सीगल इंडिया का IPO (इनिशियल पब्लिक ऑफ़रिंग) 1 अगस्त 2024 को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा और 5 अगस्त 2024 को बंद होगा. निवेश का फ़ैसला लेने में निवेशकों की मदद के लिए, यहां हम इस इंफ़्रास्ट्रक्चर कंपनी की ताक़त, कमज़ोरियों और ग्रोथ की संभावनाओं के बारे में बता रहे हैं.
‘Ceigall India’ IPO: संक्षेप में
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क्वालिटी:
FY-22 और 24 के बीच, कंपनी का 3 साल का एवरेज
रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) और रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (ROCE)
क्रमशः 30.3 और 30.2 फ़ीसदी रहा है.
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ग्रोथ:
FY22-24 के दौरान, इसके रेवेन्यू और नेट प्रॉफ़िट में क्रमशः 63.5 और 56 फ़ीसदी की सालाना बढ़ोतरी हुई.
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वैल्यूएशन:
सीगल इंडिया का स्टॉक क्रमशः 22.8 और 4.4 गुना के
P/E
(प्राइस -टू-अर्निंग रेशियो) और P/B (प्राइस-टू-बुक रेशियो) पर क़ारोबार करेगा.
- मार्केट में कंपनी की स्थिति: इंफ़्रास्ट्रक्चर के विकास (ख़ास तौर पर सड़कों और रेलवे) पर सरकार के बढ़ते फ़ोकस से सीगल इंडिया को लगातार ऑर्डर मिलने और अपने क़ारोबार को बढ़ाने में मदद मिलेगी. हालांकि, साइक्लिकैलिटी और बड़े और छोटे दोनों ही तरह के खिलाड़ियों से क़ीमत को लेकर मिलने वाली प्रतिस्पर्धा जैसे फ़ैक्टर, कंपनी की ग्रोथ के लिए ख़तरा बन सकते हैं.
Ceigall India के बारे में
सीगल इंडिया एक इंफ़्रास्ट्रक्चर कंस्ट्रक्शन कंपनी है जिसकी स्थापना साल 2002 में हुई थी. ये एलिवेटेड रोड, एक्सप्रेसवे, फ्लाईओवर, हाईवे, रनवे और टनल जैसे विशेष कंस्ट्रक्शन करने के लिए जानी जाती है. कंपनी को अपना पहला बड़ा ऑर्डर, साल 2006 में पंजाब लोक निर्माण विभाग के लिए ₹6.3 करोड़ के प्रोजेक्ट के रूप में मिला था.
कंपनी का इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन (EPC) सेगमेंट इसके लिए सबसे बड़ा रेवेन्यू जनरेटर है, जिसने FY24 में इसके कुल रेवेन्यू में 66 फ़ीसदी योगदान दिया; इसके बाद हाइब्रिड एन्युइटी मॉडल (HAM) सेगमेंट ने 26 फ़ीसदी योगदान दिया.
Ceigall India की ताक़त
- मज़बूत ऑर्डर बुक वैल्यू: इस समय, सीगल इंडिया के पास लगभग 18 चालू प्रोजेक्ट हैं, जिनकी कुल ऑर्डर बुक वैल्यू ₹9,471 करोड़ (FY2024 के रेवेन्यू का 3.12 गुना) है. इस तरह की मज़बूत ऑर्डर बुक वैल्यू कंपनी के लिए अच्छी रेवेन्यू विज़िबिलिटी और ग्रोथ की ठोस संभावनाएं पैदा करती है.
Ceigall India की कमज़ोरियां
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हाई रेवेन्यू कॉन्सेंट्रेशन:
सीगल इंडिया का रेवेन्यू कुछ ही क्षेत्रों में कॉन्सेंट्रेटेड है, जिसमें FY2024 के रेवेन्यू का लगभग 50 फ़ीसदी हिस्सा सिर्फ़ पंजाब से आया. इसलिए, राज्य में आने वाली कोई भी राजनीतिक या पर्यावरणीय अड़चनें कंपनी के फ़ाइनेंशियल पर बुरा असर डाल सकती हैं.
- नेगेटिव कैश फ़्लो: पिछले तीन साल में हाई रिसीवेबल के कारण सीगल इंडिया का कैश फ़्लो फ्रॉम ऑपरेशन्स (CFO) नेगेटिव रहा है.
