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पाइपिंग सिस्टम कंपनी DEE डेवलपमेंट इंजीनियर्स (DEE Development Engineers) का IPO (इनिशियल पब्लिक ऑफ़रिंग) 19 जून, 2024 को लॉन्च हो गया है. निवेश का फ़ैसला लेने में निवेशकों की मदद के लिए, यहां हम कंपनी की ताक़त, कमज़ोरियों और ग्रोथ की संभावनाओं के बारे में बता रहे हैं.
संक्षेप में
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क्वालिटी:
FY21 और FY23 के बीच, कंपनी का
रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE)
और
रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (ROCE)
, क्रमशः 2.8 और 3.5 फ़ीसदी रहा है.
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ग्रोथ:
FY2021-023 के दौरान, इसके रेवेन्यू में 9.7 फ़ीसदी की सालाना बढ़ोतरी हुई. हालांकि, पिछले डिफर्ड टैक्स की वजह से FY21 में ज़्यादा बेस के कारण PAT (प्रॉफ़िट आफ्टर टैक्स) में सालाना 4.4 फ़ीसदी की गिरावट आई.
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वैल्यूएशन:
स्टॉक वैल्यूएशन 108.1 के
P/E
(प्राइस -टू-अर्निंग रेशियो) और 1.9 गुना के P/B (प्राइस-टू-बुक रेशियो) पर किया गया है.
- मार्केट में कंपनी की स्थिति: एनर्जी की बढ़ती डिमांड और सरकार द्वारा ऑयल, गैस और पॉवर सेक्टरों पर ज़ोर देना कंपनी की ग्रोथ में मददगार साबित हो सकता है. हालांकि, कमज़ोर वैश्विक अर्थव्यवस्था, कच्चे माल की क़ीमतों में उतार-चढ़ाव और इंडस्ट्री में तगड़े कॉम्पिटीशन से कंपनी की ग्रोथ की संभावनाओं को नुक़सान पहुंच सकता है.
DEE डेवलपमेंट इंजीनियर्स क्या करती है?
साल 1988 में वज़ूद में आई DEE डेवलपमेंट इंजीनियर्स कंपनी ऑयल, गैस और केमिकल जैसी इंडस्ट्री को विशेष प्रक्रिया के ज़रिए कस्टमाइज़्ड पाइपिंग सॉल्यूशन प्रदान करती है. 9M FY24 तक, इसकी ऑर्डर बुक की वैल्यू ₹829 करोड़ थी, जिसमें से 74 फ़ीसदी ऑर्डर इसके सबसे बड़े सेगमेंट-ऑयल और गैस इंडस्ट्री से आए थे. इसके अलावा, कंपनी की विदेश में मज़बूत उपस्थिति है. 9M FY24 में, कंपनी के एक्सपोर्ट ने कुल रेवेन्यू में 41 फ़ीसदी योगदान दिया.
DEE डेवलपमेंट इंजीनियर्स की ताक़त
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ये कंपनी भारतीय और वैश्विक मार्केट में अपने प्रमुख ग्राहकों से लंबे वक़्त से जुड़ी हुई है. उदाहरण के लिए, ये 12 साल से रिलायंस और मित्सुबिशी हेवी इंडस्ट्रीज़ के साथ जुड़ी हुई है.
- चूंकि कंपनी विशेष प्रक्रिया वाले पाइपिंग सॉल्यूशन प्रदान करती है, इसलिए ग्राहक आसानी से दूसरे सप्लायर के पास नहीं जाते हैं, जिससे इंडस्ट्री में नए खिलाड़ियों को एंट्री लेने में दिक़्क़तें आती हैं.
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DEE डेवलपमेंट इंजीनियर्स की कमज़ोरियां
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कंपनी का रेवेन्यू बहुत ज़्यादा कॉन्संट्रेटेड है. इसके टॉप 10 ग्राहकों का FY24 के शुरुआती 9 महीनों में इसके कुल रेवेन्यू में 66 फ़ीसदी का योगदान रहा.
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DEE डेवलपमेंट इंजीनियर्स की वर्किंग कैपिटल की ज़रूरतें बहुत ज़्यादा हैं, जिसमें रिसीवेबल डेज़ और इन्वेंटरी डेज़ क्रमशः 99 और 181 हैं. पिछले तीन साल में, कंपनी को अपना बिज़नस बढ़ाने के लिए शॉर्ट-टर्म डेट पर निर्भर रहना पड़ा है. नतीजतन, इसका शॉर्ट-टर्म डेट FY21 में ₹206 करोड़ से बढ़कर FY24 के 9 महीनों में ₹325 करोड़ हो गया.
