EPACK ड्यूरेबल भारत की दूसरी सबसे बड़ी रूम एयर कंडीशनर ओरिजनल डिज़ाइन निर्माता है. ये 9 जनवरी, 2024 को अपना IPO (Initial Public Offering) पेश कर दिया है. यहां कंपनी की ख़ूबियों, कमज़ोरियों और ग्रोथ की संभावनाओं के बारे में बात कर रहे हैं. इन्हें जानकर आपके लिए निवेश का फ़ैसला लेना आसान हो सकता है.
एक झलक
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क्वालिटी:
इसका इक्विटी पर 3 साल का औसत
रिटर्न ROE
और ROCE क्रमशः 15 प्रतिशत और 14 प्रतिशत है. FY22 में, ऑपरेशन से नेगेटिवे कैश फ़्लो की सूचना दी.
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ग्रोथ:
पिछले 3 साल में इसका रेवेन्यू 45 प्रतिशत की दर से बढ़ा है.
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वैल्युएशन:
स्टॉक की वैल्यू क्रमशः 48.9 और 6.9 गुने
P/E
और P/B पर आंकी गई है.
- ओवरव्यू: इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण क्षेत्र में बढ़ोतरी, रूम एयर कंडीशनरऔर स्मॉल होम अप्लायंस की बढ़ती मांग को देखते हुए ग्रोथ को बढ़ावा मिलना चाहिए. लेकिन इसकी कुछ बातों में गौर करें, जैसे ज़्यादा प्रतिस्पर्धा, वर्किंग कैपिटल की ज़रूरत और क़र्ज़ का स्तर जैसी बातें चिंता में डालने वाली हैं.
EPACK Durable के बारे में
EPACK ड्यूरेबल भारत की दूसरी सबसे बड़ी रूम एयर कंडीशनर ओरिजनल डिज़ाइन निर्माता है (वॉल्यूम के संदर्भ में). सीधे शब्दों में कहें तो यॉे ग्राहकों की ज़रूरतों के मुताबिक़ एयर कंडीशनर डिज़ाइन और मैन्युफ़ैक्चर करती है और स्मॉल होम अप्लायंस भी बनाती है जैसे कुकटॉप, मिक्सर ग्राइंडर आदि.
EPACK Durable की स्ट्रेंथ
FY23 में ODM रूट के ज़रिए मैन्यूफ़ैक्चर की जाने वाली यूनिट की संख्या के मामले में ये
भारत की दूसरी सबसे बड़ी रूम एयर कंडीशनर निर्माता कंपनी है.
बैकवर्ड इंटीग्रेशन
, ये एक ही जगह पर सारे ज़रूरी पुर्ज़े बनाती है, जिससे ट्रैवल का ख़र्च कम लगता है और ऑपरेटिंग मार्जिन बेहतर होता है.
EPACK Durable की कमज़ोरियां
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रेवेन्यू कॉन्सनट्रेशन
इसके टॉप 5 सबसे बड़े ग्राहकों का FY24 की पहली छमाही के रेवेन्यू में लगभग 80 प्रतिशत और FY23 के रेवेन्यू में लगभग 83 प्रतिशत का योगदान है.
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इसमें लॉन्ग टर्म कॉन्ट्रैक्ट का अभाव है. इसका अपने ग्राहकों के साथ किसी भी तरह का लॉन्ग टर्म एग्रीमेंट नहीं है. हाई
वेन्यू कॉन्सनट्रेशन
के साथ मिलकर, ये काफ़ी जोखिम पैदा कर सकता है.
- हाई वर्किंग कैपिटल की ज़रूरत . हाई कैश कनवर्ज़न साईकल (FY23 में लगभग 82 दिन का) है और वर्किंग कैपिटल की जरूरतों के लिए इसे डेट पर निर्भर रहना पड़ता है.
