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फूड और एनिमल न्यूट्रिशन इन्ग्रीडिएंट्स की प्लांट-बेस्ड स्पेशिऐलिटी मैन्युफ़ैक्चरर कंपनी -- सैनस्टार लिमिटेड -- का IPO (इनिशियल पब्लिक ऑफ़रिंग) 19 जुलाई 2024 को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा और 23 जुलाई 2024 को बंद होगा.
निवेश का फ़ैसला लेने में निवेशकों की मदद के लिए, यहां हम कंपनी की ताक़त, कमज़ोरियों और ग्रोथ की संभावनाओं के बारे में बता रहे हैं.
संक्षेप में
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क्वालिटी:
FY22 और 24 के बीच, कंपनी का 3 साल का औसत
रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE)
और
रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (ROCE)
क्रमशः 30.5 और 24.2 फ़ीसदी रहा है.
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ग्रोथ:
FY22-24 के बीच, इसका रेवेन्यू और नेट प्रॉफ़िट क्रमशः 45.5 और 104.6 फ़ीसदी की सालाना दर से बढ़ा.
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वैल्यूएशन:
स्टॉक क्रमशः 25.8 और 2.8 गुना के
P/E
(प्राइस -टू-अर्निंग रेशियो) और P/B (प्राइस-टू-बुक रेशियो) पर क़ारोबार करेगा.
- मार्केट में कंपनी की स्थिति: फ़ार्मास्यूटिकल्स, एनिमल न्यूट्रिशन और फूड (विशेष रूप से 'रेडी टू ईट' प्रोडक्ट) जैसी इंडस्ट्री में होने वाली ग्रोथ से सैनस्टार को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी. हालांकि, इंडस्ट्री में कम एंट्री बैरियर होने और कंपनी की मक्का पर भारी निर्भरता से इसकी प्रॉफ़िटेबिलिटी को चुनौती मिल सकती है.
सैनस्टार के बारे में
सालाना 3,63,000 टन (TPA) की क्षमता के साथ, सैनस्टार कंपनी मक्का आधारित स्पेशिऐलिटी प्रोडक्ट और इंग्रेडिएंट्स के मामले में भारत की पांचवी सबसे बड़ी मैन्युफैक्चरर है. कंपनी मक्का को ऐसे प्रोडक्ट में बदलती है जिनका इस्तेमाल फूड इंडस्ट्री में थिकनिंग एजेंट, स्टेबलाइज़र, स्वीटनर और एडिटिव्स के रूप में किया जाता है. कंपनी के प्रोडक्ट का इस्तेमाल एनिमल न्यूट्रिशन इंग्रेडिएंट्स के रूप में भी किया जाता है. फूड इंडस्ट्री इसका सबसे बड़ा सेगमेंट है, जो रेवेन्यू में 58 फ़ीसदी योगदान देता है. सैनस्टार की वैश्विक मौज़ूदगी भी अच्छी-ख़ासी है. FY24 में इसके कुल रेवेन्यू का 36 फ़ीसदी हिस्सा एक्सपोर्ट से आया है.
सैनस्टार की ताक़त
- मज़बूत ब्रांड रिकॉल: कंपनी की भारत के मार्केट में मज़बूत स्थिति है, ख़ासकर मक्के से बने प्रोडक्ट में. कंपनी कई तरह के प्रोडक्ट बनाती है, और इसी वजह से बड़े पैमाने पर प्रोडक्शन करती है. अपने ग्राहकों के साथ भी इसका एक मज़बूत तालमेल है. FY24 में कंपनी के लगभग 89 फ़ीसदी ऑर्डर पहले के ग्राहकों से आए. इसका कस्टमर बेस डाइवर्सिफ़ाइड है, जिसमें टॉप 10 ग्राहकों ने FY24 के रेवेन्यू में 41 फ़ीसदी योगदान दिया.
सैनस्टार की कमज़ोरियां
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मार्जिन संबंधित जोख़िम:
कंपनी सिंगल-डिज़िट EBIT मार्जिन पर काम कर रही है और इसकी प्रॉफ़िटेबिलिटी मक्का की क़ीमतों पर निर्भर करती है. दूसरे कमोडिटी बिज़नस की तरह, मक्का (कंपनी का प्रमुख कच्चा माल) की क़ीमतों में कोई भी बढ़ोतरी इसके फ़ाइनेंशियल को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है.
