निवेशक क्या करते हैं जब स्टॉक तेजी से गिरता है जिसमें निवेशक ने बड़े पैमाने पर निवेश किया है तो निवेशक ? ऐसे हालात में तीन तरह के रिएक्शन संभव हैं।
1- जब स्टॉक्स गिरते हैं तो बहुत निवेशक स्टॉक्स बेच कर निकल लेते हैं। जाहिर है कि उनको लगता है कि स्टॉक गिर गया है और शायद ये दोबारा वापसी नहीं कर पाएगा और उनका नुकसान स्थाई बन जाएगा।
2- दूसरे निवेशक स्टॉक पर भरोसा बनाए रखते हैं। उनकी सोच होती है कि यह गिरावट कुछ समय के लिए है और आखिरकार उनका स्टॉक वापसी करेगा। उनको अपने निवेश को लेकर विश्वास से भरे होते हैं।
3- और कुछ निवेशक स्टॉक की कम कीमत का इस्तेमाल और स्टॉक खरीदने में करते हैं। ये ऐसे निवेशक होते हैं जो पूरे भरोसे के साथ जानते हैं कि वास्तव में स्टॉक की क्या कीमत है।
निश्चित तौर पर, निवेशक के इस तीन तरह के व्यवहार में से हर एक के लिए दूसरे फैक्टर भी शामिल हैं। उदाहरण के लिए एक निवेशक के पोर्टफोलियो में डायवर्सीफिकेशन कितना है या पर्सनल फाइनेंस से जुड़े दूसरे हालात। आम तौर पर, मैंने देखा है कि जो किसी खास कैटेगरी में हैं वे निवेश बनाए रखते हैं। हालांकि, कभी कभी बाज़ार का उतार चढ़ाव कैटेगरी 1 वाले निवेशकों को सिखाता है कि उनको कैसे निवेश करना चाहिए।
यह दिखाने के लिए, मैं आपको वापस 2007-08 के दिनों में ले चलता हूं। चलिए तुलना करते हैं कि स्टॉक A और स्टॉक B ने 1 जनवरी, 2008 और मार्च 2008 के अंत के बीच में कैसा प्रदर्शन किया और फिर देखते हैं अब वे कहां हैं। इस बात पर गौर करें कि ये समायोजित कीमते हैं जो वर्षों की अवधि में सटीक तुलना में मदद करती हैं।
1 जनवरी, 2008 से 31 मार्च,2008 के बीच स्टॉक A 24 फीसदी और स्टॉक B 41 फीसदी गिरा। इस अवधि में BSE Sensex 24 फीसदी तक गिरा। 41 फीसदी 24 फीसदी की तुलना में काफी अधिक होता है लेकिन बाज़ार में तेज गिरावट के बीच यह लगभग एक ही रेंज मानी जाएगी। अब 14 साल के बाद, स्टॉक A लगभग 800 फीसदी बढ़ गया है जबकि स्टॉक B लगभग 90 फीसदी गिरा हुआ है। अनुभवी निवेशक जान गए होंगे, स्टॉक A HDFC Bank है जबकि स्टॉक B Reliance Infra है।
आइये उपर दी गई तीनों कैटेगरीज को एक बार फिर से देखते हैं। HDFC Bank के निवेशकों ने कैटेगरी 3 में रह कर सही किया होगा, जबकि Reliance Infra के निवेशकों ने कैटेगरी 1 में रह कर ठीक किया, शर्त यह है कि उनको यह पता रहा हो कि स्टॉक की वास्तविक कीमत क्या है और उनको कंपनी के बारे में अपनी समझ पर भरोसा रहा हो। तो किसी को यह भरोसा क्या देता है ?
