इन्वेस्टमेंट प्लान

रजत ऐसे पूरी कर सकते हैं अपनी ज़रूरतें

रजत को अपने फाइनेंशियल गोल को पूरा करने के लिए अपने फंड के सेलेक्‍शन पर नए सिरे से सोचना होगा

रजत ऐसे पूरी कर सकते हैं अपनी ज़रूरतें

रजत और उनकी पत्नी विभा विदेश घूमने के शौक़ीन हैं। 30 साल की विभा लेक्चरर हैं, और 33 साल के रजत, फ़ाईनेंशियल सर्विस इंडस्‍ट्री में काम करते हैं। रजत के माता-पिता साथ ही रहते हैं। यहां हम बात कर रहे हैं, निवेश को लेकर रजत के प्लान की। इसके लिए हम उनके सारे फ़ाईनेंशियल गोल और निवेश से जुड़े पहलुओं की बात करेंगे। हम ये भी देखेंगे कि क्या रजत को अपने मौजूदा फ़ंड्स पर नए सिरे से विचार करने की ज़रूरत है?

फ़ाईनेंशियल सर्विस इंडस्‍ट्री में काम करने वाले रजत की तनख़्वाह ₹52,000 महीना है। सैलरी के अलावा उन्हें सालाना बोनस भी मिलता है, जो ₹4 लाख तक होता है। परिवार के दूसरे सदस्यों की बात करें, तो पत्नी विभा भी कमाती हैं और रजत के माता-पिता आर्थिक तौर पर आत्मनिर्भर हैं। रजत और विभा अभी अभिभावक नहीं बने हैं।
रजत का पोर्टफ़ोलियो तक़रीबन ₹24 लाख का है। उनके पोर्टफ़ोलियो में EPF, PPF, म्‍यूचुअल फ़ंड और स्‍टॉक शामिल हैं। दोनों पति-पत्नी हर दूसरे साल छुट्टियों में विदेश जाना चाहते हैं। उन्हें एक घर खरीदना है और रिटायरमेंट के लिए वो बचत भी करना चाहते हैं।
हमने रजत के पोर्टफ़ोलियो को ध्यान में रखते हुए हर ज़रूरी तरह के निवेश और फ़ंड्स को ध्यान में रखा है। सबसे पहले बात करेंगे, इमर्जेंसी फ़ंड की।

इमरजेंसी फ़ंड
एक अच्‍छे फ़ाईनेंशियल प्‍लान की शुरुआत होती है इमरजेंसी के प्लान से, और ये हर किसी के लिए है। रजत के पास कम-से-कम 6 महीने के ख़र्च के बराबर रक़म हमेशा होनी चाहिए। उनका महीने का ख़र्च ₹20,000 है। ऐसे में उनको ₹1.2 लाख का इमरजेंसी कॉर्पस रखना चाहिए। वे इस कॉर्पस को स्‍वीप इन फ़िक्‍स डिपॉज़िट और लिक्विड फ़ंड के तौर पर रख सकते हैं।

ऐसा करने से, उन्हें न सिर्फ़ बेहतर रिटर्न मिलेंगे, बल्कि लिक्विडिटी भी बरक़रार रहेगी। ऐसे फ़ंड्स के लिए रजत, धनक वेबसाइट पर टॉप-रेट वाले डेट फ़ंड देख सकते हैं।

इमरजेंसी फ़ंड के लिए रजत और विभा क्‍या करें: ₹1.2 लाख का इमरजेंसी कॉर्पस बनाएं और इस रक़म का निवेश, स्‍वीप-इन फिक्‍स्ड डिपॉज़िट और लिक्विड फ़ंड में करें।

