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P N Gadgil Jewellers IPO: पी एन गाडगिल ज्वैलर्स का IPO (इनिशियल पब्लिक ऑफ़रिंग) 10 सितंबर 2024 को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा. इसकी आख़िरी तारीख़ 12 सितंबर 2024 है.
निवेश का फ़ैसला लेने में निवेशकों की मदद के लिए, यहां हम इस ज्वेलरी रिटेलर की ताक़त, कमज़ोरियों और ग्रोथ की संभावनाओं के बारे में बता रहे हैं.
P N Gadgil Jewellers IPO: संक्षेप में
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क्वालिटी:
FY22-24 के बीच, कंपनी का 3 साल का एवरेज
रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) और रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (ROCE)
क्रमशः 30 और 24 फ़ीसदी के क़रीब रहा.
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ग्रोथ:
FY22-24 के दौरान, कंपनी का रेवेन्यू और ‘प्रॉफ़िट आफ़्टर टैक्स’ क्रमशः 55 और 48 फ़ीसदी सालाना बढ़ा.
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वैल्यूएशन:
IPO के बाद, कंपनी का स्टॉक क्रमशः 42 और 5 गुना के P/E (प्राइस -टू-अर्निंग रेशियो) और P/B (प्राइस-टू-बुक रेशियो) पर कारोबार करेगा.
- मार्केट में कंपनी की स्थिति: भारत में गोल्ड और अन्य कीमती धातुओं ( precious metals) की लगातार बढ़ती डिमांड के कारण ज्वेलरी रिटेल बिज़नस में अच्छी-ख़ासी ग्रोथ हुई है. पी एन गाडगिल का जानी-मानी ब्रांड और विरासत, संगठित रिटेल खिलाड़ियों के बीच मार्केट शेयर हासिल करने में इसकी मदद करेगी. हालांकि, मार्केट में कड़ी प्रतिस्पर्धा आने वाले वक़्त में इसकी ग्रोथ को चुनौती दे सकती है.
P N Gadgil Jewellers के बारे में
साल 2013 में स्थापित, 'पी एन गाडगिल ज्वैलर्स' (या पी एन जी ज्वैलर्स) एक ज्वेलरी रिटेलर है, जो गोल्ड, डायमंड और प्लैटिनम की ज्वेलरी बेचती है. FY22 और FY24 के बीच, कंपनी संगठित मार्केट में सबसे तेज़ी से आगे बढ़ने वाली ज्वेलरी रिटेलर रही. कंपनी के पास आठ अलग-अलग ज्वेलरी ब्रांड हैं और ये 39 स्टोर ऑपरेट करती है, जो मुख्य रूप से भारत के महाराष्ट्र में मौज़ूद हैं. ये अमेरिका में भी एक स्टोर ऑपरेट करती है.
ताक़त
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मज़बूत क्षेत्रीय उपस्थिति:
महाराष्ट्र में काफ़ी पुराने ऑपरेशन के साथ, पी एन गाडगिल ज्वैलर्स इस क्षेत्र की दूसरी सबसे बड़ी ज्वेलरी रिटेलर है, और इसके पास भारत में 17 फ़ीसदी का बड़ा मार्केट शेयर है.
- FOCO एक्सपेंशन रणनीति: पी एन गाडगिल ज्वैलर्स ने एसेट-लाइट फ्रैंचाइज़ी ओन्ड कंपनी ऑपरेशन (FOCO) वाला मॉडल को अपनाया हुआ है, जिससे इसे अपनी प्रोडक्ट और सर्विस क्वालिटी बरक़रार रखते हुए बिज़नस को बढ़ाने में मदद मिलती है. मार्च 2024 तक, कंपनी FOCO मॉडल के तहत 11 स्टोर ऑपरेट कर रही थी.
कमज़ोरियां
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ज्योग्राफ़िक कॉन्सेंट्रेशन:
कंपनी के ज़्यादातर ऑपरेशन महाराष्ट्र राज्य में चलते हैं. महाराष्ट्र के पुणे ने अकेले इसके कुल FY24 रेवेन्यू में 60 फ़ीसदी से ज़्यादा का योगदान दिया. इस तरह का कॉन्सेंट्रेशन जोख़िम पैदा करता है, क्योंकि क्षेत्र में कोई भी ख़राब स्थिति या आपदा कंपनी के फ़ाइनेंशियल पर बड़ा असर डाल सकती है.
