ये मौसम है टैक्स बचाने का. इस समय लोग टैक्स बचाने की जल्दबाज़ी में हैं. आम तौर पर, टैक्स प्लानिंग हर फ़ाइनेंशियल ईयर की शुरुआत में, यानी अप्रैल में ही शुरू कर देनी चाहिए, लेकिन कई लोग इसे आख़िरी वक़्त में करते हैं.
आकर्षक टैक्स के फ़ायदे देने वाले कुछ टैक्स इंसानी व्यवहार का फ़ायदा उठाते हुए अपने प्रोडक्ट बड़ी चालाकी से पेश करते हैं. ऐसा ही एक प्रॉडक्ट है लाइफ़ इंश्योरेंस पॉलिसी जो 'गारंटीड रिटर्न' या 'मनी-बैक' क्लेम के दावे करते हैं. आक्रामक रूप से मार्कट किए गए ये प्रॉडक्ट कुछ और नहीं बल्कि एंडोमेन्ट प्लान हैं.
लाइफ़ इंश्योरेंस कवरेज साथ इन्वेस्टमेंट के साथ एंडोमेन्ट प्लान जुड़ा हुआ होता है. इन सभी प्लान में दिया गया प्रीमियम (a) इन्वेस्ट किया गया पैसा और (b) लाइफ़ इंश्योरेंस कवर के लिए इस्तेमाल होता है. हालांकि ये प्लान इनकम टैक्स (ओल्ड टैक्स रिज़ीम ) की धारा 80C के तहत टैक्स में छूट ऑफ़र करती हैं. आगे हम बात करेंगे कि अप्रैल से पहले आपका इसे ख़रीदना सही होगा या नहीं.
टैक्स छूट की लिमिट
टैक्स शेल्टर के अलावा, सेक्शन 10 (10D) के तहत एंडोमेन्ट प्लान के मैच्योरिटी बेनेफ़िट टैक्स फ़्री हैं, बशर्ते इंश्योरेंस कवर, किसी भी साल में प्रीमियम भुगतान का कम-से-कम 10 गुना हो.
हालांकि, 1 अप्रैल 2023 के बाद ली गई पॉलिसी के लिए टैक्स में छूट की एक तय सीमा दी गई है. मान लीजिए की सालाना प्रीमियम (GST को छोड़कर) ₹5 लाख से ज़्यादा है तो उस स्थिति में, मैच्योरिटी बेनेफ़िट 'दूसरे सोर्सस की इंकम' के तहत इंकम टैक्स स्लैब रेट के अनुसार किसी भी व्यक्ति की इंकम पर लागू हो जाता है.
कम रिटर्न
कुछ एंडोमेन्ट प्लान पर ग़ौर करें तो, HDFC लाइफ़ गारंटीड वेल्थ प्लस अपने एकमुश्त वैरिएंट में 5 प्रतिशत का रिटर्न प्रदान करता है. इसी तरह, SBI और ICICI प्लॅनस के सालाना वैरिएंट पर लगभग 6 प्रतिशत तक का रिटर्न मिलता है. ये रिटर्न ₹5 लाख से कम के सालाना प्रीमियम प्लॅान के लिए हैं.
सिर्फ़ भारती AXA लाइफ़ सिक्योर इनकम प्लान हर साल बीमा राशि 8 प्रतिशत बेहतर रिटर्न देती. असल में, ये बस 4.28 प्रतिशत का रिटर्न है.