लाईफ़ इन्‍श्‍योरेंस
रजत के पास 1 करोड़ का 'प्‍योर टर्म प्‍लान' है। ये टर्म प्लान उनकी ज़रूरतों के लिए काफ़ी है। फ़िलहाल उनके परिवार में कोई भी उन पर आर्थिक तौर से निर्भर नहीं है। इसके अलावा उन पर कोई लोन भी नहीं है। हालांकि, वो होम-लोन लेकर घर खरीदना चाहते हैं। जब ऐसा होगा, तब उनपर एक आर्थिक ज़िम्मेदारी आ जाएगी।

रजत मौजूदा टर्म-प्लान का कवर बरक़रार रखते हुए, घर ख़रीदने के बाद इसके लिए अलग से इंन्‍श्‍योरेंस की ज़रूरत पर सोच सकते हैं।

रजत और विभा दोनों के पास, जीवन-बीमा पॉलिसी हैं। पारंपरिक जीवन बीमा पॉलिसी न तो ज़रूरत पूरा करने लायक़ इंश्योरेंस देती है, न ही अच्‍छा रिटर्न दे पाती है। साथ ही, इसकी लागत भी काफ़ी ज़्यादा होती है। रजत और विभा को पॉलिसी सरेंडर करने और इससे मिलने वाली रक़म को म्‍यूचुल फ़ंड में निवेश करने के बारे में सोचना चाहिए। लाईफ़ इंश्योरेंस की ज़रूरत के लिए टर्म-प्‍लान सबसे बेहतर होता है।

लाईफ़ इंश्योरेंस के लिए रजत और विभा क्‍या करें: दोनों अपनी-अपनी जीवन बीमा पॉलिसी को सरेंडर कर प्‍लान सरेंडर करें। घर ख़रीदने के बाद इंश्योरेंस की ज़रूरत पर एक बार और सोचें।

हेल्‍थ इंश्योरेंस
रजत के पास ₹8 लाख का व्यक्तिगत हेल्थ कवर है। विभा के पास उसके कॉलेज का मेडिक्‍लेम है। नौकरी करने वाले संस्थानों के हेल्‍थ इंश्योरेंस पर निर्भर रहना अच्‍छा नहीं है। लोग आजकल नौकरी जल्‍दी-जल्‍दी बदलते हैं। पुरानी नौकरी छोड कर, नई नौकरी ज्‍वाईन करने के बीच ऐसा भी हो सकता है जब कोई भी हेल्‍थ इन्‍श्‍योरेंस न हो। रजत को अपनी इन्‍श्‍योरेंस कंपनी के कवर में विभा को भी शामिल कर लेना चाहिए। इससे रजत की पॉलिसी फ़्लोटर प्‍लान में बदल जाएगी।

रजत के माता-पिता के पास केंद्र-सरकार की हेल्‍थ-स्‍कीम है। महंगे इलाज के लिए ये स्कीम बहुत अच्‍छी रहती है। हालांकि, हो सकता है उनके घर के पास का अस्‍पताल CGHS पैनल में न हो। और ये भी हो सकता है कि इस स्कीम में कुछ बीमारियां कवर न होती हों। रजत को CGHS का कवरेज चेक करना चाहिए। इसके बाद, अपने माता-पिता के लिए सीनियर सिटीजंस हेल्‍थ इंश्योरेंस कवर ख़रीदने के बारे में सोचना चाहिए।

परिवार के हेल्थ इंश्योरेंस को लेकर क्‍या करें: रजत को अपने हेल्‍थ-कवर में पत्नी विभा को शामिल करना चाहिए। माता-पिता के हेल्थ कवरेज के लिए CGHS स्कीम में उनके कवरेज को चेक करना अच्छा होगा।