- इसका बिज़नस साइक्लिक है, जो ऑयल और गैस सेक्टर और सरकार की इंफ़्रास्ट्रक्चर योजनाओं पर बहुत ज़्यादा निर्भर है. इसके अलावा, इसका मार्जिन स्टील (कंपनी का प्रमुख रॉ मैटेरियल) की क़ीमतों पर काफ़ी हद तक निर्भर करता है.
IPO की डिटेल
IPO का कुल साइज़ (करोड़ ₹) | 418 |
ऑफर फॉर सेल (करोड़ ₹) | 93 |
नए इशू (करोड़ ₹) | 325 |
प्राइस बैंड (₹) | 193-203 |
सब्सक्रिप्शन की तारीख़ | 19 से 21 जून, 2024 |
उद्देश्य | वर्किंग कैपिटल ज़रूरतों और लोन चुकाने के लिए |
IPO के बाद
मार्केट कैप (करोड़ ₹) | 1402 |
नेट वर्थ (करोड़ ₹) | 753 |
प्रमोटर होल्डिंग (%) | 70.2 |
प्राइस/अर्निंग रेशियो (P/E) | 108.1 |
प्राइस/बुक रेशियो (P/B) | 1.9 |
फ़ाइनेंशियल्स हिस्ट्री
फ़ाइनेंशियल्स | 2 साल की ग्रोथ (% सालाना) | दिसंबर 2023 को ख़त्म हुए 9 महीने | FY23 | FY22 | FY21 |
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रेवेन्यू (करोड़ ₹) | 9.7 | 546 | 595 | 461 | 495 |
EBIT (करोड़ ₹) | 31.6 | 35 | 31 | 29 | 18 |
PAT (करोड़ ₹) | -4.4 | 14 | 13 | 8 | 14 |
नेट वर्थ (करोड़ ₹) | 428 | 414 | 401 | 449 | |
कुल डेट (करोड़ ₹) | 430 | 364 | 290 | 262 | |
EBIT-- अर्निंग बिफ़ोर इंटरेस्ट एंड टैक्स PAT -- प्रॉफ़िट आफ्टर टैक्स |
प्रमुख रेशियो
रेशियो | 3 साल का औसत (%) | दिसंबर 2023 को ख़त्म हुए 9 महीने | FY23 | FY22 | FY21 |
---|---|---|---|---|---|
ROE (%) | 2.8 | 3.4 | 3.1 | 2 | 3.2 |
ROCE (%) | 3.5 | 3.9 | 3.9 | 4 | 2.5 |
EBIT मार्जिन (%) | 5.1 | 6.4 | 5.3 | 6.2 | 3.7 |
डेट-टू-इक्विटी | 0.71 | 1 | 0.9 | 0.7 | 0.58 |
ROE -- रिटर्न ऑन इक्विटी ROCE -- रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड |
रिस्क रिपोर्ट
कंपनी और बिज़नस
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क्या पिछले 12 महीनों में DEE डेवलपमेंट इंजीनियर्स की अर्निंग बिफ़ोर टैक्स ₹50 करोड़ से ज़्यादा है?
नहीं. कंपनी ने FY2023 में ₹20.4 करोड़ का प्रॉफ़िट बिफ़ोर टैक्स (profit before tax यानी PAT) दर्ज किया.
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क्या DEE डेवलपमेंट इंजीनियर्स अपना बिज़नस बढ़ा पाएगी?
हां. भारत में एनर्जी की बढ़ती डिमांड और पॉवर और एनर्जी कैपेसिटी बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा इंफ़्रास्ट्रक्चर पर ज़ोर देना कंपनी के लिए फ़ायदेमंद साबित हो सकता है.
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क्या DEE डेवलपमेंट इंजीनियर्स के पास लॉयल कस्टमर बेस है और क्या ये कंपनी किसी जाने-माने ब्रांड से जुड़ी है?
हां. कंपनी के पास लॉयल कस्टमर बेस है क्योंकि इसके प्रमुख ग्राहक लंबे वक़्त से इसके साथ जुड़े हुए हैं. इस इंडस्ट्री में स्विचिंग कॉस्ट भी ज़्यादा है.
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क्या कंपनी के पास कॉम्पिटेटिव एडवांटेज़ है?
नहीं. इसे बाक़ी खिलाड़ियों से कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ता है, और मार्जिन भी बहुत कम है. हालांकि, कैपेसिटी के मामले में ये कंपनी भारत की प्रोसेस पाइपिंग सॉल्यूशन इंडस्ट्री की सबसे बड़ी खिलाड़ी है.
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मैनेजमेंट
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क्या कंपनी के संस्थापकों में से किसी के पास अभी भी कंपनी में कम से कम 5 फ़ीसदी हिस्सेदारी है? या क्या प्रमोटरों के पास कंपनी में 25 फ़ीसदी से ज़्यादा हिस्सेदारी है?
