अगर मेरे पास एकमुश्त ₹3 लाख हैं तो इंडेक्स फ़ंड या SWP क्या सही रहेगा? इससे हर माह या तीन माह पर एक तय रकम मेरे पास आती रहेगी और मुझे लंबे समय तक कंपाउंडिंग का फ़ायदा भी मिलता रहेगा -धनक सब्सक्राइबर
सबसे पहले कुछ चीजें साफ हो जानी चाहिए.
इंडेक्स फ़ंड एक इन्वेस्टमेंट व्हीकल है जो इंडेक्स जैसे निफ्टी 50 या सेंसेक्स को ट्रैक करता है. वहीं, SWP या सिस्टमैटिक विदड्राल प्लान लंबे समय में निवेश रिडीम करने का तरीका है. एक इंडेक्स फ़ंड में निवेश करके आप उस रिटर्न के लगभग बराबर रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं जिस इंडेक्स को फ़ंड ट्रैक करता है. SWP के साथ आप एक तय रकम समय-समय पर निकाल सकते हैं. उदाहरण के लिए आप 10 महीने में ₹1 लाख निकाल सकते हैं जहां आपको हर माह ₹10,000 मिलेंगे.
अगर आपके पास एकमुश्त रकम है और आप इसे इक्विटी फ़ंड में निवेश करना चाहते हैं तो हमारी सलाह है कि आप इसे SIP के जरिए 6 से 12 माह में थोड़ा-थोड़ा निवेश करें.
रेग्युलर इनकम प्लान सेटअप करने के लिए आप माेट तौर पर इन बातों पर अमल कर सकते हैं:
- एक तिहाई रकम इक्विटी में निवेश करें। फ्लेक्सी फ़ंड बेहतर रहेगा. कंजरवेटिव निवेशक लार्ज कैप फ़ंड या इंडेक्स फ़ंड चुन सकते हैं.
- सालाना इनकम की जरूरतों के लिए लिक्विड फ़ंड में निवेश करें. लेकिन ये कुल निवेश का 6% से अधिक नहीं होना चाहिए.
- बाकी पैसा फिक्स्ड इनकम जैसे शॉर्ट-ड्यूरेशन फ़ंड में निवेश करें.
- अपने पोर्टफ़ोलियो को हर साल रीबैलेंस करें. ये सुनिश्चित करें कि इक्विटी में 30-35% एलोकेशन हो.
- हर साल सालाना इनकम की जरूरतों के लायक रकम लिक्विड फ़ंड में ट्रांसफर करें, जिसे हर साल 5% बढ़ाया जाना चाहिए.
- आपको सुनिश्चित करना चाहिए कि आप हर साल कुल कॉर्पस का 6% से अधिक रक़म न निकालें.
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जानना चाहते हैं कि किस फ़ंड में निवेश करें तो हमारे एनेलिस्ट की पसंद सेंक्शन पर गौर करें। इस सेक्शन में आपको हमारे ण्नालिस्ट द्वारा चुने गए फ़ंड की लिस्ट है.
वहीं अगर आप अपना पोर्टफ़ोलियो बनाना चाहते हैं तो हमारा पोर्टफ़ोलियो प्लानर आपकी मदद करेगा.
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