"जब आप इन्वेस्टिंग की तुलना कैसीनो और हॉर्स रेसिंग से नहीं करते हैं तो जीवन किसी आशीर्वाद से कम नहीं होता है."
ऊपर कही गई बात से पता चलता है कि केडिया सिक्योरिटीज़ के संस्थापक विजय केडिया को वैल्यू इन्वेस्टिंग की समझ के साथ स्टारडम के लिए किस चीज़ ने प्रेरित किया. केडिया के मज़ाक का अंदाज़, मुश्किल फ़ाइनेंशियल कॉन्सेप्ट को बहुत से लोगों के लिए आसान कर देता है. इसके अलावा वो लॉन्ग-टर्म वैल्यू इन्वेस्टिंग फ़िलॉसफ़ी पर फ़ोकस करते हैं, जिसे हम भी मानते हैं.
इसलिए, हमने ये जानने का फ़ैसला किया कि वो SMiLE इन्वेस्टिंग को किस तरह देखते हैं, और एक सरल लेकिन ताकतवर रणनीति जिसका वो समर्थन करते हैं वो क्या है.
आइए SMiLE के मूल सिद्धांतों पर ग़ौर करें और जानें कि ये केडिया के निवेश के तरीक़े में कैसे झलकता है.
S - स्मॉल साइज़ कंपनी
केडिया ये नहीं कहते कि निवेश के लिए किसी कंपनी का मार्केट कैप कम होना चाहिए. बल्कि, उनका मतलब उस कंपनी के इंडस्ट्री में मार्केट शेयर पर है.
केडिया कहते हैं, एक छोटी सी उभरती हुई कंपनी, ग्रोथ के अवसरों से भरपूर इंडस्ट्री में अपने मार्केट शेयर का विस्तार करने के लिए तैयार हो रही है- यही वो चीज़ है जिसकी आपको तलाश करनी चाहिए.
Mi- मीडियम एक्सपीरियंस
सरल शब्दों में मीडियम एक्सपीरियंस का मतलब है कि आपको एक ऐसी मैनेजमेंट टीम की तलाश करनी चाहिए जिसमें अनुभव और समझ के साथ बढ़ने की इच्छा का अच्छा मेल हो.
बात एकदम साफ़ है. अगर कोई मैनेजमेंट बहुत ज़्यादा अनुभव वाला है, तो वो मार्केट की मांग के मुताबिक़ बदलाव करने को तैयार नहीं होगा. अगर लगातार घबराया हुआ है और विकसित हो रहा है, तो ये जल्दी ही थक सकता है.
इसलिए, केडिया 15-20 वर्षों के अनुभव वाली मैनेजमेंट टीमों को प्राथमिकता देते हैं. ये एक संकेत है कि वे कई आर्थिक मंदियों से निकल कर आए हैं और परिस्थितियों के अनुसार ढलना और बदलाव करना सीख चुके हैं.
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L- लार्ज एक्सपीरियंस
बड़ा बनने के लिए आपको बड़े सपने देखने होंगे. केडिया के अनुसार, कंपनी को स्मॉल से मीडियम और फिर मीडियस से लार्ज तक जाने के लिए "उसके अंदर एक आग होनी ज़रूरी है. मैनेजमेंट में आक्रामकता, पारदर्शिता और समर्पण जैसे ख़ूबियां होनी चाहिए. ये कंपनी की फ़ाइनेंशियल कंडीशन में झलकना चाहिए.
E- एक्स्ट्रा लार्ज पोटेंशियल
छोटे तालाब में बड़ी मछली बनने के बजाय, बड़े तालाब में छोटी मछली बनें. सरल शब्दों में केडिया लार्ज ग्रोथ रनवे वाले इंडस्ट्री में स्मॉल कंपनियों को प्राथमिकता देते हैं. उनका मानना है कि इन्वेस्टरों को तेज़ी से बढ़ती इंडस्ट्री में कम मार्केट शेयर वाली कंपनियों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.
हालांकि, ध्यान दें कि कंपनी के पास अपने मार्केट शेयर बढ़ाने की क्षमता होनी चाहिए. उसके बिना बड़े तालाब से कोई मदद नहीं मिलेगी.
SMiLE फ़्रेमवर्क से परे, केडिया वैल्यूएशन और रिटर्न को बैलेंस करने के महत्व को रेखांकित करते हैं, क्योंकि सस्ते वैल्यूएशन पर अच्छी कंपनियों को ढूंढना अक्सर मुश्किल होता है. इसलिए, तरकीब ये है कि दोनों के बीच की रेखा को सावधानी से आगे बढ़ाया जाए.
यहां उनके विशाल निवेश अनुभव और कौशल का बहुत संक्षित हिस्सा भर दिया गया है. विजय केडिया की तरह निवेश कैसे करें, इसके बारे में ज़्यादा जानने के लिए यहां और यहां दो इटरव्यू देखें.
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