एंडोमेन्ट प्लान्स का रिटर्न (गारंटीड इनकम प्लान्स)
HDFC लाइफ गारंटीड वेल्थ प्लस | भारती एक्सा लाइफ़ सिक्योर इनकम प्लान | SBI लाइफ़ - स्मार्ट प्लेटिना प्लस | ICICI प्रू गारंटी इनकम फॉर टुमॉरो (लॉन्ग टर्म) | |
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प्रकार | लम्प सम वैरिएंट - लिमिटेड पे | सुनिश्चित लाभ के साथ इनकम प्लान | इनकम प्लान ऑप्शन लाइफ़ इनकम | 110% ROP (रिटर्न ऑफ प्रीमियम) के साथ इनकम |
प्रीमियम पेमेंट (सालों में) | 6 | 10 | 10 | 10 |
प्रीमियम (सालाना) | ₹2 लाख | ₹50,000 | ₹1 लाख | ₹1 लाख |
पॉलिसी अवधि (सालों में) | 12 | 20 | 26 | 41 |
एनुअल पेआउट | - | ₹ 24,885 | ₹ 1,03,220 | ₹ 93,187 |
मेच्योरिटी अमाउंट | ₹ 18,84,000 | ₹ 6,22,122 | ₹ 11 लाख | ₹ 11 लाख |
रिटर्न | 4.83% | 4.28% | 5.91% | 5.98% |
नोट: प्रीमियम ब्रोशर के अनुसार; GST IRR (इंटरनल रेट ऑफ रिटर्न) की कैलकुलेशन को प्रभावित कर सकती है. |
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एंडोमेन्ट प्लान में भी लोअर पोस्ट टैक्स रिटर्न
जैसा की पहले से बताया गया है, अगर सालाना प्रीमियम ₹5 लाख ज़्यादा है तो मैच्योरिटी बेनेफ़िट पर टैक्स लगता है. और अगर, ₹6 लाख वाले सालाना प्रीमियम HDFC लाइफ़ गारंटीड वेल्थ प्लस प्लान के बारे में सोचें, जो कि 4.05 प्रतिशत तक का पोस्ट टैक्स रिटर्न प्रदान करता है.
ये 5 साल वाले फ़िक्स्ड डिपॉज़िट (FD) के 4.66 प्रतिशत के पोस्ट टैक्स रिटर्न से भी कम है. और कैलकुलेशन दिखाता है कि आप ओल्ड टैक्स रिज़ीम में 30 प्रतिशत के सबसे उंचे स्लैब में हैं.
एंडोमेन्ट प्लान्स में टैक्स के बाद कम रिटर्न
FD की तुलना में | ||
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प्लान | SBI फ़िक्स्ड डिपॉजिट | HDFC लाइफ़ गारंटीड वेल्थ प्लस |
प्रकार | 5 ईयर FD (6.50% कॉर्टरली कम्पाउंंडेड) | इनकम वैरिएंट |
प्रीमियम पेमेंट (सालों में) | 6 | 6 |
प्रीमियम (सालाना) | ₹6 लाख | ₹6 लाख |
पॉलिसी अवधि (सालों में) | 10 | 37 |
एनुअल पेआउट | 828252 | 283500 |
एंडोमेन्ट अमाउंट | - | ₹ 36 लाख |
रिटर्न (30% टैक्स के बाद) | 4.66% | 4.05% |
नोट: प्रीमियम ब्रोशर के अनुसार; GST IRR (इंटरनल रेट ऑफ रिटर्न) कैलकुलेशन को प्रभावित कर सकता है. भुगतान/निवेश वर्ष की शुरुआत में किया जाता है. |
इसलिए, जबकि ₹5 लाख से कम सालाना प्रीमियम वाले एंडोमेन्ट प्लानस पोस्ट टैक्स रिटर्न के आधार पर ज़्यादा आकर्षक लग सकते है, फ़र्क बस इतना है कि इसके अलावा, इनमें से ज़्यादातर पॉलिसियों में लॉन्ग-टर्म का नज़रिया है और पॉलिसी को सरेंडर करने के नियम काफ़ी कड़े हैं.
हमारा सुझाव
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देर न करें और हर फ़ाइनेंशियल ईयर की शुरुआत, यानी अप्रैल में टैक्स सेविंग प्लान बना कर उस पर अमल शुरू कर दें.
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इंश्योरेंस और इन्वेस्टमेंट को न मिलाएं. एंडोमेन्ट प्लान जैसे प्रॉडक्ट में निवेश करना इंश्योरेंस और इन्वेस्टमेंट दोनों के फ़ायदों को कम करता है.
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एक
टर्म प्लान
चुनें, जो लाइफ़ इंश्योरेंस का एक अच्छा और बेहतर रूप है. ये उचित क़ीमत पर एक्सटेंसिव कवरेज देते हैं. याद रखें, लाइफ़ इंश्योरेंस पॉलिसी का मुख्य उद्देश्य सुरक्षा होनी चाहिए न कि रिटर्न पाना.
- टैक्स सेविंग में इन्वेस्ट करने के लिए, इक्विटी-लिंक्ड सेविंग प्लान (ELSS फ़ंड) पर विचार करें. 08 जनवरी, 2023 तक उनकी 10 ईयर कैटेगरी (डायरेक्ट स्कीम) का औसत रिटर्न 17.6 प्रतिशत है.
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