वैल्यू रिसर्च के सीईओ धीरेंद्र कुमार दो दशकों से आकाशवाणी यानी ऑल इंडिया रेडियो के लोकप्रिय फ़ाइनांस प्रोग्राम 'मार्केट मंत्र' से जुड़े हुए हैं. ये एक साप्ताहिक कार्यक्रम है जो श्रोताओं को पर्सनल फ़ाइनांस, बिज़नस न्यूज़ और इकनॉमिक डेवलपमेंट पर जानकारी और सलाह देता है. ऐसे ही एक शो के दौरान एक श्रोता ने नीचे दिया सवाल पूछा:
यू-ट्यूब पर, कई फ़ाइनेंशियल इंफ़्लुएंसर उभर आए हैं जो इन्वेस्टमेंट एडवाइस देते हैं, ट्रेनिंग कराते हैं, और मार्केट के कोर्स भी चलाते हैं. हम ख़ुद को ऐसे लोगों से कैसे बचा सकते हैं, और इनसे बचने की क्या गाइडलाइन हमें फ़ॉलो करनी चाहिए?
हालांकि इस सवाल का जवाब रेडियो पर दिया गया था, मगर यहां हम इसे अपने ऑनलाइन पाठकों के लिए लाए हैं:
इस समय इन 'फ़ाइनेंशियल इन्फ़्लुएंसरों' पर क़ानूनी तौर पर कोई रोकटोक नहीं है. SEBI ऐसे इन्फ़्लुएंसरों को रेग्युलेट करने की कोशिश में जुटा हुआ है, ताकि इनके द्वारा ऑफ़र किए गए गाइडेंस और वादों के लिए इन्हें ज़िम्मेदार ठहराया जा सके.
मगर, इन फ़ाइनेंशियल इन्फ़्लुएंसरों से ख़ुद को बचाने का सबसे अच्छा तरीक़ा तो यही होगा कि उन्हें नज़रअंदाज़ किया जाए और उनकी सलाह पर ध्यान न दिया जाए.
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फ़ाइनेंशियल एडवाइज़ कोई खेल नहीं है
फ़ाइनेंशियल एडवाइज़ को खेल नहीं समझा जाना चाहिए. यू-ट्यूब जैसे प्लेटफ़ॉर्म पर, वीडियो देखते समय, अक्सर रेकमेंडेशन या सलाह दी जाती हैं. ये इन्फ़्लुएंसर अपनी बात काफ़ी दिलचस्प तरीक़े से बताते हैं, जिसमें मार्केट के परफ़ॉरमेंस की जानकारी शामिल होती है और ये भी समझाया जाता है कि किसी ख़ास शेयर में निवेश करने से बड़ी वैल्थ बन सकती है.
इसके लिए एक बुनियादी नियम अपनाएं: जो इतना अच्छा हो कि यक़ीन ही न हो, तो समझ लें कि वो यक़ीन करने लायक़ ही नहीं.
ऐसे केसों में, जहां ये इन्फ़्लुएंसर रातों-रात अमीर बनने की गारंटी देते हैं और ऐसी अमीरी पाने में मदद का ऑफ़र करते हैं, तब आप ख़ुद से एक अहम सवाल पूछें कि ये लोग ख़ुद इसी तरीक़े से अमीर होने पर ध्यान क्यों नहीं दे रहे.
हमारी राय
जब आप इनकी सलाह को नाप-तोल रहे हों, तो ये महत्वपूर्ण है कि सलाह देने वाले व्यक्ति का बैकग्राउंड और अनुभव क्या है. ये अहम इसलिए है क्योंकि कई लोग स्टॉक मार्केट को आसानी से सफल होने का तरीक़ा समझ लेते हैं. वो मान बैठते हैं कि यहां सफल होने के लिए कोई छुपी हुई 'ट्रिक' होती है जिसे जानना ज़रूरी है.
सच तो ये है कि स्टॉक इन्वेस्टमेंट का किसी ट्रिक से कोई लेना-देना नहीं है; इसके लिए लगन के साथ बचत करने की और फ़ायदा हासिल करने के लिए सावधानी से लगातार निवेश करने की ज़रूरत होती है.
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