AU स्मॉल फ़ाइनेंस बैंक ने हाल ही में ₹5,100 करोड़ के वैल्युएशन की एक ऑल-स्टॉक डील में फ़िनकेयर SFB के अधिग्रहण का एलान किया. दक्षिण भारत में अपना विस्तार करने और माइक्रोफ़ाइनेंस क़र्ज़ के क्षेत्र में उतरने के लिए बैंक का ये क़दम एक अच्छी रणनीति साबित हो सकता है. हालांकि, सवाल ये है कि क्या अधिग्रहण सही क़ीमत पर किया गया है या मैनेजमेंट ने इसके लिए ज़्यादा भुगतान किया है.
AU स्मॉल फ़ाइनेंस बैंक द्वारा फ़िनकेयर SFB का अधिग्रहण ₹5,100 करोड़ के वैल्युएशन पर किया गया है! भले ही, बैंक ने रणनीतिक तौर पर दक्षिण भारत में विस्तार करने और माइक्रोफ़ाइनेंस क्षेत्र में उतरने के लिए ये कदम उठाया है, लेकिन अब सवाल है कि क्या इसका मूल्य सही है या ज़्यादा है?
हमने यही बात गहराई से जानने की कोशिश की है.
प्राइस और वैल्युएशन
आइए आंकड़ों पर नज़र डालते हैं
वैल्युएशन
कंपनियां | P/B | P/E |
---|---|---|
इक्विटास SFB | 2 | 14.1 |
उज्जीवन SFB | 2.6 | 8.1 |
उत्कर्ष SFB | 2.7 | 11 |
सूर्योदय SFB | 1 | 14.1 |
एवरेज | 2.1 | 11.9 |
मीडियन | 2.3 | 12.6 |
फ़िनकेयर SFB | 3.9 | 49.5 |
फ़िनकेयर का अधिग्रहण मूल्य 3.9 गुना के प्राइस-टू-बुक (price-to-book) (P/B) रेशियो को दिखाता है. जब हमने कंपनी की बुनियादी बातों की गहराई से जांच की तो पता चला कि फ़िनकेयर के पास अपने समकक्षों (बराबर वालों) की तुलना में उम्मीद से ज़्यादा नॉन प्रफ़ॉर्मिंग असेट्स (NPA) और कम रिटर्न-ऑन-असेट्स (ROA) हैं.
इसके अलावा, उनका P/B रेशियो इंडस्ट्री एवरेज के P/B रेशियो से 2.3 गुना ज़्यादा है, जो संभावित रूप से ज़्यादा वैल्युएशन की ओर इशारा कर रहा है.
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दूसरे शब्दों में, बुनियादी बातें असाधारण नहीं हो सकती हैं, लेकिन अधिग्रहण मूल्य निश्चित रूप से ज़्यादा है, जो निवेशकों के लिए चिंता का कारण हो सकता है.
मुख्य बुनयादी बातें
कंपनियां | CASA (%) | NPA (%) | ROA (%) |
---|---|---|---|
AU SFB | 38.43 | 0.42 | 1.8 |
एक्विटास SFB | 42.28 | 1.21 | 1.85 |
उज्जीवन SFB | 26.41 | 0.04 | 3.86 |
उत्कर्ष SFB | 19 | 0.33 | 0.6 |
सूर्योदय SFB | 17.11 | 1.55 | 0.86 |
फ़िनकेयर SFB | 33.06 | 1.3 | 0.89 |
प्रोडक्ट का कंपोज़िशन
फ़िनकेयर SFB की लोन बुक में माइक्रोफ़ाइनेंस के लिए 60 फ़ीसदी का बड़ा एलोकेशन है, एक ऐसा हिस्सा है जिसे अपने रिस्क के लिए जाना जाता है. हालांकि ये AU स्मॉल फ़ाइनेंस बैंक के लिए माइक्रोफ़ाइनेंस डेट में विस्तार करने का मौक़ा पेश करता है, ये संयुक्त इकाई के जोख़िम (रिस्क) प्रोफ़ाइल को भी बढ़ाता है क्योंकि माइक्रोफ़ाइनेंस उधार स्वाभाविक रूप से एक जोख़िम वाला और अस्थिर हिस्सा है.
समझने वाली कुछ अहम बातें
अधिग्रहण को अक्सर उसकी सिनर्जी की क्षमता के लिए माना जाता है, जिसे वैल्यू बढ़ाने टेस्ट पास करना होगा. एक निवेशक के तौर पर, ऐसे लेनदेन की सही वैल्यू और क्षमता की जांच करना आपके लिए बेहद ज़रूरी है.
AU स्मॉल फ़ाइनेंस बैंक द्वारा फ़िनकेयर SFB के अधिग्रहण का रणनीतिक मक़सद ठोस लगता है. फिर भी, फ़िनकेयर के हाई वैल्युएशन और प्रतिस्पर्धियों के मुक़ाबले उसके कम दर्जे के प्रदर्शन पर बारीक़ी से नज़र डालने की ज़रूरत है.
कॉर्पोरेट अधिग्रहण का इतिहास इसके लिए एक रिमांडर का काम करता है और वित्तीय औचित्य का नतीजा हमेशा वैल्यू बढ़ने के रूप में नहीं होता है. हाई वैल्युएशन पर कंपनियों को ख़रीदने की वजह से तालमेल वाले अधिग्रहणों से अच्छे परिणाम नहीं मिले हैं.
क्या AU और फ़िनकेयर के साथ भी यही होगा? ये बात तो वक़्त ही बताएगा. लेकिन हमें याद रखना चाहिए कि कोई भी अधिग्रहण चाहे कितना भी अच्छा क्यों न दिख रहा हो, अगर अच्छा वैल्युएशन नहीं है तो ये वैल्यू नहीं जोड़ पाएगा.
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