कंपनी डिपॉजिट
बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट की तरह कंपनी फिक्स्ड डिपॉजिट कंपनी के साथ डिपॉजिट है। आम तौर पर नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी एक तय अवधि के लिए तय ब्याज दर पर डिपॉजिट की पेशकश करती हैं। ब्याज की दर डिपॉजिट की अवधि पर निर्भर करती
है। कंपनी डिपॉजिट्स कंपनी एक्ट के सेक्शन 58 ए द्वारा प्रशासित है।
पूंजी की सुरक्षा
अगर कंपनी अपनी वित्तीय देनदारी पूरी नहीं कर पाती है तो कंपनी फिक्स्ड डिपॉजिट में पूंजी सुरक्षित नहीं रहती है।
महंगाई से बचाव
कंपनी डिपॉजिट आपकी रकम को महंगाई के असर से नहीं बचाती है। इसका मतबल है कि जब भी महंगाई दर कंपनी डिपॉजिट की गारंटीड ब्याज दर से अधिक होगी तो डिपॉजिट पर कोई रियल रिटर्न नहीं मिलेगा। हालांकि जब कंपनी डिपॉजिट की ब्याज दर महंगाई दर से अधिक होगी तो डिपॉजिट पर पॉजिटिव रिटर्न मिलेगा।
ब्याज की गारंटी
जब तक कंपनी अपने डिपॉजिटर्स को भुगतान कर सकती है तब तक कंपनी डिपॉजिट पर ब्याज की गारंटी है। हालांकि कंपनी डिपॉजिट भुगतान में देरी या डिफॉल्ट के जानी जाती हैं।
नकदी की सहूलियत
कॉरपोरेट डिपॉजिट में नगदी की सहूलियत इस हद तक है कि कंपनियां जमाकर्ताओं को पेनाल्टी का भुगतान करके समय से पहले डिपॉजिट खत्म करने की अनुमति दे सकती हैं।
क्रेडिट रेटिंग
कंपनी डिपॉजिट की क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों जैसे क्रिसिल, सीएआरई या आईसीआरए से क्रेडिट रेटिंग होनी चाहिए।
बाहर निकलने का विकल्प
आप समय से पहले रकम निकाल सकते हैं लेकिन इसके लिए आपको बैंक एफडी की तुलना में अधिक पेनल्टी देनी होगी।
टैक्स
कंपनी डिपॉजिट में जमा की गई रकम या इस पर मिलने वाला ब्याज टैक्स छूट के दायरे में नहीं आता है। डिपॉजिट पर मिलने वाला सालाना रिटर्न कुल इनकम में जोड़ा जाता है और स्लैब रेट के हिसाब से टैक्स लगता है।
ऑनलाइन सुविधा
ज्यादातर कंपनी डिपॉजिट की पेशकश ऑनलाइन की जाती है। कई बार, ब्रोकिंग अकाउंट के जरिए ये ऑनलाइन बेची जाती हैं।
कहां करें डिपॉजिट
आप डिपॉजिट ऑफर करने वाली कंपनियों के साथ सीधे डिपॉजिट कर सकते हैं या इनको बेचने वाले डिस्ट्रीब्यूटर्स के जरिए डिपॉजिट कर सकते हैं।
कैसे खरीदें
आपको डिपॉजिट एप्लीकेशन फॉर्म भरना होगा।
डिपॉजिट खरीदते समय वेरीफिकेशन के लिए ओरिजिनल आईडेंटिटी प्रूफ जमा कराने की जरूरत पड़ सकती है ।
आप कैश, चेक, ऑनलाइन ट्रांसफर या डिमांड ड्राफ्ट के जरिए डिपॉजिट में निवेश कर सकते हैं।
टिप्स और रणनीति
किसी अन्य डिपॉजिट की तरह कंपनी डिपॉजिट पर अश्योर्ड रिटर्न का इस्तेमाल इनकम लैडर बनाने के लिए किया जा सकता है। सर्टिफिकेट हर माह या तिमाही खरीदा जा सकता है। परिपक्व होने पर यह सर्टिफिकेट इनकम का प्रवाह सुनिश्चित करेंगे।
कंपनी डिपॉजिट में जोखिम को फैलाने के लिए अलग-अलग कंपनियों के अलग-अलग अवधि के डिपॉजिट में निवेश करें।
इन बातों को रखें याद
कंपनी डिपॉजिट में जोखिम है
एक वित्तीय वर्ष में 5,000 रुपए से अधिक ब्याज होने पर टीडीएस काटा जा जाता है।
ब्याज के तौर पर आय मासिक, तिमाही, छमाही या सालाना उपलब्ध है।
भुगतान में देरी या डिफॉल्ट की सूरत मे बहुत सीमित नियामकीय मदद मिल सकती है।
हाई रेटिंग वाली डिपॉजिट में निवेश करें।