रिटायरमेंट
रजत और उनकी विभा को रिटायरमेंट के बाद अपनी मौजूदा जीवनशैली बरक़रार रखने के लिए ₹4.7 करोड़ की ज़रूरत होगी। इसमें 8 फ़ीसदी महंगाई दर और रिटायरमेंट के बाद, रिटायरमेंट कॉर्पस पर 9 फ़ीसदी का अनुमानित रिटर्न लगाया गया है। कैलकुलेशन के लिए जीवन की अवधि को 85 साल माना गया है।
रजत हर महीने ₹4,000 EPF में जमा कर रहे हैं। और इतनी ही रक़म उनकी कंपनी भी जमा कर रही है। उनके रिटायरमेंट तक EPF कॉर्पस बढ़ कर ₹2.86 करोड़ हो जाएगा। लेकिन इसके लिए ज़रूरी होगा कि उनके सालाना इन्‍क्रीमेंट के साथ वो EPF की रक़म भी हर साल 10 फ़ीसदी बढ़ाते रहें। बाक़ी रक़म के लिए वो अपने इक्विटी फ़ाड और स्टॉक का इस्‍तेमाल कर सकते हैं। ये माना गया है कि इक्विटी और स्टॉक्स की रक़म पर हर साल 12 फ़ीसदी रिटर्न मिलता रहेगा।

रजत के PPF अकाउंट में अब तक, ₹5 लाख इकठ्ठा हो चुके हैं। PPF में रिटर्न कम मिलता है और इसमें लॉक-इन पीरियड भी लंबा होता है। उनको PPF अकाउंट में सालाना कॉन्ट्रीब्यूशन घटा कर सिर्फ ₹500 सालाना पर सीमित कर देना चाहिए ताकि उनका अकाउंट एक्टिव रहे। अकाउंट मैच्‍योर होने पर उन्हें रक़म, म्‍यूचुअल फ़ंड में निवेश कर देनी चाहिए।

रिटायरमेंट के लिए प्लान क्या करें: PPF निवेश को घटा कर न्‍यूनतम करें। मैच्‍योरिटी पर पीपीएफ की रकम को म्‍युचुअल फंड में ट्रांसफर कर दें।

घर की ख़रीद
रजत अगले चार साल में घर खरीदना चाहते हैं। इस चार साल के अर्से में घर की क़ीमत ₹1 करोड़ तक रहेगी। इसके लिए ज़रूरी रक़म का 15-20 फ़ीसदी उन्हें ख़ुद देना होगा। और बाक़ी रक़म का इंतज़ाम वो होम-लोन के ज़रिए कर सकते हैं। इसके लिए डेट फ़ंड में अपने ₹5 लाख के मौजूदा निवेश का इंतज़ाम कर सकते हैं। इसके अलावा हर साल बोनस का एक हिस्सा भी अगले चार साल तक बचा सकते हैं। अगले चार साल तक हर महीने ₹10,000-₹15,000 बचा कर डाउनपेमेंट के लिए ज़रूरी रक़म का इंतज़ाम कर सकते हैं। इस तरह से होम-लोन EMI कम हो जाएगी।

लोन की EMI प्लान करते हुए एक सामान्य सा नियम फॉलो करना चाहिए। इसे फ़ैमली इन्कम के एक तिहाई से ज़्यादा नहीं होना चाहिए। रजत को ₹1 करोड़ का घर ख़रीदने के बारे में नए सिरे से सोचना चाहिए। क्‍योंकि ऐसा लगता है कि उनके मामले में होम-लोन EMI ये सीमा को पार कर जाएगी। इसके बजाए उनको कम क़ीमत का घर ख़रीदने के बारे में सोचना चाहिए जिससे भविष्‍य में आर्थिक तंगी का सामना न करना पड़े।