आइये अमेरिका से कुछ दिलचस्प बातों पर गौर करते हैं। यह एक लेटर है जो अमेजन के फाउंडर जेज बेजॉस ने 2000 में शेयरधारकों को उस समय लिखा था जब इससे पहले के साल में स्टॉक 80 फीसदी तक गिर गया था। आपको इस लेटर को सर्च करके पढ़ना चाहिए यहां हम कुछ प्वाइंट दे रहे हैं जो उन्होंने लेटर की शुरूआत में दिए हैं।
· हमने 2000 में 2 करोड़ कस्टमर्स को सेवाएं दी हैं, जबकि 1999 में हमारे कस्टमर्स की संख्या 1.4 करोड़ थी।
· 2000 में सेल्स 1999 की 1.64 अरब डॉलर से बढ़ कर 2.76 अरब डॉलर हो गई।
· प्रो फार्मा ऑपरेटिंग लॉस 2000 की चौथी तिमाही में गिर कर सेल्स का 6 फीसदी रहा, जबकि 1999 की चौथी तिमाही में यह 26 फीसदी था।
· 2000 की चौथी तिमाही में प्रो फार्मा ऑपरेटिंग लॉस गिर कर सेल्स का 2 फीसदी रह गया जबकि 1999 की चौथी तिमाही में यह सेल्स का 24 फीसदी था।
· 2000 में प्रति कस्टमर औसत खर्च 19 फीसदी बढ़ कर 134 डॉलर हो गया।
· 1999 में सकल मुनाफा 29.1 करोड़ डॉलर था, जो 2000 में 125 फीसदी बढ़ कर 65.6 करोड़ डॉलर हो गया।
· 2000 की चौथी तिमाही के लगभग 36 फीसदी अमेरिका के कस्टमर्स ने हमारे नॉन बीएमडब्ल्यू स्टोर्स जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स, टूल्स और किचन में से एक में खरीदारी की।
· 2000 में इंटरनेशनल सेल्स बढ़ कर 38.1 करोड़ डॉलर हो गई जबकि 1999 में इंटरनेशनल सेल्स 16.8 करोड़ डॉलर थी।
· और सबसे अहम बात, अमेरिकन कस्टमर सैटिस्फैक्शन इंडेक्स पर हमारा कस्टमर पर हेड्स डाउन फोकस 84 स्कोर के साथ दिखा। हमें बताया गया है कि किसी भी इंडस्ट्री में एक सर्विस कंपनी का अब तक यह सबसे ऊंचा स्कोर है।
इसमें स्टॉक मार्केट के बारे में कुछ भी नहीं है। यह वे चीजें हैं जो मायने रखती हैं। और जैसा कि जेफ बेजॉस ने कहा यह इतिहास है। इस लेटर के बाद से अमेजन के स्टॉक 200 गुना बढ़ चुके हैं। ऊपर बताई गई तीनों कैटेगरीज के आधार पर, एक जानकार और विश्वास से भरा हुआ निवेशक निश्चित तौर पर तीसरी कैटेगरी में होना चाहिए।
यहां मैं यह नहीं कह रहा हूं कि जो स्टॉक्स गिरे हैं वे दोबारा उठ सकते हैं। हम सब जानते हैं कि बहुत से ऐसे स्टॉक्स हैं जो दोबारा कभी वापसी नहीं कर पाए और शेयरधारकों के लिए सारी वैल्यू बरबार की दी। इसके बजाए अहम बात यह है कि आपको अपने स्टॉक, बिजनेस और अपने निवेश को जानना चाहिए और अपनी जानकारी में भरोसा होना चाहिए।
इन्वेंस्टमेंट थीसिस दिमाग में एकदम स्पष्ट होनी चाहिए। न सिर्फ स्पष्ट होनी चाहिए बल्कि सटीक होनी चाहिए।
Value Research Stock Advisor आपके लिए यही करता है। यह आपको न सिर्फ खरीदने के लायक स्टॉक्स की लिस्ट देता है बल्कि उनकी इन्वेस्टमेंट थीसिस भी देता है। यही नहीं, हमारे रिसचर्स और एनॉलिस्ट्स लगातार इस थीसिस की जांच करते रहते हैं और इसे अपडेटेड और फ्रेश रखते हैं। मेंबर्स को न सिर्फ ‘ क्या’बल्कि ‘क्यों’ मिलता है। यह एक लंबा गेम है और इसमें आपको हर तरह की मदद की जरूरत है जो आपको मिल सके। Value Research Stock Advisor का यही रोल है। हम आपके लिए सारे फैसले लेने की बात नहीं करते हैं- हम आपकी रिसर्च असिस्टेंट टीम हैं लेकिन हमारा गोल आपको निवेशक बनाना है।
मैं आपको एक बार फिर याद दिला रहा हूं कि मेंबर बनने पर आपको क्या मिलेगा।
· हमारे सभी स्टॉक्स पिक्स तक एक्सेस
· बेस्ट बॉय स्टॉक्स: हमारी रिकमेंडेशन के आधार पर चुने गए 17 स्टॉक्स। इस सेट का इस्तेमाल पोर्टफोलियो बनाने की शुरूआत करने में करें।
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· सभी रिकमेंडेड स्टॉक्स पर हमारी समर्पित विश्लेषकों की टीम से सीधे लगातार अपडेट और विश्लेषण।
· दूसरे स्टॉक के बारे में रिसर्च और विश्लेषण करने के लिए टूल्स।
इन सबसे आपको वही मिलेगा जो आप इससे कर पाएंगे, लेकिन सबसे अहम हिस्सा है सशक्तीकरण और विश्वास कि आपकी थीसिस सही है और आप कैटेगरी 3 में बने रहेगें। बहुत से निवेशक बहुत अच्छे स्टॉक चुनते हैं लेकिन बाज़ार के उतार-चढ़ाव में वे भरोसा खो देते हैं और जल्दी ही स्टॉक बेच कर निकल लेते हैं। हम आपको वे सभी जानकारियां देते हैं जिसकी आपको अपने भरोसे को बनाए रखने के लिए जरूरत है। हमारी जॉब का बड़ा हिस्सा उस समय आपके संपर्क में रहना और सपोर्ट देना है जब चीजें कमजोर दिख रहीं हों।
अंत में, रिकमेंडेशंस सिर्फ वह है जो हम आपको रिकमेंड करते हैं। Value Research Stock Advisor की असली उपलब्धि इस बात में है कि मेंबर्स वास्तविक निवेशक बन रहे हैं नकि सिर्फ निवेश से जुड़ी सूचनाओं के उपभोक्ता। यह आपके लिए उनकी रैंक में शामिल होने का समय है।