अच्छी अर्निंग ग्रोथ शानदार रिटर्न की गारंटी नहीं होती है. कंपनी का ट्रैक रिकॉर्ड भी ऐसा होना चाहिए, जिससे पता चले कि कंपनी अपने संसाधनों का कुशलता के साथ इस्तेमाल कर रही है.
ये हम नहीं कह रहे हैं. ऐसा भारत के जाने माने निवेशक भरत शाह ने अपनी किताब “ऑफ लॉन्ग टर्म वैल्यू एंड वेल्थ क्रिएशन फ्रॉम इक्विटी इन्वेस्टिंग: ऑब्जर्वेशंस आइडियाज एंड रिफ्लेक्शंस में कही है”.
अर्निंग ग्रोथ ही काफी नहीं
किताब में शाह ने बताया है कि कैसे कंपनी की अर्निंग ग्रोथ एकदम सटीक तरीके से उसकी ग्रोथ की संभावनओं को नहीं बताती है.
क्यों?
मान लेते हैं कि आप और आपका फ्रेंड दोनों एक डेयरी बिजनेस चला रहे हैं, बिज़नेस अच्छा चल रहा है और आप ₹10 लाख लगाकर इसका विस्तार करने का फै़सला करते हैं.आप हर चीज़ पर काम करते हैं और आपकी अर्निंग 5% तक बढ़ जाती है.
आपका फ्रेंड आपसे प्रभावित होता है और वो भी आपकी तरह बिज़नेस का विस्तार करने का फैसला करता है. वो ₹20 लाख निवेश करने का फ़ैसला करता है और उसकी अर्निंग 5% बढ़ जाती है.
पेपर पर आपके ओर आपके फ्रेंड दोनों ने 5% अर्निंग्र ग्रोथ हासिल की. हालांकि ये साफ है कि पूंजी का इस्तेमाल कुशलता के साथ करने में आप अपने फ्रेंड से काफी आगे हैं, क्योंकि आपने 5% अर्निंग ग्रोथ सिर्फ ₹10 लाख निवेश करके हासिल की.
ऐसे में इस बात की काफी संभावना है कि आप इस अर्निंग ग्रोथ को बनाए रख पाएंगे, क्योंकि आप कम लागत में ग्रोथ हासिल कर सकते हैं.
इस तरह से भरत शाह निवेशकों को सलाह देते हैं कि अर्निंग ग्रोथ और रिटर्न ऑन कैपिटल एम्पलॉयड यानी ROCE एक साथ मिलकर काम करने चाहिए. ROCE एक पैमाना है जो बताता है कि कंपनी अपनी पूंजी का इस्तेमाल कितनी कुशलता से कर रही है.जब कंपनी की अर्निंग बढ़ती है तो ये हमेशा पॉजिटिव होता है लेकिन अगर मैनेजमेंट अपने संसाधनों का अच्छी तरह से इस्तेामाल नहीं कर पा रहा है तो कंपनी ग्रोथ को बनाए नहीं रख पाएगी. ऐसे में निवेशकों को कंपनी की ग्रोथ की संभावनाओं का अंदाजा लगाने के लिए अर्निंग ग्रोथ और ROCE दोनों पर गौर करना चाहिए.
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समझने का आसान तरीका
निवेशकों की मदद करने के लिए भरत शाह ने एक मेट्रिक्स तैयार किया है…
निवेशकों की मदद करने के लिए, भरत शाह ने कंपनियों की बिज़नेस ग्रोथ का आकलन करने के लिए भरत शाह ने एक शानदार पैमाना पेश किया है। सरल शब्दों में कहें तो आप इस मेट्रिक्स का इस्तेमाल इस बात का अंदाजा लगाने के लिए कर सकते हैं कि अच्छे रिटर्न की संभावनाएं कितनी हैं.
विनर अर्निंग गोथ >15% और ROCE>20% : लगातार वैल्यू बनाने की काफी संभावना हो. लंबे समय के लिए निवेश करने वाले इस तरह की कंपनियों को ही पसंद करते हैं.
- महत्वाकांक्षी (अर्निग ग्रोथ 5 और 15% के बीच और ROCE>20%): ये कंपनियां थोड़ी ग्रोथ देंगी लेकिन पूंजी के इस्तेमाल में कुशलता की वजह से ये तब भी सुरक्षित दांव हैं।
- सम्मानजनक अर्निंग ग्रोथ <5 % & ROCE> 20%: वैसे तो ये कंपनियां निवेश के लिए सुरक्षित हैं लेकिन अगर आप तेज ग्रोथ चाहते हैं तो आप कहीं और देखें.
- ट्रेडमिल अर्निंग ग्रोथ >20%&ROCE 10 से 20%: एक ओर जहां ये कंपनियां ऊंची अर्निंग ग्रोथ दिखाती है वहीं ये कंपनियां अर्थव्यवस्था का मुश्किल दौर आने पर नुक़सान उठा सकती हैं, क्योंकि इनके लिए पूंजी महंगी हो जाती है। अगर आप थोड़ा रिस्क उठा सकते हैं तो इन कंपनियों पर विचार कर सकते हैं.
- स्ट्रगलर (अर्निग ग्रोथ <15% ROCE 15 से 20 % के बीच) ; ये कंपनियां आम तौर पर ग्रोथ के लिहाज से संघर्ष कर रही होती हैं और इनकी तेजी बहुत कम समय के लिए होती है। अगर आप लंबे समय में वेल्थ बनाना चाहते हैं तो आपके लिए ये अच्छा दांव नहीं हो सकतीं.
- पैसा डुबोने वाले (अर्निंग ग्रोथ < 15 % & RoCE< 10%: आपका पोर्टफ़ोलियो इन कंपनियों के बिना बेहतर प्रदर्शन करेगा. ऐसी कंपनियों से दूर रहने में ही समझदारी है.
हम यहां वैल्यू रिसर्च में हमेशा लंबे समय में वेल्थ बनाने के लिए निवेश करने की बात करते हैं. जैसा आप मेट्रिक्स से देख सकते हैं. विनर्स और महत्वाकांक्षी कंपनियां ऐसे निवेशकों के लिए उपयुक्त हैं, जो हमारी इन्वेस्टिंग फ़िलॉसफी को समझते हैं.
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