सिर्फ़ इसीलिए कि सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ज़्यादातर भारतीयों के पसंदीदा बल्लेबाज हैं, इसका मतलब ये नहीं है कि वो आपको भी पसंद हों. हो सकता है ग्लेन मैक्ग्रा (Glenn McGrath) जैसे बॉलर की कोई अनोखी और सहज बल्लेबाज़ी वाली पारी भी आपको प्रेरणा देती हो. आख़िर हर किसी की अपनी पसंद और समझ होती है.
इसी तरह, SIP को नियम से जारी रखना हर किसी के बस की बात नहीं. भले ही SIP सही है और व्यापक तौर पर इसे निवेश के असली तरीक़े के रूप में देखा जाता है, लेकिन ये हर किसी के लिए एकमात्र समाधान नहीं है. ख़ासकर अगर आपकी आमदनी अनियमित है (फ्रीलांसर, बिज़नस ओनर या स्व-रोजगार), तो ये बात और ज़्यादा सही हो जाती है.
इस तरह से, अगर आप इसी कैटेगरी में आते हैं, तो आपको SIP नहीं बल्कि STP (सिस्टमैटिक ट्रांसफ़र प्लान यानी systematic transfer plan का शॉर्ट फ़ॉर्म) के बारे में सोचना चाहिए. ऐसा इसलिए, क्योंकि SIP के लिए आपको एक निश्चित समय पर और व्यवस्थित रूप से निवेश करना होता है.
आपके पास दूसरा विकल्प- एकमुश्त (lumpsum) यानी एक बार में निवेश का है. भले ही, एकमुश्त निवेश अच्छा रिटर्न दे सकता है और निवेश के नज़रिए से सुविधाजनक लगता है, लेकिन तब आप बाज़ार की टाइमिंग के मोहताज़ होते हैं और अच्छे मौक़ों से चूक सकते हैं.
इसलिए, जिनकी आमदनी नियमित नहीं होती, उनके लिए निवेश की सबसे प्रभावी स्ट्रैटजी सिस्टमैटिक ट्रांसफ़र प्लान या STP है. इसमें आपके लिए एक फ़ंड से दूसरे में अपना पैसा ट्रांसफ़र करना संभव होता है.
STP कैसे करें
सिस्टमैटिक ट्रांसफ़र प्लान के लिए आपको ये करना चाहिए:
- दूसरा बैंक खाता खोलें या लिक्विड फ़ंड (liquid fund) में निवेश करें. अपनी इनकम को वहां जमा करें.
- हम चाहेंगे, आप लिक्विड फ़ड में निवेश करें. आमतौर पर इसमें आपको बचत खातों के मुक़ाबले ज़्यादा रिटर्न मिलता है.
- अगर आपका पैसा लिक्विड फ़ंड में है, तो STP एक्टीवेट करें.
- इसलिए, जब भी आपके पास दो से तीन महीनों में कुछ निवेश के लायक़ रक़म होगी, तो STP फ़ीचर ऑटोमैटिकली आपके पैसे लिक्विड फ़ंड से दूसरे म्यूचुअल फंड में ट्रांसफ़र हो जाएंगे, जो आपके पैसे को बेहतर तरीक़े से बढ़ाएगा या सुरक्षित करेगा.
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क्या आप हर महीने न्यूनतम आय अर्जित करते हैं?
इस स्थिति में, आप नियमित आय के लिए एक SIP शुरू कर सकते हैं, हालांकि, अतिरिक्त आय को ऊपर बताए गए तरीके़ से निवेश किया जा सकता है. ये हाइब्रिड नज़रिया सबसे अच्छी तरह से काम करेगा.
आख़िरी बात
STP, SIP और म्यूचुअल फ़ंड, एक नए निवेशक के लिए भ्रमित करने वाले या बहुत ज़्यादा मशक़्क़त कराने वाले लग सकते हैं.
लेकिन आखि़री समय में या अव्यवस्थित योजना आपकी मेहनत की कमाई पर पानी फेर सकती है. उदाहरण के लिए, कल्पना कीजिए कि आप 2008 में एक कंसल्टेंट के रूप में काम कर रहे थे और आपने अच्छे रिटर्न की उम्मीद में एक बार में टैक्स-सेविंग फंड में ₹1.2 लाख का निवेश किया होता, क्योंकि दुनिया भर के कई बाज़ार उस समय नई ऊंचाइयों को छू रहे थे. लेकिन साल के अंत तक, वैश्विक वित्तीय संकट के कारण निवेश की गई रक़म का मूल्य गिरकर ₹52,500 रह जाता है. कई लोगों की तरह, हो सकता है कि आप भी भारी नुक़सान के साथ अपना पैसा फ़ंड से निकाल लेते!
इसलिए, कहानी का निष्कर्ष ये है कि अपने निवेश को व्यवस्थित रखें - भले ही आपकी आमदनी अनियमित हो.
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