मेरी उम्र 42 साल है और हाल ही में मेरी नौकरी चली गई और अब मैं अपना बिज़नस शुरू करने का प्लान कर रहा हूं. फ़िलहाल मैं EPF का ₹35 लाख का फ़ंड अगले 15 साल तक ख़र्च नहीं करना चाहता. तो मुझे इस रक़म को कहां निवेश करना चाहिए. -पूनम बाला
अगर आप इस बात को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि अगले 15 साल तक आपको इन पैसों की ज़रूरत नहीं पड़ेगी. तो मैं आपको थोड़ा साहस दिखाने की सलाह दूंगा. जब तक आप नौकरी कर रहीं हैं तब तक EPF का पैसा आपके लिए बहुत अच्छा है. लेकिन जैसे ही आप नौकरी से बाहर होते हैं तो प्रॉविडेंट फ़ंड की रक़म पर मिलने वाले ब्याज़ पर टैक्स लगने लगता है.
नौकरी से बाहर होने पर EPF का पैसा निकाल लेना एक समझदारी भरा फ़ैसला होता है, क्योंकि ये पूरी तरह से फ़िक्स्ड इनकम है. हाल में EPFO ने PPF के एक छोटे हिस्से को इक्विटी में निवेश करना शुरू कर दिया है. लेकिन निवेश का पैटर्न आपके लिए ट्रांसपैरेंट नहीं है. ये म्युचुअल फ़ंड या NPS की तरह रोज़ नेट असेट वैल्यू यानी NAV नहीं दिखाता है. ऐसे में मेरी सलाह है कि आपको कम जोख़िम वाले विकल्प की ओर देखना चाहिए.
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निवेश के लिए आपको कंज़रवेटिव हाइब्रिड फ़ंड के विकल्प के बारे में सोचना चाहिए. कंज़रवेटिव हाइब्रिड फ़ंड 10 से 25 फ़ीसदी तक इक्विटी में निवेश करते हैं. आपने EPF के पैसों को एक साथ निवेश न करके इसे 12 से 18 महीनों में कम जोखिम वाले विकल्पों में निवेश करें. इसकी वजह ये है कि अगर आप यह पैसा एक बार में पूरा निवेश कर देती हैं और अगर आपके कुल निवेश की कीमत में 5 फ़ीसदी की भी गिरावट होती है तो ये आपके लिए काफ़ी चिंताजनक हो सकता है.
जैसा कि अभी आपकी नौकरी चली गई है. अब आप अपना बिज़नेस करना चाहती हैं और अगर आपकी मेहनत से जमा किए गए पैसों को थोड़ा भी नुक़सान होता है तो ये आपको काफ़ी निराश कर सकता है.
इसलिए आपको तीन चीजें करनी चाहिए
1- EPF से पूरा पैसा निकाल लें.
2- इन पैसों को कंजरवेटिव हाइब्रिड फ़ंड या इक्विटी सेविंग फ़ंड में निवेश करें.
3- निवेश एक बार में करने के बजाए 18 महीने का समय लेकर थोड़ा थोड़ा निवेश करें.
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