किसान विकास पत्र (KVP) एक लोकप्रिय और सुरक्षित छोटी बचत योजना है, जो मौजूदा ब्याज दर पर 10 साल चार महीने में निवेश को दोगुना कर देती है। इस योजना को सरकार का सपोर्ट हासिल है। इसे वापस लेने के बाद सरकार ने नवंबर 18, 2014 में दोबारा लॉंच किया। KVP से मिले निवेश को सरकार किसानों की भलाई के लिए चलाई जा रही कई योजनाओं में इस्तेमाल करती है।
पूंजी की सुरक्षा और महंगाई से बचाव
KVP में निवेश की गई पूंजी पूरी तरह से सुरक्षित रहती है। भारत सरकार का संरक्षण इसे पूरी तरह से सुरक्षित बनाता है और लाभ की गारंटी भी देता है। हालांकि KVP महंगाई से सुरक्षा नहीं देती यानि जब भी महंगाई दर, ब्याज की वर्तमान गारंटी दर से ज़्यादा होगी, तो योजना से मिलने वाले लाभ से असल में कोई फायदा नहीं होगा। लेकिन जब महंगाई दर, गांरटी रेट से कम होती है, तो ये योजना महंगाई से सुरक्षा देती है।
गारंटी
KVP पर ब्याज की गारंटी है। हालांकि इस ब्याज दर को सरकार समय-समय पर सूचना देकर बदल सकती है। इसकी वर्तमान सालाना ब्याज दर 6.90 की है। KVP की ब्याज दरें हर तिमाही पर सरकार के बॉंड के रेट के आधार पर रिवाइज़ की जाती हैं। एक बार आपने KVP में निवेश कर दिया तो पूरी अवधि के दौरान वही ब्याज दर लागू होगी जो निवेश करते समय थी।
नक़दी पाने की सुविधा
KVP में अकाउंट से रक़म निकाली जा सकती है और कर्ज़ के तौर पर ली जा सकती है। इसके लिए कुछ शर्तें होती हैं। योजना में न्यूनतम लॉक-इन की अवधि 30 महीनों की है, जिसके बाद पेनल्टी दे कर पैसा निकाला जा सकता है। साथ ही इसे जितनी बार चाहें, एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को हस्तांतरित कर सकते हैं।
टैक्स पर असर
KVP में ब्याज पर या डिपॉज़िट पर टैक्स में कोई राहत नहीं मिलती। इसमें आय की स्रोत पर भी टैक्स नहीं लिया जाता।
कहां से ख़रीदें
KVP को किसी भी हेड या जनरल पोस्ट ऑफिस से ख़रीदा जा सकता है। इसके अलावा नियत राष्ट्रीयकृत बैंकों या भारतीय स्टेट बैंक से भी इसे लिया जा सकता है।
कैसे खरीदें
आपको पोस्ट ऑफिस या नियत बैंकों में मिलने वाले KVP फ़ॉर्म भरना होगा।
KVP खरीदते समय जांच के लिए अपना मूल पहचान पत्र ज़रूर साथ रखें।
योजना शुरु करते समय आप नॉमिनी तय कर सकते हैं।
निवेश के उद्देश्य और रिस्क
KVP में निवेश का मुख्य उद्देश्य निवेश की गई रक़म को दोगुना करना है। दोगुना इसलिए क्योंकि ऐसा फ़ायदा किसी भी निवेशक के लिए समझना आसान है। सरकार का संरक्षण और गारंटी, छोटी बचत करने वालों में इस योजना को लोकप्रिय बनाती है।
किसके लिए है
वो निवेशक जो अपने एकमुश्त निवेश पर सुरक्षित और अश्योर्ड रिटर्न चाहते हैं।
किसके लिए नहीं है
वो लोग जो थोड़ा रिस्क ले कर इक्विटी में निवेश करना चाहते हैं और इक्विटी निवेश उन्हें लंबी अवधि में कहीं ऊंचा रिटर्न दे सकता है।
विकल्प क्या हैं
इक्विटी म्यूचुअल फ़ंड/ सीधा स्टॉक में निवेश (उनके लिए जो थोड़ा रिस्क ले सकते हैं)
RBI सेविंग्स बॉंड
कंपनी डिपॉज़िट
बैंक के फ़िक्स डिपॉज़िट, हालांकि इनमें रिटर्न का रेट कम होता है।
ऑनलाइन बैंकिंग
KVP की एप्लीकेशन ऑनलाइन नहीं भरी जा सकती। हालांकि इसका फॉर्म आप ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते हैं। इसके साथ ही आप DOP ई-बैंकिंग पोर्टल के ज़रिए अपने अकाउंट और लेन-देन का विवरण ऑनलाइन ले सकते हैं।
कुछ और जानकारी
KVP भारत के किसी भी पोस्ट ऑफ़िस या राष्ट्रीकृत बैंक में कैश किया जा सकता है, बशर्ते इसके ट्रांसफ़र का अधिकार आपके पास हो।
KVP को हर पोस्ट ऑफ़िस और राष्ट्रीकृत बैंक में ट्रांसफ़र किया जा सकता है।
ब्याज की आय पर टैक्स लागू होता है, मगर ये टैक्स स्रोत पर नहीं लिया जाता है।