- कड़ी प्रतिस्पर्धा: भारत का रिटेल ज्वेलरी मार्केट बहुत ज़्यादा बंटा हुआ और कॉम्पिटिटिव है, जिसमें असंगठित खिलाड़ियों का बोलबाला है. संगठित सेक्टर में भी प्रतिस्पर्धा बढ़ने वाली है, क्योंकि बिड़ला ग्रुप और रिलायंस जैसे दिग्गज मार्केट में एंट्री करने की कोशिश कर रहे हैं. गाडगिल ज्वैलर्स के लिए न सिर्फ़ अपने मार्केट शेयर को बरक़रार रखना बल्कि उसे और आगे बढ़ाना भी एक कठिन चुनौती साबित होगी, विशेष रूप से इसलिए क्योंकि महाराष्ट्र के बाहर इसकी ब्रांड की पहचान बहुत कम है.
P N Gadgil Jewellers IPO की डिटेल
IPO का कुल साइज़ (करोड़ ₹) | 1,100 |
ऑफर फॉर सेल (करोड़ ₹) | 250 |
नए इशू (करोड़ ₹) | 850 |
प्राइस बैंड (₹) | 456 - 480 |
सब्सक्रिप्शन की तारीख़ | 10-12 सितंबर, 2024 |
उद्देश्य | क़र्ज़ चुकाना और Capex की ज़रूरतों के लिए फ़ंडिंग |
IPO के बाद
मार्केट कैप (करोड़ ₹) | 6,514 |
नेट वर्थ (करोड़ ₹) | 1,384 |
प्रमोटर होल्डिंग (%) | 83.1 |
प्राइस/अर्निंग रेशियो (P/E) | 42.3 |
प्राइस/बुक रेशियो (P/B) | 4.7 |
फ़ाइनेंशियल हिस्ट्री
फ़ाइनेंशियल्स (करोड़ ₹) | 2 साल की ग्रोथ (% सालाना) | FY24 | FY23 | FY22 |
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रेवेन्यू | 54.6 | 6,111 | 4,508 | 2,556 |
EBIT | 58.3 | 223 | 101 | 89 |
PAT | 48.3 | 154 | 94 | 70 |
नेट वर्थ | 534 | 366 | 282 | |
कुल डेट | 456 | 324 | 335 | |
EBIT-- अर्निंग बिफ़ोर इंटरेस्ट एंड टैक्स
PAT -- प्रॉफ़िट आफ्टर टैक्स |
प्रमुख रेशियो
रेशियो | 3 साल का औसत (%) | FY24 | FY23 | FY22 |
---|---|---|---|---|
ROE (%) | 30.4 | 34.3 | 28.9 | 28.0 |
ROCE (%) | 23.9 | 27.3 | 23.6 | 20.8 |
EBIT मार्जिन (%) | 3.1 | 3.6 | 2.2 | 3.5 |
डेट-टू-इक्विटी | 0.9 | 0.9 | 1.2 | |
ROE -- रिटर्न ऑन इक्विटी ROCE -- रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड |
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P N Gadgil Jewellers की रिस्क रिपोर्ट
कंपनी और बिज़नस
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क्या पिछले 12 महीनों में गाडगिल ज्वैलर्स की टैक्स के पहले की कमाई (profit before tax) ₹50 करोड़ से ज़्यादा है?
हां. कंपनी ने FY24 में ₹208 करोड़ की ‘टैक्स के पहले की कमाई’ दर्ज़ की.
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क्या कंपनी अपना बिज़नस बढ़ा पाएगी?
हां. भारत में ज्वेलरी की बढ़ती डिमांड और संगठित रिटेल ज्वैलर्स की ओर ख़रीदारों का बढ़ता रुझान, कंपनी को अपना कारोबार बढ़ाने में मदद करेगा.
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क्या कंपनी का
कस्टमर बेस काफ़ी वफ़ादार है और क्या ये कंपनी किसी जाने-माने ब्रांड से जुड़ी है?
नहीं. रिटेल ज्वेलरी इंडस्ट्री बहुत ज़्यादा बंटी हुई है, और इसमें इस बात की संभावना सीमित होती है कि ग्राहक एक ही रिटेलर के साथ बने रहेंगे.
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क्या कंपनी के पास कॉम्पिटेटिव एडवांटेज़ है?
नहीं. कंपनी बहुत ही प्रतिस्पर्धी माहौल में काम करती है, और इसके प्रोडक्ट बाक़ियों से बिलकुल अलग भी नहीं हैं.
गाडगिल ज्वैलर्स का मैनेजमेंट
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क्या कंपनी के संस्थापकों में से किसी के पास अभी भी कंपनी में कम से कम 5 फ़ीसदी हिस्सेदारी है? या क्या प्रमोटरों के पास कंपनी में 25 फ़ीसदी से ज़्यादा हिस्सेदारी है?
