फ़ंड हाउस ने अपने मिड-कैप और स्मॉल-कैप स्कीम के लिए स्ट्रेस टेस्ट के नतीजों का खुलासा करना शुरू कर दिया है. अब हर महीने 15 तारीख़ तक इस टेस्ट के नतीजे साझा किए जाएंगे.
Stress Test क्या है?
इस टेस्ट के ज़रिए ये चेक किया जाएगा कि कैसे स्मॉल-कैप और मिड-कैप फ़ंड तेज़ी से अपनी 25 फ़ीसदी और 50 फ़ीसदी हिस्सेदारी बेच सकते हैं.
Stress Test की ज़रूरत क्यों है?
मार्केट रेगुलेटर SEBI और AMFI (एसोसिएशन ऑफ़ म्यूचुअल फ़ंड्स इन इंडिया) 2023 में शानदार परफ़ॉर्म करने के बाद मिड-कैप और स्मॉल-कैप फ़ंड्स में निवेशकों की तरफ से लगभग ₹64,000 करोड़ का भारी भरकम निवेश किए जाने को लेकर चिंतित हैं.
नतीजतन, रेगुलेटर ने फ़ंड हाउसेज को एक ख़ास मेथडोलॉजी के आधार पर लिक्विडिटी एनालिसिस करने का निर्देश दिया, ताकि ये आकलन किया जा सके कि किसी भी फ़ंड को अपने पोर्टफ़ोलियो का 25 और 50 फ़ीसदी लिक्विडेट करने यानी बेचने में कितने दिन लगेंगे. इस टेस्ट के ज़रिए हमें ये पता चलेगा कि अगर निवेशक मार्केट क्रैश के दौरान सामूहिक रूप से अपने निवेश से बाहर निकलना चाहते हैं तो ये फ़ंड कितनी जल्दी अपनी हिस्सेदारी बेच सकते हैं.
असल में, जब मिड-कैप और स्मॉल-कैप फ़ंड्स के एसेट का साइज़ बढ़ता है तब उन्हें इससे जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. ऐसे समय में सबसे ज़्यादा चिंता पोर्टफ़ोलियो लिक्विडिटी की होती है. मतलब, निवेशकों के हाई रिडेम्शन दबाव के कारण इन फ़ंड्स को अपनी हिस्सेदारी बेचने में कठिनाई हो सकती है.
Stress Test टेबल
नतीजे 14 मार्च 2024 से ही सामने आ रहे हैं. आपका फ़ंड कितना बेहतर है, ये जानने के लिए आप नीचे दी गई टेबल देख सकते हैं. फ़ंड हाउस जब-जब अपने स्ट्रेस टेस्ट रिज़ल्ट जारी करेंगे, उसी समय टेबल को अपडेट कर दिया जाएगा.
स्मॉल-कैप और मिड-कैप फ़ंड्स के स्ट्रेस टेस्ट का रिज़ल्ट
फ़रवरी 2024 के आंकड़ों पर आधारित है ये डेटा