गोवा के निवासी डेलिन पिंटो (Daylynn Pinto) ने फ़ाइनांस के क्षेत्र में आने से पहले स्टॉक में कुछ निवेश किया. एक दिन, UTI म्यूचुअल फ़ंड में इक्विटी के प्रमुख ने पिंटो के उस ब्रेक-ईवन अनालेसिस को देखा जिसमें उन्होंने पेट्रोल या डीज़ल कार ख़रीदने को लेकर अनालेसिस किया था. पिंटो कहते हैं, "ये एक निर्णायक पल था," क्योंकि इसके तुरंत बाद ही उन्हें ऑटो सेक्टर में एनेलिस्ट के तौर पर शामिल होने का प्रस्ताव मिल गया.
इस समय पिंटो बंधन AMC में इक्विटी के सीनियर फ़ंड मैनेजर हैं. वे फ़ंड हाउस के 5 फ़ंड का मैनेज करते हैं, जिनका कुल AUM (एसेट अंडर मैनेजमेंट) क़रीब ₹21,000 करोड़ है. हाल ही में बंधन ELSS टैक्स सेवर और बंधन स्टर्लिंग वैल्यू फ़ंड को वैल्यू रिसर्च ने 4 स्टार रेटिंग दी है.
हमसे ख़ास बातचीत में, पिंटो ने फ़ाइनास सेक्टर में अपने शुरुआती दिनों, ELSS फ़ंड के परफ़ॉर्मेंस पर असर डालने वाले फ़ैक्टर्स और अपने फ़ंड के पोर्टफ़ोलियो में PSU स्टॉक जोड़ने के लिए बहुत उत्साहित न होने के बारे में बताया.
बातचीत का संपादित अंश यहां दिया गया है.
आपको इक्विटी निवेश की दुनिया में क्या आकर्षित करता है?
मैं कॉलेज से बाहर आ गया था जब UTI म्यूचुअल फ़ंड ने मुझे कैंपस से भर्ती किया. उस समय, मार्केट के बारे में मेरी जानकारी दुरूस्त थी, क्योंकि मैं गोवा से था. शेयर मार्केट आमतौर पर पहली चीज़ नहीं होती जो किसी ऐसे व्यक्ति को पसंद आए जो मुंबई में बड़ा नहीं हुआ है. जब मैं 2004 में UTI म्यूचुअल फ़ंड में शामिल हुआ, तो वक़्त के साथ इंडस्ट्री मेरे लिए बढ़ती गई. इसलिए, इक्विटी मार्केट में मेरी एंट्री किसी प्लान से ज़्यादा एक दुर्घटना थी.
क्या आपने UTI म्यूचुअल फ़ंड में शामिल होने से पहले कहीं और भी कोशिश की थी?
मैं बहुत छोटा था, मैंने अभी-अभी MBA (मास्टर ऑफ़ बिज़नस एडमिनिस्ट्रेशन) पूरा किया था, और मेरे सहपाठियों या सहकर्मियों के उलट, कोर्स से पहले मेरे पास कोई काम तजुर्बा नहीं था. इसलिए, मुझे उन मौक़ों के बारे में खुले दिमाग से सोचना पड़ा, जिन पर मैं विचार कर सकता था. 2003-04 नौकरी पाने के लिए काफ़ी चुनौतीपूर्ण वक़्त था, ख़ासकर कॉलेज के नए ग्रेजुएट के लिए. ये मौक़ों के मामले में उतना जीवंत नहीं था जितना हम आज देखते हैं. मैंने कई कंपनियों में अप्लाई किया, लेकिन UTI म्यूचुअल फ़ंड ने मेरा दरवाज़ा खटखटाया और मैं उनके मैनेजमेंट ट्रैनिंग प्रोग्राम के हिस्से के तौर पर उनके साथ जुड़ गया.
मुझे ये कहते हुए गर्व है कि मैंने सिर्फ़ एक ही इंडस्ट्री में काम किया है और वो है म्यूचुअल फ़ंड इंडस्ट्री. कई लोग बीमा से बैंकिंग और फिर म्यूचुअल फ़ंड में चले गए और कई इसके उलट. हमने लोगों को ब्रोकिंग और प्राइवेट इक्विटी में जाते हुए भी देखा है, लेकिन मुझे इस बात से तसल्ली है कि मैं अपने पूरे करियर में एक ही इंडस्ट्री में रहा हूं.
