SIP सही है

एसआईपी से मुनाफा कमाना है आसान

आप कुछ आसान तरीकों पर अमल कर एसआईपी से बेहतर रिटर्न हासिल कर सकते हैं

Secrets of profitable SIPs

शेयर बाजार में निवेश से मुनाफा कमाना बहुत मुश्किल नहीं है लेकिन यह इतना आसान भी नहीं है। ज्‍यादातर निवेशक बाजार में मुनाफा कमाने के लिए निवेश करते हैं। लेकिन आपको शायद ही कोई ऐसा निवेशक मिले जिसको कभी नुकसान न हुआ हो। बाजार की औसत समझ रखने वाला निवेशक यह जानता है कि लंबी अवधि में इक्विटी में निवेश करके अच्‍छा रिटर्न हासिल किया जा सकता है लेकिन इसमें नुकसान होने की आशंका उनके मन में इतनी मजबूती से बनी हुई है कई निवेशक इसे सच मान लेते हैं। अगर ऐसे निवेशकों को कोई यह बताए कि उनका निवेश नुकसान से उबर कर कब फायदे में आएगा तभी वे अपना निवेश इक्विटी में बनाए रखने के बारे में सोच सकते हैं।

साल 2017 में वैल्‍यू रिसर्च ने डायवर्सीफाइड इक्विटी ओरिएंटड फंड पर आधारित एसआईपी के प्रदर्शन का अध्‍ययन किया। इस अध्‍ययन में पिछले 25 साल के प्रदर्शन की समीक्षा की गई है। इस रिसर्च से ऐसे तौर तरीके सामने आए जिनको अपना कर आप एसआईपी से मुनाफा कमा सकते हैं।

एसआईपी की अवधि जितनी कम होगी नुकसान की आशंका उतनी ही ज्‍यादा होगी। अध्‍ययन में पाया गया है कि अगर आपने इक्विटी फंडों में एक साल के लिए एसआईपी में निवेश किया होता तो आपके नुकसान उठाने की संभावना 22.5 फीसदी होती। दो साल की एसआईपी में नुकसान की आशंका 16.2 फीसदी होती। लेकिन जैसे-जैसे आप निवेश की अवधि बढ़ाते जाते हैं नुकसान की आशंका घटती जाती है।

अगर आप पांच साल के लिए निवेश करते तो नुकसान की आशंका घट कर 3.3 फीसदी रह जाती और 10 साल की एसआईपी में नुकसान की आशंका घट कर सिर्फ 0.3 फीसदी रह जाती है। इसका मतलब है कि नुकसान की आशंका लगभग न के बराबर है। अब सवाल उठता है कि ऐसा होता क्‍यों हैं? पिछले अनुभव बताते हैं कि भारत में शेयर बाजार में गिरावट का दौर आम तौर पर 12 से 24 माह तक चलता है। इसलिए तीन साल का समय इस बात के लिए पर्याप्‍त होता है कि बाजार गिर कर अपने निचले स्‍तर पर पहुंच जाए और इसके बाद वापस उस स्‍तर पर आ जाए जहां से गिरावट शुरू हुई थी। आम तौर पर चौथे साल से बाजार में तेजी का दौर शुरू हो जाता है। इससे आपका निवेश वापस मुनाफा दिखाने लगता है।

आपकी एसआईपी की अवधि जितनी अधिक होगी दोहरे अंकों में रिटर्न हासिल करने का मौका उतना ही ज्‍यादा होगा। आप कह सकते हैं कि आप नुकसान से बचने के लिए इक्विटी में निवेश नहीं करते हैं। आप इक्विटी में निवेश दोहरे अंक में रिटर्न हासिल करने के लिए करते हैं। तो सवाल उठता है कि एसआईपी में निवेश से सालाना 10 फीसदी रिटर्न हासिल करने का मौका कितना है।