IPO डिटेल
IPO का साइज़ (करोड़ ₹) | 640 |
ऑफ़र फ़ॉर सेल (करोड़ ₹) | 240 |
नए इशू (करोड़ ₹) | 400 |
प्राइस बैंड (₹) | 218-230 |
सब्स्क्रिप्शन डेट | 19 से 23 जनवरी 2024 तक |
उद्देश्य | कैपिटल एक्सपेंडिचर, रीपेमेंट ऑफ लोन, OFS |
पोस्ट IPO
मार्केट कैप (करोड़ ₹) | 2203 |
नेट वर्थ (करोड़ ₹) | 878 |
प्रमोटर होल्डिंग (%) | 48.1 |
प्राइस/ अर्निंग रेशियो (P/E) | 68.9 |
प्राइस/ बुक रेशियो (P/B) | 2.5 |
मुख्य फ़ाइनेंशियल्स
फ़ाइनेंशियल | 2Y CAGR (% प्रति वर्ष) | H1 FY24 | FY23 | FY22 | FY21 |
---|---|---|---|---|---|
रेवेन्यू (करोड़ ₹) | 44.6 | 563615 | 1539 | 924 | 736 |
EBIT (करोड़ ₹) | 51.4 | 20 | 76 | 53 | 33 |
PAT (करोड़ ₹) | 102.5 | 3 | 32 | 17 | 8 |
नेट वर्थ (करोड़ ₹) | 113.3 | 478 | 314 | 122 | 69 |
कुल कर्ज़ | 41.5 | 430 | 525 | 415 | 262 |
EBIT यानी ब्याज और टैक्स से पहले अर्निंग्स
PAT यानी प्रॉफ़िट आफ्टर टैक्स |
अहम रेशियो
रेशियो | 3 साल का औसत (%) | H1 FY24 | FY23 | FY22 | FY21 |
---|---|---|---|---|---|
ROE (%) | 14.8 | 0.7 | 14.7 | 18.3 | 11.3 |
ROCE (%) | 14 | 4.2 | 15.1 | 14.8 | 12.2 |
EBIT मार्जिन (%) | 5 | 3.3 | 4.9 | 5.7 | 4.5 |
डेट टू इक्विटी | - | 0.9 | 1.7 | 3.4 | 3.8 |
ROE यानी इक्विटी पर रिटर्न ROCE यानी लगाई गई कैपिटल पर रिटर्न |
रिस्क रिपोर्ट
कंपनी और बिज़नस
टैक्स कटौती से पहले, पिछले 12 महीनों में EPACK ड्यूरेबल की आय
₹
50 करोड़ से अधिक है?
नहीँ, टैक्स कटौती के पहले FY23 में इसका प्रॉफ़िट ₹46 करोड़ था. कुछ असामान्य आइटम्स को एडजस्ट करने कर बाद.
क्या EPACK ड्यूरेबल अपना क़ारोबार बढ़ाने में सक्षम है?
बिल्कुल, रूम एयर कंडीशनर और स्मॉल होम अप्लायंस की बढ़ती मांग को देखते हुए, इसे अपना क़ारोबार बढ़ाने में मदद मिलेगी.
क्या EPACK ड्यूरेबल के पास जाने पहचाने ब्रांड हैं, जिससे ग्राहक जुड़े रहना चाहें?
जी हां, हालांकि इसकी कोई लॉन्ग-टर्म कॉन्ट्रैक्ट नहीं हैं मगर इसने अपने ग्राहकों के साथ लंबे समय तक संबंध बनाए रखे है (तक़रीबन 8 साल तक).
क्या कंपनी के पास मज़बूत सुरक्षा घेरा (Credible Moat) है?
नहीं क्योंकि इसे डमेस्टिक और ग्लोबल लेवल पर बड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है.
मैनेजमेंट
कंपनी के संस्थापकों में से किसी के पास अभी भी कम से कम 5 प्रतिशत हिस्सेदारी है? या क्या प्रमोटरों के पास कंपनी में 25 फ़ीसदी से ज़्यादा हिस्सेदारी रखते है?
हां, IPO के बाद प्रमोटर और प्रमोटर्स ग्रुप की संयुक्त हिस्सेदारी 48.1 प्रतिशत तक की होगी.
क्या EPACK ड्यूरेब के टॉप 3 मैनेजमेंट
के पास 15 साल से ज़्यादा साथ में कंपनी चलाने का अनुभव है?