घर ख़रीदने के लिए क्‍या करें: घर की क़ीमत पर एक बार नए सिरे से सोचना चाहिए।

बच्चों की पढ़ाई
फ़िलहाल रजत और विभा का कोई बच्चा नहीं हैं। मगर वो चाहते हैं कि आने वाले वक़्त के लिए वो प्लान कर लें। इसके लिए, हायर-एजुकेशन के ख़र्च का निवेश वो अभी से शुरु करना चाहते हैं। उनके मुताबिक़, आज की कीमत के हिसाब से हायर-एजुकेशन की लागत ₹30 लाख होगी। उनको यह रक़म क़रीब 20 साल में चाहिए। तब तक 8 फ़ीसदी महंगाई दर के हिसाब से यह रक़म बढ़ कर ₹1.4 करोड़ हो जाएगी। इस लक्ष्‍य को पाने के लिए उनको SIP के ज़रिए हर महीने ₹6,000 इक्विटी फ़ंड में निवेश करना चाहिए। और SIP की रक़म सालाना 10 फ़ीसदी बढ़ानी चाहिए। बच्चों की पढ़ाई प्लान करने के लिए क्या करें: इक्विटी फ़ंड में ₹6,000 करोड़ की SIP शुरू करें।



विदेश में छुट्टियां मनाना
रजत और विभा हर दूसरे साल विदेश छुट्टियां मनाने जाना चाहते हैं। उनके अंदाज़े के मुताबिक़, आज की क़ीमत के हिसाब से उन्हें ₹2 लाख की ज़रूरत होगी। ये ऐसा गोल है, जिसे ज़रूरत पड़ने पर टाला भी जा सकता है क्‍योंकि दोनों को अपने दूसरे ज़रूरी गोल का ध्‍यान रखना है। हालांकि इसके लिए वो अपने सालाना बोनस से ₹1 लाख अलग कर सकते हैं।

छुट्टियों पर जाने के लिए क्‍या करें: अपने सालाना बोनस से ₹1 लाख निकाल कर, शार्ट-टर्म डेट फ़ंड में निवेश करें।

फ़ंड: रजत सात म्‍यूचुअल फ़ंड्स में निवेश कर रहे हैं। इनमें डेट, इक्विटी और हाईब्रिड फ़ंड शामिल हैं। सात फ़ंड बहुत ज्‍यादा हैं। आपके पोर्टफ़ोलियो में तीन-पांच फ़ंड होने चाहिए। इससे ज़्यादा फ़ंड होने पर, फ़ंड के प्रदर्शन पर नज़र रखना मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा बहुत ज़्यादा फ़ंड्स में निवेश करने से कोई अतिरिक्‍त डाईवर्सिफ़िकेशन भी नहीं मिलता।

रजत को अपने पोर्टफ़ोलियो को पूरी तरह से नया कलेवर देना होगा। उनको अपने कम रेटिंग वाले फ़ंड बेचने होंगे। EPF और PPF में कॉन्ट्रीब्‍यूशन की वजह से उनका डेट में पहले ही निवेश है। ऐसे में उनको दूसरे इक्विटी आधारित हाईब्रिड फ़ंड्स में निवेश करने की ज़रूरत नहीं है। हालांकि, उनको कम अवधि की ज़रूरतों के लिए, अच्‍छे शॉर्ट-टर्म डेट फ़ंड में निवेश करना चाहिए। उनके पास जो डेट फ़ंड हैं, उनकी स्‍टार- रेटिंग काफ़ी कम है। ऐसे में उनको बेच कर अच्‍छी रेटिंग वाले फ़ंड में निवेश करना चाहिए। इसके अलावा रजत को एक इक्विटी लिंक्‍ड सेविंग स्कीम यानी ELSS और दो-तीन मल्‍टी-कैप फडं अपने पोर्टफ़ोलियो में जोड़ने चाहिए।

रजत को सीधे-सीधे इक्विटी में तभी निवेश करना चाहिए, जब उनके पास ज़रूरी कौशल हो और वो इसकी रिसर्च के लिए समय दे सकें। अगर वो ऐसा नहीं कर सकते हैं, तो उनको अपने स्‍टॉक बेच कर रक़म इक्विटी फ़ंड में लगानी चाहिए।

पोर्टफ़ोलियो दुरुस्त करने लिए क्‍या करें: रजत को अपने फ़ंड पोर्टफ़ोलियो का पूरी तरह मेकओवर करें। एक टैक्‍स सेविंग फ़ंड और दो-तीन अच्‍छे मल्‍टी-कैप फ़ंड में निवेश करें।


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