज़्यादा कॉन्सेंट्रेटेड हैं, जिससे रिस्क बढ़ जाता है.
इसके बजाय, ऐसे फ़ंड में निवेश करें जो कई सेक्टरों की डाइवर्सिटी लाएं. इस तरह, आपका पैसा कुछ ही सेक्टरों या किसी ख़ास थीम के प्रदर्शन पर निर्भर नहीं रहेगा. इसके अलावा, फ़्लेक्सी कैप और मल्टी कैप जैसे डाइवर्स फ़ंड भी कंज़म्पशन कंपनियों में निवेश करते हैं, जिससे आपको इन सेगमेंट में भी निवेश करने का मौक़ा मिलता है.
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