जी हां, यहां के प्रमुख प्रबंधकीय (Key managerial) और सीनियर मैनेजमेंट के पास लगभग 15 साल से ज़्यादा का अनुभव है.
क्या मैनेजमेंट भरोसेमंद है? जो SEBI दिशानिर्देशों के मुताबिक़ क्या ये अपने कामकाज में पारदर्शी है?
हां. इसके विपरीत सुझाव देने के लिए कोई जानकारी नहीं है.
क्या कंपनी की अकाउटइंग पॉलिसी स्थिर है?
बिल्कुल है! मगर इसके विपरीत सुझाव देने के लिए कोई जानकारी नहीं है.
क्या कंपनी प्रमोटर ने अपने कोई शेयर गिरवी रखे हैं?
जी हां, फ़िलहाल कोई शेयर गिरवी नहीं है.
फ़ाइनेंशियल
क्या कंपनी ने हाल ही में और तीन साल का इक्विटी में औसत रिटर्न 15 प्रतिशत से अधिक और लगाए गए कैपिटल पर 18 फ़ीसदी से ज़्यादा का रिटर्न कमाया है?
नहीं, इसका तीन साल का औसत
रिटर्न ROE
और ROCE क्रमशः 15 प्रतिशत और 14 प्रतिशत है. FY23 में, ROE और ROCE दोनों क्रमशः 15 प्रतिशत के थे.
पिछले 3 साल में कंपनी का कैश फ़्लो पॉज़िटिव था?
नहीं, FY22 में, ऑपरेशन से नेगेटिव कैश-फ़्लो की सूचना दी.
क्या EPACK ड्यूरेबल का डेट-टू-इक्विटी रेशिओ 1 से कम है?
बिल्कुल, सितंबर 2023 तक इसका डेट-टू-इक्विटी रेशियों 0.9 गुना था.
EPACK ड्यूरेबल रोज़मर्रा के मामलों के लिए विशाल वर्किंग कैपिटल पर निर्भरता से मुक्त है?
नहीं क्योंकि ये एक वर्किंग कैपिटल इन्टेन्सिव बिज़नस है. FY19-23 के बीच इसके ट्रेड से मिलने वाली प्राप्तियां, सालाना 43 फ़ीसदी तक बढ़ीं है. इसी समय मेंशॉर्ट टर्म डेट में भी सालाना बढ़ोतरी 49 प्रतिशत तक की हुई है.
क्या कंपनी अगले 3 सालों तक बाहरी फ़ंडिंग के बिना अपना क़ारोबार चला सकती है?
नहीं, इसे अपने दैनिक कार्यों के खर्चों के लिए बाहरी फ़ंडिंग ज़रूरत पड़ती है.
क्या EPACK ड्यूरेबल कॉन्टिन्जेंट लायबिलिटी से फ़्री है?
हाँ, कुल इक्विटी के प्रतिशत के रूप में कॉन्टिन्जेंट लायबिलिटी लगभग 0.3 प्रतिशत थीं
वैल्युएशन
क्या स्टॉक अपनी एंटरप्राइज़ वैल्यू पर 8 फ़ीसदी से ज़्यादा की ऑपरेटिंग अर्निंग्स यील्ड देता है?
नहीं, स्टॉक अपने एंटरप्राइज़ वैल्यू को 2.9 प्रतिशत की ऑपरेटिंग अर्निंग्स यील्ड देता है.
क्या प्राइस-टू-अर्निंग्स का स्टॉक उसके समकक्षों (peers) के एवरेज लेवल से कम है?
हाँ, इसके स्टॉक की वैल्यू 6.9 गुना के P/E पर है और समकक्ष माध्य (peer median) 70 गुना है.
क्या स्टॉक मूल्य उसके समकक्षों (peers) के प्राइस-टू-बुक के एवरेज लेवल से कम है?
जी बिल्कुल, इसके स्टॉक का मूल्य 2.5 गुना P/B पर है जबकि इसके समकक्ष माध्यिका (peer median) 10 गुना है.
डिस्क्लेमर : ये स्टॉक रेकमेंडेशन नहीं है कृपया पूरी जांच-पड़ताल के बाद ही निवेश करें.
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