अध्‍ययन से पता चलता है कि अगर आपने एक साल के लिए एसआईपी में निवेश किया होता तो आपके पास 10 फीसदी से अधिक रिटर्न हासिल करने का मौका 55.6 फीसदी होता। वहीं दो साल की एसआईपी में 10 फीसदी से अधिक रिटर्न हासिल करने का मौका बढ़ कर 56.9 फीसदी हो जाता । पांच साल की एसआईपी में यह मौका 63.8 फीसदी रहता । और 10 साल की एसआईपी के साथ आपके पास कम से कम 10 फीसदी सालाना रिटर्न हासिल करने का मौका 77.3 फीसदी होता ।

अगर आप ऐसे समय पर निवेश करना चाहते हैं जब बाजार उच्‍चतम स्‍तर पर है तो आपको निवेश को एक बार में न करके टुकड़ों में बांट कर करना चाहिए। यानी पूरा निवेश एक साल से दो साल की अवधि में कर सकते हैं। विश्‍लेषण से पता चलता हे कि अगर किसी निवेशक ने ऐसे समय एसआईपी शुरू की थी जब बाजार अपने उच्‍चतम स्‍तर पर था तो उसे पहले साल नुकसान होने की आंशंका काफी अधिक थी। लेकिन अगले तीन सालों में इस बात की काफी मजबूत संभावना थी कि उस नुकसान की भरपाई हो जाए और वह कुछ रिटर्न कमाने लगे। इससे पता चलता है कि अगर आप 10 से 15 साल की अवधि के लिए निवेश कर रहे हैं तो आपको इस बात की चिंता नहीं करनी चाहिए कि एसआईपी शुरू करने का सही समय क्‍या हो। लेकिन अगर आप ऐसे समय में निवेश शुरू कर रहे हैं जब बाजार में तेजी का दौर है तो आपको बेहतर रिटर्न हासिल करने के लिए पांच साल या इससे अधिक अवधि तक निवेश को बनाए रखना होगा।

अगर आपने खराब फंड में निवेश किया तो आपकी मदद एसआईपी भी नहीं कर सकती है। अगर आपने एसआईपी के लिए खराब प्रदर्शन कर रहे फंड को चुना है तो एसआईपी की अवधि बढ़ाने से बेहतर रिटर्न हासिल करने की संभावनाओं में खास मजबूती नहीं आती है। अगर आप खराब प्रदर्शन कर रही है एसआईपी के साथ बने रहते हैं तो आप बेहतर रिटर्न हासिल करने के अवसरों को गवां सकते हैं। अध्‍ययन में ऐसे कई कमजोर फंडों का उदहारण मिला है, जिन्‍होंने एसआईपी के साथ भी निवेशकों को रिटर्न के मोर्चे पर निराश किया है। ऐसे में यह यह जरूरी है कि आप नियमित तौर पर अपने फंड के साथ दूसरे फंडों के प्रदर्शन की समीक्षा करते रहें।


टॉप पिक

उतार-चढ़ाव वाले मार्केट के लिए बेहतरीन म्यूचुअल फ़ंड

पढ़ने का समय 3 मिनटPranit Mathur

वैल्यू रिसर्च एक्सक्लूसिव: मल्टी-कैप फ़ंड्स पर हमारी पहली रेटिंग जारी!

पढ़ने का समय 4 मिनटआशीष मेनन

चार्ली मंगर की असली पूंजी

पढ़ने का समय 5 मिनटधीरेंद्र कुमार

लंबे समय के निवेश के लिए म्यूचुअल फ़ंड कैसे चुनें?

पढ़ने का समय 2 मिनटरिसर्च डेस्क

ये सब नज़रअंदाज़ करें

पढ़ने का समय 4 मिनटधीरेंद्र कुमार

म्यूचुअल फंड पॉडकास्ट

updateनए एपिसोड हर शुक्रवार

Invest in NPS

AI तो है, पर AI नहीं

ऑटोमेटेड, मशीन से मिलने वाली फ़ाइनेंस पर सलाह कैसी होनी चाहिए.

दूसरी कैटेगरी