- ज़्यादा प्रतिस्पर्धा: कम कैपिटल की ज़रूरत और बड़ी मात्रा में उपलब्ध कच्चे माल (मक्का) के कारण, इस इंडस्ट्री में एंट्री बैरियर कम हैं. नतीजतन, इंडस्ट्री में प्रतिस्पर्धा काफ़ी ज़्यादा है और ये तेज़ी से बढ़ भी रही है.
IPO की डिटेल
IPO का कुल साइज़ (करोड़ ₹) | 510 |
ऑफर फॉर सेल (करोड़ ₹) | 113 |
नए इशू (करोड़ ₹) | 397 |
प्राइस बैंड (₹) | 90-95 |
सब्सक्रिप्शन की तारीख़ | 19, 22, 23 जुलाई, 2024 |
उद्देश्य | क़र्ज़ चुकाना और capex के लिए फ़ंड जुटाना |
IPO के बाद
मार्केट कैप (करोड़ ₹) | 1,731 |
नेट वर्थ (करोड़ ₹) | 613 |
प्रमोटर होल्डिंग (%) | 70.4 |
प्राइस/अर्निंग रेशियो (P/E) | 25.8 |
प्राइस/बुक रेशियो (P/B) | 2.8 |
फ़ाइनेंशियल हिस्ट्री
फ़ाइनेंशियल्स (करोड़ ₹) | 2Y ग्रोथ (% सालाना) | FY24 | FY23 | FY22 |
---|---|---|---|---|
रेवेन्यू | 45.5 | 1,067 | 1,205 | 504 |
EBIT | 66.6 | 86 | 61 | 31 |
PAT | 104.6 | 67 | 42 | 16 |
नेट वर्थ | 216 | 149 | 49 | |
कुल डेट | 128 | 112 | 85 | |
EBIT-- अर्निंग बिफ़ोर इंटरेस्ट एंड टैक्स
PAT -- प्रॉफ़िट आफ्टर टैक्स |
प्रमुख रेशियो
रेशियो | 3 साल का औसत (%) | FY24 | FY23 | FY22 |
---|---|---|---|---|
ROE (%) | 30.5 | 30.9 | 28 | 32.5 |
ROCE (%) | 24.2 | 25.4 | 23.8 | 23.2 |
EBIT मार्जिन (%) | 6.5 | 8.1 | 5.1 | 6.2 |
डेट-टू-इक्विटी | 1 | 0.6 | 0.8 | 1.7 |
ROE -- रिटर्न ऑन इक्विटी ROCE -- रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड |
सैनस्टार: रिस्क रिपोर्ट
कंपनी और बिज़नस
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क्या पिछले 12 महीनों में Sanstar की टैक्स के पहले की कमाई (profit before tax) ₹50 करोड़ से ज़्यादा है?
हां. FY2024 में कंपनी का प्रॉफ़िट बिफ़ोर टैक्स (profit before tax) ₹89.7 करोड़ रहा है.
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क्या सैनस्टार अपना बिज़नस बढ़ा पाएगी?
हां. मक्का आधारित स्पेशिऐलिटी प्रोडक्ट का इस्तेमाल तेज़ी से बढ़ रहा है क्योंकि 'रेडू टू ईट' फूड प्रोडक्ट (जिनमें बड़ी मात्रा में मक्का के स्टार्च का इस्तेमाल किया जाता है) की डिमांड बढ़ रही है. एनिमल न्यूट्रिशन और फ़ार्मास्यूटिकल्स जैसी दूसरी इंडस्ट्री में भी काफ़ी ग्रोथ देखी जा रही है. ये अनुकूल परिस्थितियां कंपनी को अपना बिज़नस बढ़ाने में मदद करेंगी.
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क्या सैनस्टार का
कस्टमर बेस काफ़ी वफ़ादार या लॉयल है और क्या ये कंपनी किसी जाने-माने ब्रांड से जुड़ी है?
हां. हां. कंपनी अपने ग्राहकों से काफ़ी लंबे समय से जुडी हुई है. FY24 में कंपनी के लगभग 89 फ़ीसदी ऑर्डर पहले के ग्राहकों से आए.
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क्या कंपनी के पास कॉम्पिटेटिव एडवांटेज़ है?
नहीं. कम कैपिटल की ज़रूरत और बड़ी मात्रा में उपलब्ध कच्चे माल (मक्का) के कारण, इस इंडस्ट्री में एंट्री बैरियर कम हैं. नतीजतन, इंडस्ट्री में प्रतिस्पर्धा काफ़ी ज़्यादा है.