आपने फ़ंड मैनेजर बनने से पहले UTI म्यूचुअल फ़ंड में एक रिसर्च एनेलिस्ट के तौर पर अपना करियर शुरू किया था. क्या आप हमें उस बदलाव के बारे में बता सकते हैं और एक एनेलिस्ट तौर पर में आपको मिली ख़ास जानकारियों को साझा कर सकते हैं?
कुल मिलाकर ये सफ़र शानदार रहा है, और मैं कहूंगा कि ये कई मायनों में उम्मीदों से बढ़कर रहा है. शुरुआत से ही सीखने की प्रक्रिया बहुत लंबी रही है. UTI म्यूचुअल फ़ंड देश का सबसे पुराना और पहला फ़ंड हाउस है, इसलिए मैंने अपने आस-पास के लोगों से जो जानकारी, ज्ञान, गहराई और तजुर्बा हासिल किया, वो बेहतरीन था. यह मेरे करियर में एक ख़ास पड़ाव था, क्योंकि म्यूचुअल फ़ंड इंडस्ट्री के कई दिग्गज UTI से निकले हैं.
इसलिए, निर्णायक पलों के मामलें में, मैं एक क़िस्सा साझा कर सकता हूं जो 2005 के आसपास मेरे करियर में एक ख़ास मोड़ था जब मैं ऑफ़शोर फ़ंड की टीम का हिस्सा था; मैं पेट्रोल या डीज़ल कार ख़रीदने के बारे में एक ब्रेक-ईवन अनालेसिस कर रहा था. उस वक़्त, पेट्रोल और डीजल कारों के बीच क़ीमत में काफ़ी अंतर था, और मैं पेट्रोल और डीज़ल कारों के लिए ब्रेक-ईवन पॉइंट और दूसरे पैमानों को कैलकुलेट करने की कोशिश कर रहा था.
उस दौरान, इक्विटी के तत्कालीन प्रमुख मेरे कंप्यूटर के पास से गुज़रे और उन्होंने ऑटो और कारों में मेरी दिलचस्पी देखी. ऐसा हुआ कि उनकी टीम (घरेलू फ़ंड प्रबंधन पक्ष) में ऑटो सेक्टर अनालेसिस के लिए एक पद खाली था, और उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या मैं शामिल होना चाहूंगा. मैंने हां कहा, और मैंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. मुझे ऑटो सेक्टर एनेलिस्ट के तौर अपनी भूमिका से दूसरे सेक्टर्स, जैसे कि बुनियादी ढांचा, शिपिंग और लॉजिस्टिक्स में बदलाव करने का सौभाग्य मिला है. बाद में, मैं UTI ट्रांसपोर्टेशन एंड लॉजिस्टिक्स फ़ंड का फ़ंड मैनेजर बन गया और अब बंधन म्यूचुअल फ़ंड में हूं.
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आप अपनी इन्वेस्टमेंट फ़िलॉसफ़ी की चर्चा कैसे करेंगे? क्या ऐसे ख़ास तरह के स्टॉक या बाज़ार की स्थितियां हैं जो आपको ख़ास तौर से आकर्षक लगती हैं?
मौजूदा बाज़ार की स्थितियों से निपटना बेहद मुश्किल है. हालांकि, बाज़ार में मेरे तजुर्बे और निवेश के प्रति मेरे नज़रिए के आधार पर, मैंने ख़ास तौर व्यावसायिक चक्रों और मूल्यांकनों पर ध्यान लगाने की पहल विकसित की है. मैं कॉन्ट्रेरियन होना पसंद करता हूं, जिसका मूल रूप से मतलब है ऐसे बिज़नस को ख़रीदना जो आम तौर पर किसी मुश्किल दौर या मंदी के दौर से गुज़र रहे हों. मैं इनमें से कुछ दांव लगाने को तैयार हूं क्योंकि आम तौर पर यही वो वक़्त होता है जब मूल्यांकन आकर्षक हो जाते हैं. मुझे सही क़ीमत (BARP) पर ख़रीदना पसंद है. इसलिए, मैं स्टीरियो-टाइप बनाने की कोशिश नहीं करता और ख़ुद को सिर्फ़ अच्छी क्वालिटी वाले बिज़नस या बहुत ख़राब तरीक़े से मैनेज बिज़नस को ख़रीदने के लिए मजबूर नहीं करता.