हां. IPO के बाद, प्रमोटरों की हिस्सेदारी 83 फ़ीसदी हो जाएगी.
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क्या टॉप 3 मैनजरों के पास कंपनी में काम करते हुए कुल मिलाकर 15 साल से ज़्यादा का लीडरशिप अनुभव है?
हां. टॉप-2 एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर नवंबर 2013 से कंपनी के साथ बने हुए हैं और उनका कुल अनुभव 15 साल से ज़्यादा है.
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क्या मैनेजमेंट पर भरोसा किया जा सकता है? क्या कंपनी SEBI दिशानिर्देशों के तहत साफ़-सुथरी रिपोर्ट जारी करती है?
हां. कोई नेगेटिव जानकारी उपलब्ध नहीं है.
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क्या कंपनी की अकाउंटिंग पॉलिसी ठीक है?
हां. कोई नेगेटिव जानकारी उपलब्ध नहीं है.
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क्या कंपनी प्रमोटरों के शेयर गिरवी होने मुक्त है?
हां. कोई शेयर गिरवी नहीं रखे हैं.
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गाडगिल ज्वैलर्स के फ़ाइनेंशियल
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क्या कंपनी का वर्तमान और तीन साल का औसत रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) 15 फ़ीसदी से ज़्यादा और औसत रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (ROCE) 18 फ़ीसदी से ज़्यादा है?
हां. इसका तीन साल का औसत ROE और ROCE क्रमशः 30 और 24 फ़ीसदी है. FY2024 में, इसका ROE और ROCE क्रमशः 34 और 27 फ़ीसदी के क़रीब रहा है.
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क्या पिछले तीन साल के दौरान कंपनी का ऑपरेटिंग कैश फ़्लो पॉज़िटिव रहा है?
हां. इसने FY2022-24 के दौरान पॉज़िटिव कैश फ़्लो फ़्रॉम ऑपरेशन्स (CFO) दर्ज़ किया.
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क्या कंपनी का नेट डेट-टू-इक्विटी रेशियो 1 से कम है?
हां. मार्च 2024 तक, कंपनी का डेट-टू-इक्विटी रेशियो 0.7 था.
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क्या कंपनी रोज़मर्रा के कामों के लिए बड़ी वर्किंग कैपिटल पर निर्भरता से मुक्त है?
नहीं. ज्वेलरी रिटेलरों के लिए अपनी इन्वेंट्री बनाए रखना काफ़ी ख़र्चीला होता है, और कंपनी अपनी वर्किंग कैपिटल ज़रूरतों को पूरा करने के लिए अक्सर शॉर्ट-टर्म लोन पर निर्भर रहती है.
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क्या कंपनी अगले तीन साल में बाहरी फ़ंडिंग पर निर्भर हुए बिना अपना बिज़नस चला सकती है?
हां. कंपनी का नेट डेट-टू-इक्विटी रेशियो 1 से कम है , और IPO से प्राप्त राशि से कंपनी को बाहरी फ़ंडिंग पर निर्भर हुए बिना अपना ऑपरेशन चलाने में मदद मिलेगी.
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क्या कंपनी बड़ी कंटिंजेंट देनदारी से मुक्त है?
हां. गाडगिल ज्वैलर्स बड़ी कंटिंजेंट देनदारी से मुक्त है.
गाडगिल ज्वैलर्स का वैल्यूएशन
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क्या स्टॉक अपनी एंटरप्राइज़ वैल्यू पर 8 फ़ीसदी से ज़्यादा की ऑपरेटिंग अर्निंग यील्ड देता है?
नहीं. ये स्टॉक अपनी एंटरप्राइज़ वैल्यू पर 3 फ़ीसदी ऑपरेटिंग अर्निंग यील्ड देगा.
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क्या स्टॉक का प्राइस-टू-अर्निंग रेशियो अपनी जैसी दूसरी कंपनियों के औसत से कम है?
हां. स्टॉक 42 गुना P/E पर कारोबार करेगा, जबकि इसके साथियों का औसत स्तर 72 गुना है.
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क्या स्टॉक की प्राइस-टू-बुक वैल्यू अपनी जैसी दूसरी कंपनियों के औसत स्तर से कम है?
हां. स्टॉक 5 गुना P/B पर कारोबार करेगा, जबकि इसके साथियों का औसत स्तर 17 गुना है.
डिस्क्लेमर: ये निवेश का सुझाव नहीं है. निवेश करने से पहले ज़रूरी जांच-पड़ताल ज़रूर करें.
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