IPO की डिटेल
IPO का कुल साइज़ (करोड़ ₹) | 1,253 |
ऑफर फॉर सेल (करोड़ ₹) | 568 |
नए इशू (करोड़ ₹) | 684 |
प्राइस बैंड (₹) | 380-401 |
सब्सक्रिप्शन की तारीख़ | 1-5 अगस्त, 2024 |
उद्देश्य | क़र्ज़ चुकाने के लिए |
IPO के बाद
मार्केट कैप (करोड़ ₹) | 6,985 |
नेट वर्थ (करोड़ ₹) | 1,572 |
प्रमोटर होल्डिंग (%) | 82.1 |
प्राइस/अर्निंग रेशियो (P/E) | 22.8 |
प्राइस/बुक रेशियो (P/B) | 4.4 |
फ़ाइनेंशियल हिस्ट्री
फ़ाइनेंशियल्स (करोड़ ₹) | 2Y ग्रोथ (% सालाना) | FY24 | FY23 | FY22 |
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रेवेन्यू | 63.5 | 3,029 | 2,068 | 1,134 |
EBIT | 66.3 | 463 | 258 | 167 |
PAT | 56 | 306 | 167 | 126 |
नेट वर्थ | 888 | 593 | 431 | |
कुल डेट | 1,066 | 703 | 316 | |
EBIT-- अर्निंग बिफ़ोर इंटरेस्ट एंड टैक्स
PAT -- प्रॉफ़िट आफ्टर टैक्स |
प्रमुख रेशियो
रेशियो | 3 साल का औसत (%) | FY24 | FY23 | FY22 |
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ROE (%) | 30.3 | 33.6 | 28.2 | 29.2 |
ROCE (%) | 30.2 | 32 | 28.7 | 29.8 |
EBIT मार्जिन (%) | 14.2 | 15.3 | 12.5 | 14.8 |
डेट-टू-इक्विटी | 1 | 1.2 | 1.2 | 0.7 |
ROE -- रिटर्न ऑन इक्विटी ROCE -- रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड |
Ceigall India: रिस्क रिपोर्ट
कंपनी और बिज़नस
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क्या पिछले 12 महीनों में Ceigall India की टैक्स के पहले की कमाई (profit before tax) ₹50 करोड़ से ज़्यादा है?
हां. FY2024 में टैक्स के पहले की कमाई ₹405 करोड़ रही.
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क्या Ceigall India अपना बिज़नस बढ़ा पाएगी?
हां. इंफ़्रास्ट्रक्चर के विकास पर सरकार के बढ़ते फ़ोकस से, कंपनी को लगातार ऑर्डर मिलने और ऑपरेशन बढ़ाने में मदद मिलने की उम्मीद है. इसके अलावा, सीगल इंडिया का लक्ष्य रनवे, रेलवे और मेट्रो के कंस्ट्रक्शन और मेंटेनन्स से जुड़े प्रोजेक्ट हासिल करके अपने काम में डाइवर्सिटी लाना है. इसके अलावा, कंपनी अर्थवर्क और वाटर ट्रीटमेंट एवं सीवेरज से संबंधित प्रोजेक्ट पर भी काम शुरू करना चाहती है, जो कंपनी के लिए प्रमुख ग्रोथ ड्राइवर बन सकते हैं.
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क्या Ceigall India का कस्टमर बेस काफ़ी वफ़ादार या लॉयल है और क्या ये कंपनी किसी जाने-माने ब्रांड से जुड़ी है?
नहीं. ऐसा इसलिए है क्योंकि कंपनी कंस्ट्रक्शन बिज़नस से जुडी हुई है, जो एक जैसे काम और क़ीमत पर आधारित प्रतिस्पर्धा के लिए जानी जाती है. हालांकि, अपने काम को बेहतर ढ़ंग से लागू करने रिकॉर्ड के कारण, ये नेशनल हाइवेज़ अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया (NHAI) से लगातार ऑर्डर हासिल करने में क़ामयाब रही है.
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क्या कंपनी के पास कॉम्पिटेटिव एडवांटेज़ है?
नहीं. सीगल इंडिया के पास कॉम्पिटेटिव एडवांटेज़ नहीं है क्योंकि ये बहुत ज़्यादा कॉम्पिटेटिव माहौल में काम करती है, जिसमें छोटे और बड़े दोनों तरह के खिलाड़ियों से कड़ी टक्कर मिलती है. इसके अलावा, कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री में बहुत कम ऐसे फ़र्क़ हैं, जिससे कंपनी का दूसरी कंपनियों पर बढ़त हासिल करना मुश्किल हो जाता है.
Ceigall India का मैनेजमेंट
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क्या कंपनी के संस्थापकों में से किसी के पास अभी भी कंपनी में कम से कम 5 फ़ीसदी हिस्सेदारी है? या क्या प्रमोटरों के पास कंपनी में 25 फ़ीसदी से ज़्यादा हिस्सेदारी है?