मेरा पक्का यक़ीन है कि हर बिज़नस का एक अनूठा मूल्य होता है, और इसका मूल्य और मूल्यांकन निर्धारित करना जरूरी है, क्योंकि इसमें हमेशा एक लागत शामिल होती है. अगर आप उस बिज़नस को उस क़ीमत पर ख़रीदते हैं जो इसके लायक़ है, तो उम्मीद है कि आप वक़्त के साथ सही अल्फ़ा पैदा करेंगे.
अवसरों के बारे में, मैं कई कंपनियों को देखता हूं और किसी ख़ास सेक्टर, स्टॉक या इंडस्ट्री के बारे में बंद दिमाग नहीं रखता. मुझे लगता है कि जो मायने रखता है वो ये है - क्या आप सही क़ीमत पर कई निवेश मौक़ों में शामिल हो सकते हैं? मेरा मानना है कि यहीं पर अल्फ़ा बनाने की क्षमता अपने चरम पर होती है, और यही मैंने सीखा है.
बंधन ELSS टैक्स सेवर फ़ंड ने पिछले कुछ सालों में लगातार अच्छा परफ़ार्म किया है, लेकिन 2024 में कुछ चुनौतियां आई हैं. फ़ंड के हालिया परफ़ॉर्मेंस को प्रभावित करने वाले मुख्य फैक्टर क्या हैं?
हम लॉन्ग टर्म के परफ़ॉर्मेंस में पक्का यक़ीन रखते हैं और इस मामले में, मेरा मानना है कि पिछले तीन सालों में फ़ंड ने अपने बेंचमार्क से बेहतर परफ़ॉर्म किया है. मुझे लगता है कि बाज़ार का बड़ा ढांचा हमारे जैसे लोगों के लिए उम्मीद से ज़्यादा चुनौतीपूर्ण रहा है, ख़ासकर पिछले छह महीनों में. पिछले साल हमने जो देखा है वह काफ़ी मज़बूत बुल मार्केट है, जहां आमतौर पर मिड और स्मॉल कैप (PSU सहित) ने अपने बड़े साथियों के मुक़ाबले में असंगत रिटर्न दिया है.
बंधन ELSS के मामले में, हम वर्तमान में अपने फ़ंड का क़रीब 30 फ़ीसदी मिड- और स्मॉल-कैप पोर्टफ़ोलियो में एलोकेट करते हैं, जो बेंचमार्क के क़रीब 28 फ़ीसदी वेटेज के मुताबिक़ है. इसलिए, हम बेंचमार्क के साथ निकटता से जुड़े हुए हैं. हमे यक़ीन ये है कि जब बाज़ार आपको एक साल की अवधि में 30 से 40 फ़ीसदी जैसे आकर्षक रिटर्न दे रहा है, तो मुझे लगता है कि बहुत ज़्यादा जोख़िम लेने की मुक़़ाबले में बाज़ार के मुताबिक़ चलना बेहतर तरीक़ा है. दिन के आख़िर में, हम हमेशा उस लक्षित रिटर्न के बारे में बात करते हैं जो हमारे निवेशकों को 3-4 साल की अवधि में ELSS फ़ंड में निवेश करने पर मिला. आपके आस-पास के सभी लोगों से आपको आमतौर पर 12-15 फ़ीसदी का जवाब मिलता है, जो एक बेहतरीन कम्पाउंड रिटर्न है.
