टॉप ऑफ़ द माईंड

स्‍मॉल-कैप फंड के लिए 6 टेस्‍ट

ऐसा स्‍मॉल-कैप फंड चुनें जो आपको बिना झटका दिए शानदार रिटर्न हासिल करे

स्‍मॉल-कैप फंड के लिए 6 टेस्‍ट

स्‍मॉल- कैप फंड ब्‍लॉकबस्‍टर रिटर्न दे सकते हैं। लेकिन स्‍मॉल-कैप फंड फंड की सबसे ज्‍यादा जोखिम वाली कैटेगरी है जिसे आप अपने अपने पोर्टफोलियो में शामिल कर सकते हैं। यहां पर हम आपको 6 टेस्‍ट बता रहे हैं, जो स्‍माल कैप फंड चुनने से पहले कर लेने चाहिए।

एक पूरी साइकल का रिटर्न

बाजार में तेजी का दौर स्‍माल-कैप फंड की क्षमता साबित नहीं करता है। यह 2008, 2013, या 2019 का तेज करेक्‍शन है, जो फंड की क्षमता को साबित करता है। इसके लिए जरूरी है कि आप एक पूरे मार्केट साइकल के प्रदर्शन के आधार पर स्‍माल-कैप फंड चुनें। एक पूरा मार्केट साइकल आम तौर पर सात-आठ वर्षों का होता है। एक साल या तीन साल के लिए टॉप फंड रहा फंड करेक्‍शन आने पर अपना तेज गवां सकता है। कैटेगरी या बेंचमार्क के अगेंस्‍ट ट्रेलिंग रिटर्न के अलावा फंड का सबसे खराब एक साल का प्रदर्शन चेक करें। एक स्‍माल-कैप फंड उतना ही अच्‍छा है जितना उसका सबसे खराब साल।

अनुभवी मैनेजर

निवेश के बारे में किताबी बातें जो सिर्फ आंकड़ों पर आधारित होती हैं भारतीय स्‍माल कैप में काम नहीं करती हैं। इस स्‍पेस में खराब मैनेजमेंट, नियामकीय जोखिम या खराब तिमाही एक स्‍टॉक को मि‍नटो में सबके चहेते स्‍टॉक से अछूत स्‍टॉक में बदल सकती है। स्‍टॉक्‍स चुनने के लिए गुणवत्‍ता के बारे में इनपुट की जरूरत होती है, ऐसे में बेहतर है कि आप उसी स्‍माल-कैप फंड पर दांव लगाएं जिसका फंड मैनेजर अनुभवी हो। चेक करें कि क्‍या आपके स्‍मॉल कैप फंड का फंड मैनेजर एक दशक से यह काम कर रहा है और कम से कम पांच वर्षों से इस फंड को मैनेज कर रहा है।

इन हाउस रिसर्च

स्‍माल कैप में निवेश करते हुए आप बेंचमार्क को गले लगा कर सफल नहीं हो सकते। सफलता हासिल करने के लिए आपको ऐसी छोटी कंपनियों को तलाश करना होगा, जिनको मार्केट अब तक नहीं खोज पाया है। लेकिन साथ ही यह अहम है कि मैनेजर स्‍माल कैप फंड से जुड़ी आकर्षक चीजों के झांसे में न आए। इसके लिए जरूरी है कि फंड हाउस के पास अनुभवी इन-हाउस रिसर्च टीम हो। इस तरह से स्‍माल कैप स्‍पेस में अवसर का फायदा प्रभावी तरीके से तभी उठाया जा सकता है कि जब फंड हाउस का 10 साल का रिकॉर्ड हो।

पोर्टफोलियो टर्नओवर

स्‍मॉल-कैप स्‍पेस में लगातर गलत कॉल लेने से निवेशक को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। आपको ऐसे फंड की जरूरत है जो इस बात‍को लेकर सतर्क रहे कि वह क्‍या खरीद रहा और फिर उस के साथ बना रहे। यह चीज लो टर्नओवर रेशियो में पता चलेगी। सफल फंड वे हैं जिनका टर्नओवर रेशियो 50 फीसदी या इससे कम है। आप किसी भी फंड पेज के स्‍नैपशॉट टैब में टर्नओवर रेशियो पा सकते हैं। आप फंड सेलेक्‍टर टूल का इस्‍तेमाल करते हुए एक से अधिक फंड के टर्नओवर रेशियो की तुलना भी कर सकते हैं।

पोर्टफोलियो पी/ई

वैल्‍युएशन जितनी अधिक होगी गिरावट भी उतनी ही ज्‍यादा होगी। अगर आपका स्‍मॉल-कैप फंड ऊंचे पी/ई स्‍टॉक का फैन है तो यहां पर रिटर्न के मोर्चे पर निराश होने और तेज करेक्‍शन का खतरा ज्‍यादा है। फंड का औसत पोर्टफोलियो / पीई इस पर अंकुश लगाता है कि कहीं आपका फंड ग्रोथ के लिए ज्‍यादा कीमत तो नहीं चुका नहीं रहा है। पोर्टफोलियो / पीई फंड पेज पर पोर्टफोलियो टैब के तहत उपलब्‍ध है।

मैंडेट

आज के हालात में 2,000 करोड़ रुपए से अधिक का साइज स्‍मॉल-कैप फंड के लचीलेपन को सीमित कर सकता है। ऐसे में अगर फंड का साइज बड़ा है तो ज्‍यादा कैश रखने या मिड कैप में या लार्ज कैप स्‍टॉक में चुनिंदा तौर पर निवेश करने के लिए मैंडेट में लचीलेपन पर गौर करें। इससे प्‍योर स्‍मॉल- कैप फंड की तुलना में रिटर्न कम हो जाएगा। लेकिन साफ है कि आप हर मोर्चे पर फायदा नहीं उठा सकते हैं।


टॉप पिक

₹12 लाख 3-4 साल के लिए कहां निवेश कर सकते हैं?

पढ़ने का समय 1 मिनटवैल्यू रिसर्च

आसान सवालों के मुश्किल जवाब

पढ़ने का समय 2 मिनटधीरेंद्र कुमार

आपको कितने फ़ंड्स में निवेश करना चाहिए?

पढ़ने का समय 2 मिनटवैल्यू रिसर्च

मार्केट में गिरावट से पैसा बनाने का ग़लत तरीक़ा

पढ़ने का समय 2 मिनटधीरेंद्र कुमार

म्यूचुअल फ़ंड, ऑटो-पायलट और एयर क्रैश

पढ़ने का समय 4 मिनटधीरेंद्र कुमार

वैल्यू रिसर्च धनक पॉडकास्ट

updateनए एपिसोड हर शुक्रवार

Invest in NPS

बहुत छोटे IPO में बहुत बड़ी चेतावनी के संकेत

SME vs TUTE: निवेशकों को सिर्फ़ रिस्क लेने में और SME IPO से होने वाली बर्बादी के बीच का फ़र्क़ पता होना चाहिए.

दूसरी कैटेगरी