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दलाल स्ट्रीट की एक चहेती और उसका 'मल्टीवर्स'

एक ऐसी दिलचस्प स्मॉल-कैप कंपनी जो एक-दो नहीं कई नावों पर सवार है

दलाल स्ट्रीट की एक चहेती और उसका 'मल्टीवर्स'AI-generated image

एक हालिया लेख में, हमने जाने-माने मार्केट गुरु रामदेव अग्रवाल के QGLP इन्वेस्टमेंट फ़्रेमवर्क की गहरी पड़ताल की. ये इन्वेस्टमेंट स्टाइल कंपनियों को उनकी क्वालिटी, ग्रोथ, लोंजिविटी और प्राइज़ (QGLP) पर तौलता है. इस चेकलिस्ट में शामिल कंपनियों में से एक– इनोवाना थिंकलैब्स –पर हमारी नज़र पड़ी. और ऐसा हो भी क्यों न. इस स्मॉल-कैप कंपनी ने मज़बूत ऑपरेटिंग मेट्रिक्स दर्ज किए हैं और FY17 से लगातार 25 फ़ीसदी से ज़्यादा का सालाना ROCE दिया है. ये स्टॉक मार्केट की पसंदीदा रही है, जिसने पिछले चार साल में (18 मई 2024 तक) निवेशकों की पूंजी को 11 गुना बढ़ा दिया है.

ज़ाहिर है, हमने ये जांचने का फ़ैसला किया कि इनोवाना क्या करती है. लेकिन जांच ने हमें हैरान कर दिया. इसने हमें ऑस्कर विजेता हॉलीवुड साइंस-फ़िक्शन फिल्म 'Everything Everywhere All at Once' की याद दिला दी; फ़िल्म का ये नाम कंपनी पर पूरी तरह फ़िट बैठता है. पर इन दोनों में क्या समानता है?

बेतुकापन! विकिपीडिया का कहना है कि ये फ़िल्म एक बेतुका कॉमेडी-ड्रामा है. इनोवाना में भी कुछ ऐसे ही बेतुकेपन की झलक मिलती है. फ़िल्म के हीरो की तरह -- जिसके कई एक-जैसे व्यक्तित्व एक-दूसरे के वज़ूद से अनजान कई मल्टीवर्स में मौज़ूद हैं -- इनोवाना थिंकलैब्स एक दूसरे से बिल्कुल अलग क़िस्म के बिज़नस का एक मायाजाल है, जो किसी भी तरह से एक-दूसरे से जुड़ा हुआ नहीं है. अपने पहले अवतार में, कंपनी ने 2015 में एक सॉफ़्टवेयर डेवलपर के रूप में ऑपरेशन शुरू किया. इसके प्रोडक्ट पोर्टफ़ोलियो में फ़ाइल ओपनर, प्राइवेसी प्रोटेक्टर, एड-ब्लॉकर जैसे एप्लिकेशन शामिल थे. ये बिज़नस FY19 तक इसका रोज़ी-रोटी का ज़रिया बना रहा. लेकिन अगले साल, इसने अलग-अलग तरह के सेक्टरों में क़दम रखा. इसने फ़िटनस जिम खोले और रेज़िडेंशियल प्रॉपर्टी का कंस्ट्रक्शन शुरू किया. है न बेतुका? लेकिन रुकिए, पिक्चर अभी बाक़ी है. FY21 में इसने ऑनलाइन ज्योतिष, टैरो कार्ड रीडिंग सर्विस और गेमिंग स्टूडियो बनाने शुरू किए. FY22 में इसने एक और क़दम बढ़ाया और ये एक फ़िनटेक प्लेटफ़ॉर्म बनाकर बैंकिंग प्रोडक्ट बेचने लगी!

स्माल-कैप कंपनियां–जिनके पास आम तौर पर कम रिसोर्स होते हैं–अपने मुख्य बिज़नस पर बहुत ज़्यादा फ़ोकस करती हैं. इसके उलट, इनोवाना का गुत्थी की तरह उलझा कैपिटल एलोकेशन इसके मैनेजमेंट के नज़रिए के धुंधलेपन को दिखाता है. भले ही कंपनी अपने दूसरे बिज़नस में कुछ क़ामयाब पा ले, पर इसकी सबसे अच्छी स्थिति भी "हरफ़न मौला, हरफ़न अधूरा" ही कहलाएगी. निवेश की भाषा में कहें, तो ये डाइवर्सिफ़िकेशन का एक बिगड़ा हुआ मामला है.