इसलिए, जब आप एक साल में 35 फ़ीसदी का रिटर्न हासिल करते हैं, तो ये सोचना ज़रूरी है कि हम सिर्फ़ ऊंचा रिटर्न हासिल करने पर ध्यान लगाने के बजाय इस 35 फ़ीसदी को कैसे सुरक्षित रख सकते हैं. ये वो आधार है जिस पर हम वर्तमान में अपना पोर्टफ़ोलियो बना रहे हैं, क्योंकि हमारा लक्ष्य धीरे-धीरे अतिरिक्त जोख़िम लेने से बचना है. मेरा मानना है कि हम सिर्फ़ तीन या छह महीने की समय-सीमा पर ध्यान लगाने के बजाय लंबी अवधि के नज़रिए पर ग़ौर कर रहे हैं. यह हमारे निवेशकों के नज़रिए के मुताबिक़ है, ये देखते हुए कि ELSS में तीन साल की लॉक-इन पीरियड होती है.
आप अपने पोर्टफ़ोलियो में नए ज़माने के बिज़नस को जोड़ने के बारे में सतर्क रहे हैं. क्या आप ऐसी कंपनियों के बारे में अपने कारण और अपना सामान्य नज़रिया साझा कर सकते हैं?
मेरे ख़्याल से, नए ज़माने के बिज़नसों के बारे में कहानी बेहद मज़बूत रही है. चूंकि वे 2021 के आसपास लिस्टिड हुए थे, इसलिए मेरे लिए वैल्यूएशन काफ़ी भारी था, जो कि इन कंपनियों से दूर रहने की पहली वजह थी. अगर हम आज नए ज़माने की टोकरी को देखें, तो मुझे लगता है कि सिर्फ़ एक कंपनी ही बेड़ियों से बाहर निकली है. मेरी राय में, ज़्यादातर कंपनियां 2021 के उच्चतम स्तर से नीचे हैं, कुछ तो अपने IPO (आरंभिक सार्वजनिक पेशकश) क़ीमच से भी नीचे क़ारोबार कर रही हैं. इसलिए, विषयगत निवेश में शामिल होने पर ज़्यादा सावधानी बरतना ज़रूरी है.
अगर उम्मीदें बहुत ज़्यादा हैं और वैल्युएशन बहुत ज़्यादा है, तो मुझे लगता है कि इस बार निवेश से दूर रहना बेहतर होगा. 10 स्टॉक के पैक से बेहतर परफ़ॉर्म करने वाले किसी एक स्टॉक की पहचान करने के बजाय, मैंने क़ामयाबी की उम्मीद को बेहद कम माना. बाज़ार निवेश के मौकों का सागर है. अगर आप मेहनती हैं, तो मुझे यक़ीन है कि आपको उतने ही मौक़े मिलेंगे जो आपको वक़्त के साथ उतना ही या उससे बेहतर रिटर्न देंगे.
पब्लिक सेक्टर के उपक्रमों (PSU) में आपकी तरफ से ज़्यादा कुछ नहीं हुआ है. आपको यहां किनारे क्यों रखा गया है?
मैं कहूंगा कि हम PSU सेक्टर से दूर नहीं रहे हैं, हमने इसमें हिस्सा लिया है. हक़ीक़त में, हम PSU बैंकों में निवेश करने वाले पहले चंद भाग लेने वालों में से एक थे. हमने उन सेक्टर्स में निवेश किया है जो वैल्युएशन और इनकम में आसानी देते हैं और पिछले परफ़ॉर्मेंस के आधार पर बेहतर तरीक़े से मैनेज किए जाते हैं. इसलिए, हमने कुछ तेल कंपनियों और ऊर्जा कंपनियों पर ध्यान दिया है. मेरा मानना है कि हम वहां कुछ पोजीशन बनाए रखेंगे.
हमने ऐसे सेक्टर्स से परहेज़ किया है जहां आकर्षक कहानियों के कारण वैल्युएशन बढ़ा है, लेकिन इनकम अभी तक नहीं बढ़ी है और ख़ास रीबैलेंसिंग का अनुभव किया है. जैसा कि मैंने बताया है, हम कभी भी किसी ख़ास सेक्टर या स्टॉक के समूह के प्रति अपना दिमाग बंद नहीं करते हैं. हम कथन का एक समग्र नज़रिया बनाने की कोशिश करते हैं, जहां संभावित रूप से इनकम हो सकती है, और आप उनके लिए जो क़ीमत चुका रहे हैं. उसके मुताबिक़, हम अपने पोर्टफ़ोलियो को सबसे अच्छे संभव तरीक़े से संतुलित करने की कोशिश करते हैं.
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