सैनस्टार: मैनेजमेंट
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क्या कंपनी के संस्थापकों में से किसी के पास अभी भी कंपनी में कम से कम 5 फ़ीसदी हिस्सेदारी है? या क्या प्रमोटरों के पास कंपनी में 25 फ़ीसदी से ज़्यादा हिस्सेदारी है?
हां, IPO के बाद प्रमोटरों की हिस्सेदारी 70.8 फ़ीसदी हो जाएगी.
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क्या टॉप तीन मैनजरों के पास कंपनी में काम करते हुए कुल मिलाकर 15 साल से ज़्यादा का लीडरशिप अनुभव है?
हां. कंपनी के चेयरमैन और MD गौतमचंद सोहनलाल चौधरी और जॉइंट MD संभव गौतम चौधरी, 2012 में कंपनी के गठन के बाद से ही सैनस्टार के साथ जुड़े हुए हैं.
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क्या मैनेजमेंट पर भरोसा किया जा सकता है? क्या कंपनी SEBI दिशानिर्देशों के तहत साफ़-सुथरी रिपोर्ट जारी करती है?
हां. कोई नेगेटिव जानकारी उपलब्ध नहीं है.
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क्या कंपनी की एकाउंटिंग पॉलिसी ठीक है?
हां. कोई नेगेटिव जानकारी उपलब्ध नहीं है.
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क्या कंपनी प्रमोटरों के शेयर गिरवी होने मुक्त है?
हां. कोई शेयर गिरवी नहीं रखे हैं.
सैनस्टार: फ़ाइनेंशियल
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क्या कंपनी का वर्तमान और तीन साल का औसत रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) 15 फ़ीसदी से ज़्यादा और औसत रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (ROCE) 18 फ़ीसदी से ज़्यादा है?
हां. इसका तीन साल का औसत ROE और ROCE क्रमशः 30.5 और 24.2 फ़ीसदी है. FY2024 में, इसका ROE और ROCE क्रमशः 30.9 और 25.4 फ़ीसदी रहा है.
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क्या पिछले तीन साल के दौरान कंपनी का ऑपरेटिंग कैश फ़्लो पॉज़िटिव रहा है?
नहीं. कंपनी ने FY23 में नेगेटिव कैश फ़्लो फ्रॉम ऑपरेशन्स (CFO) दर्ज़ किया.
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क्या कंपनी का नेट डेट-टू-इक्विटी रेशियो 1 से कम है?
हां. FY2024 में इसका नेट डेट-टू-इक्विटी रेशियो 0.5 गुना रहा.
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क्या कंपनी रोज़मर्रा के कामों के लिए बड़ी वर्किंग कैपिटल पर निर्भरता से मुक्त है?
हां. FY2024 तक, इसका एवरेज कैश कन्वर्जन साइकिल 51 दिनों का था.
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क्या कंपनी अगले तीन साल में बाहरी फ़ंडिंग पर निर्भर हुए बिना अपना बिज़नस चला सकती है?
हां. कंपनी की बैलेंस शीट में कुछ ही डेट है; और IPO से मिली राशि निकट भविष्य में कंपनी की capex ज़रूरतों को पूरा करने के लिए काफ़ी होगी.
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क्या कंपनी बड़ी कंटिंजेंट लाएबिलिटी से मुक्त है?
हां. इक्विटी के प्रतिशत के रूप में इसकी कंटिंजेंट लाएबिलिटी (FY2024 तक) 1.8 फ़ीसदी थी.
सैनस्टार: वैल्यूएशन
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क्या स्टॉक अपनी एंटरप्राइज़ वैल्यू पर 8 फ़ीसदी से ज़्यादा की ऑपरेटिंग अर्निंग यील्ड देता है?
नहीं. स्टॉक 4.6 फ़ीसदी की ऑपरेटिंग अर्निंग यील्ड देता है.
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क्या स्टॉक का प्राइस-टू-अर्निंग रेशियो अपनी जैसी दूसरी कंपनियों के औसत से कम है?
नहीं. स्टॉक का P/E रेशियो 25.8 गुना है, जबकि इसके जैसी दूसरी कंपनियों का एवरेज स्तर 16.6 गुना है.
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क्या स्टॉक की प्राइस-टू-बुक वैल्यू अपनी जैसी दूसरी कंपनियों के औसत स्तर से कम है?
नहीं. स्टॉक का P/B रेशियो 2.8 गुना है, जबकि इसके साथियों का औसत स्तर 1.9 गुना है.
डिस्क्लेमर: ये निवेश का सुझाव नहीं है. निवेश करने से पहले ज़रूरी जांच-पड़ताल ज़रूर करें.
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