अगर मीम लोकप्रियता का संकेत हैं, तो "म्यूचुअल फ़ंड निवेश बाज़ार के जोख़िमों के अधीन है" वाली लाइन को भी यही स्टेटस हासिल है.
ये इसलिए भी ज़्यादा अहम है, क्योंकि इक्विटी म्यूचुअल फ़ंड , ख़ासतौर से बाज़ार से जुड़े होते हैं. और, आप तो जानते ही हैं कि बाज़ार की चाल हमेशा एक जैसी नहीं होती. ये ऐतिहासिक रूप से ऊपर गया है, लेकिन साथ ही शॉर्ट-टर्म के उतार-चढ़ाव का भी सामना किया है.
इन बातों को ध्यान में रखते हुए, हमने ऐसे इक्विटी म्यूचुअल फ़ंड्स की लिस्ट बनाई जिन्होंने बाज़ार में गिरावट का अच्छी तरह से सामना किया.
लेकिन अपना अनालेसिस शुरू करने से पहले हमने, पिछले दशक में आने वाले ऐसे मौक़ों पर ग़ौर किया जब बाज़ार में बड़ी गिरावट देखी गई. कुल मिलाकर, ऐसे छह मौक़े आए थे:
बीते एक दशक में बाज़ार की बड़ी गिरावट
अवधि | बाज़ार की गिरावट* (%) |
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29 जनवरी 2015 - 11 फरवरी 2016 | -20% |
8 सितंबर 2016 - 21 नवंबर 2016 | -11% |
28 अगस्त 2018 - 26 अक्तूबर 2018 | -16% |
3 जून 2019 - 19 सितंबर 2019 | -11% |
14 जनवरी 2020 - 23 मार्च 2020 | -38% |
18 अक्तूबर 2021 - 24 फरवरी 2022 | -13% |
*मार्केट - S&P BSE 500 TRI |
ख़ासे भरोसेमंद
एक बार जब हमने कमज़ोरी के दौर की पहचान कर ली, तो हमने 10 साल के ट्रैक रिकॉर्ड के साथ ग्रोथ कैटेगरी में 70 फ़ंड्स का अनालेसिस किया. ग्रोथ कैटेगरी में फ़्लेक्सी-कैप फ़ंड, लार्ज एंड मिड-कैप फ़ंड, टैक्स-सेविंग फ़ंड और वैल्यू फ़ंड शामिल हैं.
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70 फ़ंड्स में से नौ फ़ंड्स ने बहुत लचीलापन दिखाया. लचीलेपन से हमारा मतलब है कि ये ऐसे म्यूचुअल फ़ंड हैं, जिन्होंने गिरते बाज़ारों में कम-से-कम 65 फ़ीसदी के अर्से में अपनी कैटेगरी एवरेज और बेंचमार्क (BSE 500 TRI) से बेहतर प्रदर्शन किया और पांच साल में उसका प्रदर्शन दमदार बना रहा.
ये नौ फ़ंड इस प्रकार हैं:
शानदार लचीलेपन वाले नौ फ़ंड
बाज़ार में भारी गिरावट के दौर में इन फ़ंड्स ने कम से कम 65 फ़ीसदी समय अपने बेंचमार्क और कैटेगरी एवरेज की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है
फ़ंड | बेंचमार्क और कैटेगरी मीडियन से कम गिरावट | बेंचमार्क के 5 साल के रोलिंग रिटर्न को पीछे छोड़ा* |
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पराग पारिख फ़्लेक्सी कैप फ़ंड | 83% | 100% |
DSP ELSS टैक्स सेवर फ़ंड | 67% | 100% |
क्वांट ELSS टैक्स सेवर फ़ंड | 67% | 100% |
मिराए एसेट लार्ज एंड मिडकैप फ़ंड | 67% | 100% |
कोटक इक्विटी अपॉर्च्युनिटीज़ फ़ंड | 67% | 99% |
कोटक ELSS टैक्स सेवर फ़ंड | 67% | 98% |
SBI लार्ज एंड मिडकैप फ़ंड | 67% | 83% |
इन्वेस्को इंडिया ELSS टैक्स सेवर फ़ंड | 67% | 75% |
सुंदरम लार्ज एंड मिड कैप फ़ंड | 67% | 70% |
नोट: डायरेक्ट प्लान्स *2019 से S&P BSE 500 TRI के पांच साल के डेली रोलिंग रिटर्न। |
हमारा विचार
ख़ासा चर्चित रहा पराग पारिख फ़्लेक्सी कैप फ़ंड टॉप पर है. बड़ा एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) होने के बावजूद, इस फ़ंड ने लंबे समय में हमेशा अपने जैसे दूसरे फ़ंड्स (peers) की तुलना में आंशिक रूप से बेहतर प्रदर्शन किया क्योंकि अंतरराष्ट्रीय कंपनियों में निवेश के चलते इसमें ख़ासा लचीलापन रहा है. फ़ंड ने पिछले दशक में अंतरराष्ट्रीय इक्विटी में औसतन 22 फ़ीसदी निवेश बनाए रखा है, जिससे इसे दूसरे फ़्लेक्सी-कैप फ़ंड्स की तुलना में अल्फ़ा (अतिरिक्त रिटर्न) जेनरेट करने में मदद मिली.
आश्चर्यजनक रूप से, क्वांट ELSS टैक्स सेवर फ़ंड को छोड़कर इस लिस्ट के सभी फ़ंड्स में सामान्य बात ये है कि वे निवेश की 'ग्रोथ एट रीज़नेबल प्राइस (GARP)' स्टाइल को फ़ॉलो करते हैं. GARP स्ट्रैटजी ग्रोथ और वैल्यू स्टाइल का मिला-जुला रूप है. सीधे शब्दों में कहें, तो इसका लक्ष्य तेज़ी से बढ़ती हुई कंपनियों को ख़रीदना है जो बहुत महंगी न हों. इस तरह, ये कंपनियां बाज़ार में गिरावट पर ज़्यादा प्रतिक्रिया नहीं करती हैं.
आखिर में, हम ये बताना चाहेंगे कि ये फ़ंड हमारी रेकमंडेशन का हिस्सा हों ऐसा नहीं हैं. यहां बस उन फ़ंड्स की पहचान की गई है जिन्होंने मुसीबत के समय में भरपूर साहस दिखाया. बेस्ट बाय (best buy) की हमारी लिस्ट जानने के लिए, आप यहां क्लिक करके इस पेज पर बेस्ट फ़ंड्स देख सकते हैं
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