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न करें गलती करके सीखने की गलती

पैसे से क्‍या करना है सब बताते हैं लेकिन क्‍या आप जानते हैं पैसे से क्‍या नहीं करना है

न करें गलती करके सीखने की गलती

सालों से यह बात कही जा रही है कि हमारे देश की एक बड़ी आबादी वित्‍तीय तौर पर साक्षर नहीं है। यानी उनको यह नहीं पता कि अपने पैसे का सही उपयोग कैसे किया जाए। आम तौर पर यह माना जाता है कि वित्‍तीय साक्षरता का मतलब है कि कोई व्‍यक्ति यह जाने कि उसे अपने पैसे का क्‍या करना है। लेकिन सच इसका ठीक उलटा हो सकता है। लोगों के लिए यह जानना ज्‍यादा फायदेमंद हो सकता है कि उनको अपने पैसे से क्‍या नहीं करना है। लेकिन लोगों को यह बताया नहीं जाता है।

अब तक किसी व्‍यक्ति को वित्‍तीय तौर पर साक्षर करने के कुछ चीजें बताई जाती हैं। जैसे निवेश की दुनिया कैसे काम करती है। निवेश कितने तरह का होता है। यह आपके लिए कितने फायदेमंद हैं। क्‍या कोई खास निवेश आपकी वित्‍तीय जरूरतों को पूरा कर सकता है। यह सब अच्‍छी चीजें और किसी भी निवेशक को ये बातें जाननी ही चाहिए। लेकिन ये ऐसी चीजें नहीं हैं जिसमें लोग बहुत बड़ी गलती करते हों। लोग बड़ी गलती तब करते हैं जब उनको कोई एजेंट अच्‍छी स्‍कीम या उत्‍पाद बता कर बेच देता है और वे यह जान ही नहीं पाते हैं कि यह उनके लिए सही है या नहीं। और अगर कोई फाइनेंशियल मार्केट में उत्‍पाद खरीदने के लिए हैं तो आज नहीं तो कल उसके साथ यही होगा।

फाइनेंशियल मार्केट में निवेशकों के साथ न सिर्फ धोखाधड़ी होती है बल्कि उनको ऐसे उत्‍पादों में निवेश के लिए भी लालच दिया जाता है जो बहुत ज्‍यादा रिस्‍क वाले होते हैं। उदाहरण के लिए आप स्‍टॉक यानी शेयरों निवेश करते हैं। इसके लिए आप ऐसी कंपनियों के शेयर चुनते हैं जो अच्‍छा मुनाफा कमा रहीं हों और जिनका प्रबंधन अच्‍छा हो। इसके बाद आप लंबे समय तक उस शेयर के साथ बने रहते हैं। अगर आप ऐसा करते हैं तो एक दिन आपका ब्रोकर डेरिवेटिव्‍स में निवेश करने का लालच देगा। डेरिवेटिव्‍स में निवेश बहुत ज्‍यादा जोखिम वाला होता है। ब्रोकर आपसे कहेगा कि अगर आप उसकी सलाह मानते हैं तो बहुत ज्‍यादा रिटर्न हासिल कर सकते हैं। हालांकि इसमें कितना जोखिम होता है वह शायद ही आपको बताए। और जब तक आप जान पाएंगे कि इसमें कितना जोखिम होता है तब तक काफी देर हो चुकी होगी।

यूनिक लिंक्‍ड प्रोडक्‍ट यानी यूलिप और टर्म इन्‍श्‍योरेंस के उदाहरण से आप इसे और अच्‍छी तरह से समझ सकते हैं। अपने देश में बहुत कम लोग होंगे जिनके पास ऐसा जीवन बीमा कवर हो जो उनकी जरूरत को पूरा करने में सक्षम हो।

किसी भी व्‍यक्ति को सबसे पहले टर्म इन्‍श्‍योरेंस लेना चाहिए। टर्म इन्‍श्‍योरेंस कवर उसकी जरूरत को पूरा करने में सक्षम होना चाहिए। इसके बाद ही किसी को बचत और निवेश की दुनिया में कदम रखना चाहिए। और अगर आपको इस बात की समझ है कि आपके लिए ऐसा करना जरूरी है तो एक पूरी इंडस्‍ट्री है जो आपको यूलिप बेचने में पूरा दम लगा देगी। वे आपको यूलिप बेच कर ज्‍यादा पैसा बना सकते हैं। वहीं टर्म इन्‍श्‍योरेंस बेच कर उनको खास फायदा नहीं होगा। यूलिप में निवेश और जीवन बीमा दोनों होता है। लेकिन इससे आपको न तो निवेश के मोर्चे पर फायदा होता है और न ही इतना जीवन बीमा कवर मिलता है जो आपके परिवार का भला कर सके। पूरी इंडस्‍ट्री यूलिप बेचने में लगी रहती है इसलिए यूलिप ज्‍यादा बिकता है और टर्म इन्‍श्‍योरेंस कम। जबकि किसी के लिए भी टर्म इन्‍श्‍योरेंस ज्‍यादा फायदेमंद है और यह यूलिप की तुलना में बेहद सस्‍ता है।

किसी भी निवेशक को पहले यह यह सीखना चाहिए वह पैसों के मामले में कौन सी गलतियां न करे। इसके बाद यह सीखना चाहिए कि पैसों के मामले में सही चीजें कैसे करें। निवेशक यह बात सीखते तो हैं लेकिन अक्‍सर काफी नुकसान उठा कर। आप चाहें तो इस नुकसान से बच सकते हैं।


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