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पहली नज़र में इनोवाना भी फ़िल्म की तरह "शानदार" ( 'न्यू यॉर्क टाइम्स' का रिव्यु ) लगती है. ये अपने मुख्य सॉफ़्टवेयर बिज़नस की बदौलत अच्छे फ़ाइनेंशियल्स दर्ज करती है. पिछले पांच साल में इसके टैक्स के बाद के मुनाफ़े (PAT) में सालाना 29 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है. दिसंबर 2023 को ख़त्म हुए 12-महीने का इसका नेट प्रॉफ़िट मार्जिन शानदार 42 फ़ीसदी रहा! लेकिन क़रीब से देखने पर एक गड़बड़ सामने आती है. कंपनी को अपने लेनदारों का पैसा वापस चुकाने में सामान्य से ज़्यादा वक़्त लगता है. उदाहरण के लिए, कंपनी को FY21 में अपना बकाया चुकाने में तीन साल से ज़्यादा समय (1,215 payable days) लगा, जो कि एक स्मॉल-कैप कंपनी के मामले में बड़ी बात है. इतने ज़्यादा पेबल डेज़ भी इसके कैश कन्वर्जन साइकिल को नेगेटिव बनाते हैं.

ग्रोथ के लिहाज से दमदार

40 फ़ीसदी से ज़्यादा नेट प्रॉफ़िट मार्जिन का दिखावा!

TTM* 5 साल की सालाना ग्रोथ (%) (2018-2023)
रेवेन्यू (करोड़ ₹) 103 21
ऑपरेटिंग प्रॉफ़िट (करोड़ ₹) 46 21
EBIT मार्जिन (%) 44.2
प्रॉफ़िट आफ्टर टैक्स (करोड़ ₹) 43 29
PAT मार्जिन (%) 42.2
*TTM या पिछले बारह महीनों के आंकड़ों की कैलकुलेशन दिसंबर 2022 से दिसंबर 2023 तक की गई है

मूवी डेटाबेस साइट IMDb पर, कुछ रिव्यू देने वाले लोग इस फिल्म को 'दिमाग घुमा देने वाली' भी बताते हैं. और कुछ लोग इसे मल्टीवर्स यात्रा के अस्तव्यस्त सीन की वजह से 'अजीब' भी कहते हैं. इनोवाना भी मल्टीवर्स मार्केट में छलांगे लगा रही है. और वो भी काफ़ी अजीब तरह से. ये अपने पैसे कमाने वाले बिज़नस को मझधार में छोड़ने जैसा है. कंपनी की सॉफ़्टवेयर डेवलपमेंट ब्रांच–इनोवाना टेकलैब्स–सबसे ज़्यादा फ़ायदेमंद सेगमेंट रही है. इसे आगे बढ़ाने के लिए इस पर ज़्यादा फ़ोकस करने के बजाय, कंपनी ने अपने रिसोर्स को जिम वर्टिकल–इनोवाना फ़िटनेस लैब्स–की सेवा में लगा दिया. कंपनी का ये बिज़नस FY20 में अपने वजूद में आने के बाद से घाटे में चल रहा है. इसके रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी सेगमेंट–इनोवाना इंफ़्रास्ट्रक्चर– ने कंपनी के 20 फ़ीसदी एसेट का इस्तेमाल किया, लेकिन FY23 में नेट प्रॉफ़िट में इसका योगदान मात्र 6 फ़ीसदी रहा. है न दिमाग घुमाने वाली बात? अभी काफ़ी कुछ बाक़ी है. कंपनी कई सालों से अपनी सहायक कंपनियों को एग्रेसिव तरीक़े से लोन बांट रही है. इक्विटी कैपिटल के प्रतिशत के रूप में, सहायक कंपनियों को FY23, FY22 और FY21 में क्रमशः 33, 42 और 32 फ़ीसदी लोन बांटे गए.

हमारी राय

कंपनी फंडामेंटल तौर पर सिर्फ़ अपने हेडलाइन नंबरों के आधार पर मज़बूत नज़र आते हैं. इसके ऑपरेशन की जटिलता एक sci-fi मिस्ट्री थ्रिलर को भी कड़ी टक्कर दे सकती है. निवेश करने से पहले, आपको कुछ ज़रूरी सवालों के ज़वाब जान लेने चाहिए:

  1. क्या मैनेजमेंट का नज़रिया साफ़ नहीं है?
  2. क्या मैनेजमेंट ये मानता है कि कंपनी के फ़ायदेमंद सॉफ़्टवेयर सेगमेंट में अब ग्रोथ की कोई गुंजाइश नहीं है?
  3. क्या मैनेजमेंट को इस सेगमेंट में एग्रेसिव तरीक़े से नए अवसर तलाशने की ज़रूरत है?
  4. मैनेजमेंट अपना कैपिटल एलोकेशन स्ट्रक्चर कैसे तय करता है?
  5. क्या इसके पास दूसरे बिज़नस को बढ़ाने के लिए कोई ठोस योजना है?

याद रखें कि एक तेज़ी से बढ़ता मार्केट सभी तरह की कंपनियों को ऊपर उठाता है. इसलिए, हम आपको निवेश के जानकार वॉरेन बफ़े की सलाह देना चाहेंगे, जिन्होंने एक बार कहा था, "जब ज्वार उतरता है, तभी आपको पता चलता है कि कौन बिना कपड़ों तैर रहा है."

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