हां, IPO के बाद प्रमोटरों की हिस्सेदारी बढ़कर 70.2 फ़ीसदी हो जाएगी.
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क्या टॉप तीन मैनजरों के पास कंपनी में काम करते हुए कुल मिलाकर 15 साल से ज़्यादा का लीडरशिप अनुभव है?
हां. कृष्ण ललित बंसल (चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर) साल 1988 से कंपनी से जुड़े हुए हैं.
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क्या मैनेजमेंट पर भरोसा किया जा सकता है? क्या कंपनी SEBI दिशानिर्देशों के तहत साफ़-सुथरी रिपोर्ट जारी करती है?
हां. कोई नेगेटिव जानकारी उपलब्ध नहीं है.
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क्या कंपनी की एकाउंटिंग पॉलिसी ठीक है?
हां. कोई नेगेटिव जानकारी उपलब्ध नहीं है.
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क्या कंपनी प्रमोटरों के शेयर गिरवी होने मुक्त है?
हां. कोई शेयर गिरवी नहीं रखे हैं.
फ़ाइनेंशियल
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क्या कंपनी का वर्तमान और तीन साल का औसत रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) 15 फ़ीसदी से ज़्यादा और औसत रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (ROCE) 18 फ़ीसदी से ज़्यादा है?
नहीं. इसका तीन साल का औसत ROE और ROCE क्रमशः 2.8 और 3.5 फ़ीसदी है. FY2023 में, इसका ROE और ROCE क्रमशः 3.1 और 3.9 फ़ीसदी था.
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क्या पिछले तीन साल के दौरान कंपनी का ऑपरेटिंग कैश फ़्लो पॉज़िटिव रहा है?
हां. इसने पिछले तीन साल में हर साल ऑपरेशन से पॉज़िटिव कैश फ़्लो दर्ज़ किया.
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क्या कंपनी का नेट डेट-टू-इक्विटी रेशियो 1 से कम है?
हां. दिसंबर 2023 तक कंपनी का नेट डेट-टू-इक्विटी रेशियो 0.9 गुना था.
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क्या कंपनी रोज़मर्रा के कामों के लिए बड़ी वर्किंग कैपिटल पर निर्भरता से मुक्त है?
नहीं. DEE डेवलपमेंट इंजीनियर्स के रिसीवेबल डेज़ और इन्वेंटरी डेज़ क्रमशः 99 और 181 हैं (FY2023 तक).
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क्या कंपनी अगले तीन साल में बाहरी फ़ंडिंग पर निर्भर हुए बिना अपना बिज़नस चला सकती है?
नहीं. हालांकि कंपनी ऑपरेशन से मज़बूत कैश फ़्लो बना रही है, लेकिन इसकी ज़्यादा वर्किंग कैपिटल की ज़रूरतें और कैपिटल-इंटेंसिव प्रकृति इसे ग्रोथ के लिए बाहरी फ़ंड जुटाने के लिए मज़बूर कर सकती है. इसके अलावा, कंपनी अपनी ग्रोथ बढ़ाने के लिए पिछले तीन साल में लोन पर निर्भर रही है.
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क्या कंपनी बड़ी कंटिंजेंट लाएबिलिटी से मुक्त है?
नहीं. दिसंबर 2023 तक, इक्विटी के प्रतिशत के रूप में इसकी कंटिंजेंट लाएबिलिटी लगभग 22.1 फ़ीसदी थी.
वैल्यूएशन
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क्या स्टॉक अपनी एंटरप्राइज़ वैल्यू पर 8 फ़ीसदी से ज़्यादा की ऑपरेटिंग अर्निंग यील्ड देता है?
नहीं. ये स्टॉक 1.8 फ़ीसदी की अर्निंग यील्ड देता है.
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क्या स्टॉक का प्राइस-टू-अर्निंग रेशियो अपनी जैसी दूसरी कंपनियों के औसत से कम है?
नहीं. इसका प्राइस-टू-अर्निंग रेशियो 108.1 गुना है, जबकि इसकी जैसी एक मात्र दूसरी लिस्टेड कंपनी का P/E 37.2 गुना है.
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क्या स्टॉक की प्राइस-टू-बुक वैल्यू अपनी जैसी दूसरी कंपनियों के औसत स्तर से कम है?
हां. इसका प्राइस-टू-बुक रेशियो 1.8 गुना है, जबकि इसकी जैसी दूसरी एकमात्र लिस्टेड कंपनी का P/B 3.6 गुना है.
डिस्क्लेमर: ये निवेश का सुझाव नहीं है. निवेश करने से पहले ज़रूरी जांच-पड़ताल ज़रूर करें.
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