उसने एक ट्रक सुअर खरीदने को स्टॉक्स खरीदने में समानता बताई। पोर्क मार्केट में मंदी के दिनों में वह जितने कम कीमत में सुअर खरीद सकता था अगली सेलर्स मार्केट में वह उतना ही अधिक मुनाफा कमा सकता था। उसने दावा किया कि ऐसे हालात में वह सुअर के बजाए स्टॉक्स खरीदेगा क्योंकि सुअर डिवीडेंड नहीं देते हैं। इसके अलावा आपको सुअर को खिलाना भी पड़ेगा।
यह एक पुरानी कहानी का पैराग्रॉफ है लेकिन यह आपको वैल्यू इन्वेस्टिंग के बारे में बहुत कुछ बताता है।
एक दिन मैं मैं पुरानी फाइलें पलट रहा था। इसमें अखबारों और मैगजीन की क्लिपिंग थी जो मैं इंटरनेट से पहले के दिनों में रखता था। इस बीच मुझे 1978 का एक मैगजीन का कॉलम मिला। मैंने इसे काफी बाद में पाया होगा और इसे सुरक्षित रखा होगा क्योंकि 1978 में तो मैं बच्चा था लेकिन मुझे याद नहीं है कि ऐसा मैंने कब किया था। यह कॉलम इन्वेस्टमेंट मैनेजर जॉन ट्रेन द्वारा फोर्ब्स मैगजीन में लिखा गया था। जॉन ट्रेन अब भी जीवित हैं। हालांकि उनकी उम्र 92 साल है और वे रिटायर हो चुके हैं। इस कॉलम में, ट्रेन एक लेटर के बारे में बताते हैं। यह लेटर एक पाठक ने उनको भेजा था। इस लेटर में उस पाठक ने बताया था कि कैसे उसने 1940 में निवेश शुरू किया था।
वह कोई भी रकम नहीं बना सका था। एक दिन वह अपने लोकल मेरिल लिंच ऑफिस गया। वहां एक अकाउंट एग्जीक्यूटिव ने एक और कस्टमर की ओर इशारा किया। उस कस्टमर ने कभी भी रकम नहीं गवाईं थी। अकाउंट ऑफीसर ने कहा कि पिछले 40 सालों में जब उसने उस कस्टमर को हैंडल किया उस अवधि में बैलेंस पर कभी कोई नुकसान नहीं हुआ। अगर तुम उससे मिलना चाहते हो तो जल्दी करो। वह खरीदारी करने के अलावा यहां बहुत कम आता है। वह धान उगाने वाला किसान है। किसान ने सालों की अवधि में लगातार सालाना 50 फीसदी मुनाफा कमाया है।
इस कहानी को बताने वाले निवेशक ने किसान के साथ बातचीत की। किसान ने बताया कि उसने क्या किया है। “उसने अपनी तकनीक का खुलासा किया। उसकी तकनीक बहुत सरल थी। बाजार में गिरावट का दौर आने पर जब वह अखबारों में पढ़ता था कि बाजार निचले स्तर है और एक्सपर्ट्स का अनुमान लगा रहे हैं कि बाजार 200 अंक और गिरने वाला है तो किसान स्टैंडर्ड एंड पुअर्स स्टॉक गाइड देखता था और ऐसे 30 स्टॉक्स सेलेक्ट करता था जो गिर कर 10 डॉलर से नीचे आ चुके होते थे और जो डिवीडेंड का भुगतान करते थे। इसके बाद वह हौस्टन आता था और इन स्टॉक्स का 25,000 डॉलर का पैकेज खरीदता था। और इसके बाद जब दो, तीन, चार सालों बाद बाजार फिर में फिर से तेजी का दौर आता था और एक्सपर्ट बात कर रहे होते थे कि डाउ 1500 के स्तर को छूने वाला है तो वह शहर जाकर पूरा पैकेज बेच देता था। यह काफी सरल था ।
हालांकि उस समय से अब तक दुनिया भर में स्टॉक इन्वेस्टिंग में काफी बदलाव आ गया है लेकिन यह अब भी बहुत सरल है। आपको बहुत कुछ जानने के लिए धान उगाने वाले किसान या सुअर पालने वाले की तलाश करने की जरूरत नहीं है आप मुझसे काफी कुछ जान सकते हैं। अगर आप एक अच्छी कम कीमत में स्टॉक खरीदते हैं और स्टॉक्स चुनने में सावधानी बरतते हैं और बेचने के लिए ऊंचे स्तर का इंतजार करते हैं तो आप गलत फैसला नहीं ले सकते हैं। हो सकता है कि आप स्टॉक्स बहुत ऊंचे स्तर पर न बेचें। हो सकता है कि आप कुछ स्टॉक्स को बनाएं रखें। लेकिन बुनियादी तौर पर स्टॉक्स के लिहाज से उन बातों पर अमल कर सकते हैं तो बूढे किसान ने सुअर को लेकर सीखी थीं।
बूढ़े किसान की कहानी का एक हिस्सा स्टैंडर्ड एंड पुअर्स स्टॉक गाइड की तरह नहीं है। निवेश के लायक स्टॉक्स की पहचान करने में बुनियादी मदद के बिना किसान ने इतना अच्छा मुनाफा नहीं कमाया होता। लेकिन यहीं पर वैल्यू रिसर्च आता है। आप किसान की तकनीक अपनाएं लेकिन खरीदारी के लिए अच्छे स्टॉक की तलाश स्टैंडर्ड एंड पुअर्स स्टॉक गाइड में करने के बजाए इनको वैल्यू रिसर्च स्टॉक एडवाइजर पर तलाशें।
यह काफी सरल है।