हां, IPO के बाद प्रमोटरों की हिस्सेदारी 82.1 फ़ीसदी हो जाएगी.
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क्या टॉप तीन मैनजरों के पास कंपनी में काम करते हुए कुल मिलाकर 15 साल से ज़्यादा का लीडरशिप अनुभव है?
हां. कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर -- रमणीक सहगल -- साल 2002 में स्थापना के बाद से ही इसके साथ जुड़े हुए हैं.
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क्या मैनेजमेंट पर भरोसा किया जा सकता है? क्या कंपनी SEBI दिशानिर्देशों के तहत साफ़-सुथरी रिपोर्ट जारी करती है?
हां. कोई नेगेटिव जानकारी उपलब्ध नहीं है.
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क्या कंपनी की अकाउंटिंग पॉलिसी ठीक है?
हां. कोई नेगेटिव जानकारी उपलब्ध नहीं है.
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क्या कंपनी प्रमोटरों के शेयर गिरवी होने मुक्त है?
हां. कोई शेयर गिरवी नहीं रखे हैं.
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Ceigall India के फ़ाइनेंशियल
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क्या कंपनी का वर्तमान और तीन साल का औसत रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) 15 फ़ीसदी से ज़्यादा और औसत रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (ROCE) 18 फ़ीसदी से ज़्यादा है?
हां. इसका तीन साल का औसत ROE और ROCE क्रमशः 32.3 और 32.2 फ़ीसदी है. FY2024 में, इसका ROE और ROCE क्रमशः 33.6 और 32 फ़ीसदी रहा है.
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क्या पिछले तीन साल के दौरान कंपनी का ऑपरेटिंग कैश फ़्लो पॉज़िटिव रहा है?
नहीं. पिछले तीन साल में सीगल इंडिया का कैश फ़्लो फ्रॉम ऑपरेशन्स (CFO) नेगेटिव रहा है.
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क्या कंपनी का नेट डेट-टू-इक्विटी रेशियो 1 से कम है?
हां. मार्च 2024 तक इसका का नेट डेट-टू-इक्विटी रेशियो 0.8 था.
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क्या कंपनी रोज़मर्रा के कामों के लिए बड़ी वर्किंग कैपिटल पर निर्भरता से मुक्त है?
नहीं. FY24 तक, इसका रिसीवेबल साइकिल 52 दिनों का था.
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क्या कंपनी अगले तीन साल में बाहरी फ़ंडिंग पर निर्भर हुए बिना अपना बिज़नस चला सकती है?
नहीं. पिछले तीन साल में, सीगल इंडिया कैश फ़्लो फ्रॉम ऑपरेशन्स (CFO) नेगेटिव रहा. नतीजा, इसका क़र्ज़ लगभग तीन गुना बढ़ गया है. इसके अलावा, ₹9,000 करोड़ से ज़्यादा की ऑर्डर बुक को एग्जिक्यूट करने के लिए कंपनी को ज़्यादा वर्किंग कैपिटल की ज़रूरत पड़ेगी और जहां तक हो पैसा जुटाना पड़ेगा.
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क्या कंपनी बड़ी कंटिंजेंट देनदारी से मुक्त है?
नहीं. FY24 तक, इक्विटी के प्रतिशत के रूप में इसकी कंटिंजेंट देनदारियां लगभग 106 फ़ीसदी थीं.
Ceigall India की वैल्यूएशन
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क्या स्टॉक अपनी एंटरप्राइज़ वैल्यू पर 8 फ़ीसदी से ज़्यादा की ऑपरेटिंग अर्निंग यील्ड देता है?
नहीं. ये स्टॉक 6 फ़ीसदी ऑपरेटिंग अर्निंग यील्ड देता है.
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क्या स्टॉक का प्राइस-टू-अर्निंग रेशियो अपनी जैसी दूसरी कंपनियों के औसत से कम है?
नहीं. स्टॉक का P/E रेशियो 22.8 गुना है, जबकि इसके जैसी दूसरी कंपनियों का एवरेज स्तर 14.5 गुना है.
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क्या स्टॉक की प्राइस-टू-बुक वैल्यू अपनी जैसी दूसरी कंपनियों के औसत स्तर से कम है?
नहीं. स्टॉक का P/B रेशियो 4.4 गुना है, जबकि इसके साथियों का औसत स्तर 2.9 गुना है.
डिस्क्लेमर: ये निवेश का सुझाव नहीं है. निवेश करने से पहले ज़रूरी जांच-पड़ताल ज़रूर करें.
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